भारतीय सरकार ने ऑपरेशन सिंदूर (Operation Sindoor) के सफल सैन्य अभियान के बाद पाकिस्तान के खिलाफ कूटनीतिक मोर्चे पर भी तैयारी कर ली है। इसके लिए मोदी सरकार ने एक ऑल पार्टी डेलिगेशन (All Party Delegation) का गठन किया है, जो दुनिया के विभिन्न देशों में जाकर पाकिस्तान द्वारा फैलाए जा रहे झूठे प्रचार को बेनकाब करेगा। डेलिगेशन का मुख्य उद्देश्य पहलगाम हमले और उसके बाद के ऑपरेशन सिंदूर पर भारत का पक्ष मजबूती से रखना है।
शशि थरूर के नाम पर विवाद
सरकार की ओर से जारी डेलिगेशन लिस्ट में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर (Shashi Tharoor) का नाम अमेरिका जोन के नेतृत्व के लिए शामिल है। इसके अलावा वह कुछ यूरोपीय देशों में भी पाकिस्तान की पोल खोलेंगे। इस डेलिगेशन में रविशंकर प्रसाद, संजय झा, बैजयंत पांडा, कनिमोझी करुणानिधि, सुप्रिया सुले और श्रीकांत शिंदे जैसे सांसद भी शामिल हैं।
हालांकि, कांग्रेस ने अपनी तरफ से सरकार को जो लिस्ट भेजी है, उसमें शशि थरूर का नाम नहीं है। कांग्रेस ने राहुल गांधी के नेतृत्व में चार सांसदों के नाम दिए हैं: आनंद शर्मा, गौरव गोगोई, डॉ. सैयद नसीर हुसैन, और राजा बरार। कांग्रेस के इस कदम ने राजनीतिक विवाद को जन्म दे दिया है।
शशि थरूर ने जताई खुशी
शशि थरूर ने ट्विटर (X) पर सरकार की ओर से डेलिगेशन में शामिल किए जाने पर खुशी जताई और लिखा कि वे देश के हित में अपनी सेवा देंगे। उन्होंने कहा-जब बात राष्ट्रहित की हो और मेरी सेवाओं की जरूरत हो, तो मैं पीछे नहीं हटूंगा। जय हिंद!
इस बीच, कांग्रेस ने इस मसले को पार्टी का अंदरूनी मामला बताया और साफ किया कि डेलिगेशन के नाम कांग्रेस की ओर से तय किए जाएंगे। राहुल गांधी के इस फैसले ने शशि थरूर के नाम को डेलिगेशन से बाहर रखा, जिससे राजनीतिक बवाल तेज हो गया है।
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डेलिगेशन में शामिल सांसद
शशि थरूर,
रविशंकर प्रसाद
संजय झा
बैजयंत पांडा
कनिमोझी
सुप्रिया सुले
श्रीकांत शिंदे
कांग्रेस (Congress) की लिस्ट
आनंद शर्मा
गौरव गोगोई
डॉ. सैयद नसीर हुसैन
राजा बरार