/sootr/media/media_files/2025/09/17/monsoon-devastation-across-india-2025-09-17-16-19-44.jpg)
Photograph: (thesootr)
हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश में 2025 के मानसून के दौरान भारी बारिश हुई है। उत्तराखंड के देहरादून में बादल फटने से भारी तबाही हुई थी, जिसमें 15 लोगों की मौत हो गई थी और 16 लोग लापता हो गए थे। छत्तीसगढ़ के कवर्धा जिले में बाढ़ में ट्रैक्टर समेत सात मजदूर बह गए, लेकिन उनकी जान बच गई। वहीं जम्मू कश्मीर के वैष्णो देवी यात्रा 22 दिन बाद फिर से शुरू हुई है। मौसम विभाग ने इन क्षेत्रों में अगले कुछ दिनों तक भारी बारिश की चेतावनी जारी की है।
छत्तीसगढ़ में ट्रैक्टर-ट्रॉली हादसा
छत्तीसगढ़ के कवर्धा जिले के घुमाछापर गांव में बाढ़ के कारण एक ट्रैक्टर-ट्रॉली बह गई। यह ट्रॉली रेत से भरी हुई थी और इसमें सात मजदूर सवार थे। हालांकि, सभी मजदूरों ने तैरकर अपनी जान बचाई। इस घटना के बाद, छत्तीसगढ़ में बाढ़ और बारिश के कारण 9 जिलों में यलो अलर्ट जारी किया गया है।
हिमाचल प्रदेश में बाढ़ और नुकसान
हिमाचल प्रदेश में भी भारी बारिश के कारण बाढ़ आई है। इस साल बारिश ने राज्य में जबरदस्त तबाही मचाई है। 1500 से अधिक घर पूरी तरह से नष्ट हो गए और राज्य में लगभग 4582 करोड़ का नुकसान हुआ है। इसके अलावा, 652 सड़कों सहित तीन राष्ट्रीय राजमार्ग बंद हो गए हैं, जिससे यातायात प्रभावित हो रहा है।
बिहार और झारखंड में बारिश
बिहार और झारखंड में भी बारिश का कहर जारी है। झारखंड में 1113.9 मिमी बारिश हो चुकी है, जो सामान्य से 20 प्रतिशत अधिक है। रांची में बारिश का आंकड़ा 1413.5 मिमी तक पहुँच चुका है, जो राज्य के सामान्य औसत से काफी ज्यादा है।
वैष्णो देवी यात्रा फिर से शुरू
जम्मू कश्मीर के कटरा में 22 दिन बाद वैष्णो देवी यात्रा फिर से शुरू हो गई है। 26 अगस्त को अर्धकुंवारी के पास लैंडस्लाइड के कारण यात्रा बंद कर दी गई थी। अब 17 सितंबर को यात्रा फिर से शुरू हो गई है, जिससे श्रद्धालुओं को राहत मिली है।
धमतरी में युवक बहा, बची जान
धमतरी जिले के नगरी ब्लॉक में सिंगपुर पठार के पास अचानक बाढ़ का पानी आ गया। इस दौरान एक युवक अपनी बाइक लेकर नदी को पार कर रहा था और वह बाइक सहित बह गया। हालांकि, युवक तैरने में सक्षम था और उसकी जान बच गई।
हिमाचल में भारी तबाही
हिमाचल प्रदेश में बारिश और उससे होने वाले नुकसान ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। 20 जून से अब तक 1,500 से
अधिक परिवार बेघर हो गए हैं। 417 लोगों की मौत हो चुकी है, जिनमें 231 वर्षा जनित घटनाओं और 181 सड़क दुर्घटनाओं में मारे गए। 477 लोग घायल हुए हैं, जबकि 45 अब भी लापता हैं।
राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के आंकड़ों के अनुसार, 1,502 घर पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गए, जबकि 6,503 घरों को आंशिक नुकसान हुआ। राज्य को अब तक 4,582 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है। प्राकृतिक आपदाओं ने राज्य में अनिश्चितता की स्थिति पैदा कर दी है। मंगलवार शाम को तीन राष्ट्रीय राजमार्गों समेत 655 सड़कें बंद हो गईं। 924 बिजली ट्रांसफार्मर और 243 जलापूर्ति योजनाएं भी बाधित हो गईं।
ये भी पढ़ें...मौसम पूर्वानुमान (17 सितंबर) : मध्यप्रदेश में हल्की बारिश, उत्तर-दक्षिण भारत में बारिश और आंधी का अलर्ट
ये भी पढ़ें...MP Weather Update: मध्यप्रदेश में अगले तीन दिन हल्की बारिश का अलर्ट, जानें आज का मौसम
ये भी पढ़ें...राजस्थान मौसम अलर्ट : आज से फिर जोर दिखाएगा मानसून, येलो अलर्ट जारी
ये भी पढ़ें...भारी बारिश से तबाही: देहरादून में बादल फटने से 13 लोगों की मौत, 15 से अधिक लापता