बाबा रामदेव ( baba ramdev ) और पतंजलि ( patanjali ) की मुश्किलें कम होने का नाम ही नहीं ले रही है। एक तरफ कंपनी और बाबा पर कोर्ट की तलवार लटक रही है। 14 प्रोडक्ट्स पर लगा बैन हटा ही था कि अब Patanjali पर मुसीबतों का एक और पहाड़ टूट पड़ा। दरअसल पतंजलि सोन पापड़ी क्वालिटी टेस्ट में फेल हो गई। इस मामले में पतंजलि के अफसरों को जेल की सजा हुई है।
क्वालिटी टेस्ट में फेल पतंजलि की सोन पापड़ी
17 अक्टूबर 2019 को उत्तराखंड के पिथौरागढ़ के बेरीनाग में खाद्य निरीक्षक ने दौरा किया। इस दौरान लीला धर पाठक की दुकान पर Patanjali नवरत्न इलायची की सोन पापड़ी की शिकायतें आई। सोनपापड़ी के नमूने लेकर इसे जांच के लिए भेजा गया। साथ ही रामनगर कान्हा जी वितरक और पतंजलि-आयुर्वेद लिमिटेड को भी नोटिस जारी किया गया।
राज्य खाद्य सुरक्षा विभाग की प्रयोगशाला में इस सोनपापड़ी के संबंध में रिपोर्ट पाई गई। इस रिपोर्ट में दुकान पर बिक रही पतंजलि सोन पापड़ी क्वालिटी टेस्ट में फेल में फेल पाई गई।
ये खबर भी पढ़िये...
Patanjali Products lifted Ban : पतंजलि की दवाओं पर लगा बैन हटा, रिपोर्ट आने के बाद रोका आदेश
आरोपियों को जेल की सजा और फाइन
Patanjali की सोन पापड़ी की गुणवत्ता मामले में शनिवार को कोर्ट में सुनवाई हुई। इस दौरान खाद्य सुरक्षा और मानक अधिनियम 2006 के तहत तीनों आरोपियों को सजा दी गई। मामले में सभी आरोपियों को 6 महीने की जेल हुई है। इसके अलावा दुकानदार लीलाधर पाठक पर 5,000 फाइन, कान्हा जी डिस्ट्रीब्यूटर प्राइवेट लिमिटेड के असिस्टेंट मैनेजर अजय जोशी पर 10,000 फाइन और पतंजलि-युर्वेद के एक असिस्टेंट जनरल मैनेजर अभिषेक कुमार पर 25,000 हजार का फाइन लगाया गया। यह आदेश न मानने पर उन्हें 7 दिन से लेकर 6 महीने तक की अतिरिक्त सजा भी हो सकती है।
पतंजलि प्रोडक्ट्स पर से अभी ही हटा था बैन
Patanjali की दवाओं पर लगाया गया प्रतिबंध शनिवार (18 मई) को ही हटा था। दरअसल, बीते दिनों उत्तराखंड सरकार ने 30 अप्रैल को कंपनी के 14 प्रोडक्ट्स का लाइसेंस रद्द किया था। इसके साथ ही इनको बेचने और बनाने पर सरकार ने प्रतिबन्ध लगा दिया था। इसके बाद कंपनी ने मार्केट से अपने बैन किए प्रोडक्ट्स वापस मंगवा लिये थे। अब Patanjali के इन प्रोडक्ट्स पर लगा बैन हट गया है।
thesootr links