माघ मेले के चलते यूपी में नहीं बिकेगी शराब! सरकार का नया फरमान

माघ मेला 2026 की तैयारी को लेकर शासन-प्रशासन ने कमर कस ली है। मेले के मद्देनजर गंगा की सहायक नदियों को लेकर अहम फैसला किया गया है। जाने सरकार का क्या है नया फरमान...

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Sandeep Kumar
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4 पॉइंट्स में समझें पूरी स्टोरी

👉माघ मेला के दौरान बीयर और शराब की फैक्टरियां 31 दिसंबर से 15 फरवरी तक बंद रहेंगी। यह बंदी शाही स्नान से तीन दिन पहले लागू होगी।

👉प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने गंगा और सहायक नदियों की निगरानी के पुख्ता इंतजाम किए हैं। रामघाट रोड पर काली नदी और गंगा के पानी की सैंपलिंग की जाएगी।

👉एसडीएम अतरौली और प्रदूषण नियंत्रण विभाग ने सीसीटीवी कैमरे लगाए हैं। यह एसटीपी प्लांट्स की निगरानी के लिए किया गया है। गंदा पानी नदी में प्रवाहित नहीं हो सकेगा।

👉नदियों और नालों के पानी के सैंपल एटा, कासगंज और अलीगढ़ से लिए जाएंगे। कालीनदी और करवन नदी पर भी सैंपलिंग होगी।

Lucknow. माघ मेला 2026 के दौरान गंगा की स्वच्छता पर ध्यान दिया जाएगा। सरकार के निर्देश पर प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने नदियों की निगरानी के पुख्ता इंतजाम किए हैं। रामघाट रोड पर काली नदी के किनारे स्थित बीयर और शराब फैक्ट्री 29 से 31 दिसंबर तक बंद रहेगी। यह बंदी शाही स्नान के दौरान आगामी 15 फरवरी तक जारी रहेगी। नदी के पानी के सैंपल एटा, कासगंज और अलीगढ़ से लिए जाएंगे।

सीसीटीवी कैमरों से निगरानी

एसडीएम अतरौली, उपायुक्त उद्योग और प्रदूषण नियंत्रण विभाग ने तीन सदस्यीय कमेटी बनाई है। 31 दिसंबर से 15 फरवरी तक नदी, नाले और ड्रेनेज पर एसटीपी 24 घंटे चलाए जाएंगे। इनकी निगरानी सीसीटीवी कैमरों से की जाएगी।

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शाही स्नान से पहले फैक्टरियां बंद

मेला के दौरान बीयर और शराब फैक्टीरी 24 दिन तक बंद रहेगी। यह बंदी 31 दिसंबर से 15 फरवरी तक लागू रहेगी। शाही स्नान से तीन दिन पहले फैक्टरियां बंद की जाएंगी। बोर्ड ने यह भी स्पष्ट किया है कि माघ मेले के दौरान कोई भी उद्योग गंदा पानी गंगा या काली नदी में प्रवाहित नहीं करेगा। केवल शुष्क प्रक्रिया वाले उद्योग और आवश्यक सेवाएं तभी चल सकेंगी, जब उनके एसटीपी तय मानकों पर खरे उतरेंगे।

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गंगा में मिलती है कालीनदी 

बुलंदशहर से छतारी पुल होते हुए कालीनदी अलीगढ़ में प्रवेश करती है। नदी जिले में करीब 80 किलोमीटर सीमा से गुजरती है। छतारी पुल, हरदुआगं और ग्वालरा के पास सैंपलिंग होगी। इसके बाद कासगंज में नदरोई और मैनपुर सीमा पर सैंपलिंग होगी। नदी कन्नौज में जाकर गंगा में मिलती है। जाफरी ड्रेन और ताला नगरी ड्रेन की निगरानी भी की जाएगी।

ओजोन सिटी प्वाइंट पर पानी के सैंपलिंग की व्यवस्था की गई है। दोनों ड्रेन जीटी रोड पनौठी से मिलकर सिरसा नदी में बहते हैं। यह नदी एटा होते हुए इटावा में यमुना में मिलती है। मथुरा वाईपास स्थित अलीगढ़ ड्रेन हाथरस होते हुए करबन नदी में मिलती है। करबन नदी आगरा सीमा में यमुना में मिलती है। सादाबाद में एसटीपी प्लांट की व्यवस्था नगर पंचायत ने की है।

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इन नदियों की निगरानी

बुलंदशहर के रामघाट से गंगा नदी जिले की सीमा में मिलती है। यह सांकरा घाट से होते हुए आगे बहती है। कालीनदी, करवन नदी, जाफरी ड्रेन और अलीगढ़ ड्रेन की कड़ी निगरानी के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं।

शाही स्नान की तारीख

इन तारीखों पर फैक्ट्री रहेगी बंदशाही स्नान
29, 30, 31 दिसंबरएक जनवरी  
10, 11, 12, 15 जनवरी15 जनवरी मकर संक्रांति
13, 14, 15 जनवरी18 जनवरी मौनी अमावस्या
27,28, 29 जनवरी व एक फरवरीएक और दो फरवरी मागीपूर्णिमा
10, 11, 12 फरवरी15 फरवरी, महाशिवरात्रि



    




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