नेशनल एरोनॉटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन ( NASA ) ने पृथ्वी पर आने वाले एक बड़े संकट की चेतावनी दी है। 2038 में आने वाले इस खतरे से दुनिया खत्म होने के आसार हैं।
दरअसल नासा ने अपनी काल्पनिक टेबलटॉप एक्सरसाइज की रिपोर्ट में बड़ी भविष्यवाणी की है। नासा ने इस रिपोर्ट में एक एस्टेरॉयड ( Asteroid ) की धरती पर आने की तरफ इशारा किया है। इस एस्टेरॉयड के पृथ्वी से टकराने की 72 परसेंट तक संभावना जताई गई है ( asteroid collision on earth )।
नासा ने इस एस्टेरॉयड की पृथ्वी पर आने की संभावित तारीख भी बताई है। नासा के अनुसार 12 जुलाई 2038 को यह एस्टेरॉयड पृथ्वी से टकराएगा। नासा की भविष्यवाणी ने 2038 में पृथ्वी के खत्म होने की आशंकाओं को हवा दे दी है।
खतरे से निपटने तैयार नहीं धरती
नासा ने अपनी एक्सरसाइज में पाया कि एस्टेरॉयड के खतरे से निपटने के लिए अभी पृथ्वी तैयार नहीं है। नासा के एक्सरसाइज में वैश्विक समन्वय में कमी और निर्णय लेने की प्रक्रिया को सही नहीं पाया गया।
नासा इस तरह की एक्सरसाइज करके यह पता लगाने की कोशिश करता है कि पृथ्वी पर संभावित खतरे से कैसे बचा जा सकता है। साथ ही इस तरह के खतरों को कैसे टाला जा सकता है।
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काल्पनिक एक्सरसाइज के तहत साझा की जानकारी
नासा ने अपनी काल्पनिक एक्सरसाइज में एस्टेरॉयड के टकराने का प्रैक्टिकल किया है। इसका मतलब यह है कि अगर 2038 में एस्टेरॉयड पृथ्वी से टकरा जाता है तो पृथ्वी इससे निपटने के लिए कितनी तैयार है। इस तरह की एक्सरसाइज नासा अक्सर करते रहता है जिससे भविष्य में आने वाले खतरों से बचा जा सके।
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एस्टेरॉयड क्या हैं ?
एस्टेरॉयड ( क्षुद्रग्रह ) एक तरह की अंतरिक्ष चट्टाने होती हैं। चट्टानों के यह टुकड़े सूर्य के इर्द गिर्द ग्रहों की तरह ही भ्रमण करते हैं। इनका आकार ग्रहों से बहुत छोटा होता है। अंतरिक्ष में हर तरफ ऐसे एस्टेरॉयड होते हैं। सबसे ज्यादा एस्टेरॉयड मंगल और बुध ग्रह के बीच होते हैं।
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