प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना ( PM Kisan Samman Nidhi Yojana ) भारतीय किसानों के लिए एक महत्वपूर्ण वित्तीय सहायता योजना है, जो उन्हें आर्थिक मदद प्रदान करती है। हालांकि, बहुत से पात्र किसान इस योजना से अभी तक जुड़ नहीं पाए हैं। इसी समस्या का समाधान करने के लिए केंद्र सरकार ने 1 मई, 2025 से 31 मई, 2025 तक एक विशेष 30 दिवसीय सेचुरेशन कैम्पेन ( Saturation Campaign ) शुरू किया है। इस अभियान के तहत, किसानों को योजना के लाभ से जोड़ने का अवसर मिलेगा, जिन्हें अब तक इस योजना से बाहर रखा गया था।
पीएम किसान योजना का उद्देश्य
पीएम किसान योजना का मुख्य उद्देश्य भारतीय किसानों को वित्तीय सहायता प्रदान करना है। इस योजना के तहत, पात्र किसानों को सालाना ₹6,000 की राशि तीन किस्तों में दी जाती है, जो उनकी आर्थिक स्थिति को बेहतर बनाने में मदद करती है। इस योजना के माध्यम से सरकार का उद्देश्य खेती से संबंधित खर्चों को कम करना और किसानों की आमदनी को बढ़ाना है।
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सेचुरेशन कैम्पेन: किसानों को जुड़ने का मौका
1 मई से 31 मई, 2025 तक होने वाला सेचुरेशन कैम्पेन ( Saturation Campaign ) हर ग्राम पंचायत स्तर पर आयोजित किया जाएगा। इस कैंपेन का उद्देश्य उन किसानों को पीएम किसान योजना से जोड़ना है जो पात्र तो हैं, लेकिन तकनीकी कारणों या जानकारी की कमी के कारण योजना का लाभ नहीं उठा पा रहे हैं। इस अभियान के तहत किसानों को आवेदन प्रक्रिया में मदद मिल सकेगी, ताकि वे समय रहते योजना के लाभ से जुड़ सकें।
सेचुरेशन कैम्पेन में ऐसे मिलेगी मदद...
- फार्मर रजिस्ट्री आईडी (Farmer Registry ID): योजना के तहत किसानों को फार्मर रजिस्ट्री आईडी बनवानी होगी। यह ID किसानों के लिए जरूरी है, क्योंकि भविष्य में अगली किस्तें केवल उन्हीं किसानों को मिलेंगी जिनकी फार्मर रजिस्ट्री आईडी तैयार है।
- ई-केवाईसी (eKYC): किसानों को अपनी ई-केवाईसी भी पूर्ण करनी होगी, जिससे उनकी जानकारी अपडेट हो सके और वे योजना के तहत आगे की किस्तों का लाभ उठा सकें।
- आधार सीडिंग (Aadhaar Seeding): किसानों का आधार नंबर उनके बैंक खाता से जुड़ा होना जरूरी है, ताकि DBT (Direct Benefit Transfer) के माध्यम से सीधे उनके खाते में पैसा भेजा जा सके।
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किसान किस प्रकार से जुड़ सकते हैं?
इस कैम्पेन के दौरान, किसानों को अपनी जानकारी अपडेट करने और आवेदन प्रक्रिया को पूरा करने में सहायता दी जाएगी। प्रत्येक ग्राम में विलेज नोडल अधिकारी (VNO), नागरिक सेवा केन्द्र ( CSC ) के संचालक और इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक (IPPB) के समन्वयक उपस्थित रहेंगे। किसानों को इन अधिकारियों से संपर्क कर अपनी फार्मर रजिस्ट्री आईडी और ई-केवाईसी प्रक्रिया पूरी करनी होगी।
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यह किसान भी उठा सकते हैं फायदा...
- फॉरेस्ट रिजर्व एक्ट पट्टा धारक किसान: जो किसान फॉरेस्ट रिजर्व एक्ट पट्टा धारक हैं, उन्हें भी योजना का लाभ मिलेगा। इसके लिए उन्हें अपने दस्तावेजों के साथ जिला नोडल अधिकारी (PM Kisan) कार्यालय से संपर्क करना होगा।
- पीवीटीजी किसान: जिन किसानों को पीवीटीजी (Particularly Vulnerable Tribal Groups) के तहत प्राथमिकता मिलती है, उन्हें भी इस योजना का लाभ मिलेगा।
पीएम किसान योजना में 6,000 रुपए की मदद
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत, हर पात्र किसान परिवार को सालाना 6,000 रुपए की राशि तीन किस्तों में दी जाती है। इस राशि का उद्देश्य किसानों को उनके कृषि कार्यों में वित्तीय मदद प्रदान करना है, ताकि वे अपने खेती-बाड़ी के खर्चों को आसानी से उठा सकें। यह योजना पूरे भारत में लागू है और इसका फायदा लाखों किसानों को मिल रहा है।
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सेचुरेशन कैम्पेन में ये होगा...
- किसानों की रजिस्ट्री: इस कैम्पेन के दौरान, किसानों की रजिस्ट्री प्रक्रिया पूरी की जाएगी।
- आधार सीडिंग और ई-केवाईसी: इन सभी प्रक्रियाओं को कैम्पेन के दौरान किसानों से पूरा करवाया जाएगा।
- आवेदन और दस्तावेज़ों की जांच: पात्र किसानों के सभी दस्तावेज़ों की जांच की जाएगी, ताकि वे योजना के लाभ के योग्य हों।
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