Mahakumbh 2025: दुनिया के सबसे बड़े धार्मिक आयोजन प्रयागराज महाकुंभ के आयोजन को लेकर श्रद्धालुओं में खासा उत्साह है। हर दिन देश के कोने-कोने से लाखों श्रद्धालु आस्था की डुबकी लगाने के लिए प्रयागराज पहुंच रहे हैं। महाकुंभ में श्रद्धालुओं की सुविधा का खास ध्यान रखा जा रहा है और इसके लिए सरकार ने सभी तरह की व्यवस्थाएं की है। महाकुंभ के लिए रेलवे ने कई विशेष तैयारियां की हैं।
रेल प्रशासन ने प्रयागराज महाकुंभ जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए रेगुलर ट्रेनों के साथ ही हजारों स्पेशल ट्रेनों का संचालन किया है। अब रेलवे इतिहास रचने की तैयारी की है। मौनी अमावस्या पर रेलवे के इतिहास में सबसे ज्यादा ट्रेनें चलने वाली हैं।
रेलवे के इतिहास में चलेगी सबसे ज्यादा ट्रेन
प्रयागराज महाकुंभ 2025 में मौनी अमावस्या (29 जनवरी) को लेकर भारतीय रेलवे ने बड़ी तैयारियां की है। 29 जनवरी को रेलवे के इतिहास में सबसे ज्यादा ट्रेन चलेगी। भारतीय रेलवे ने श्रद्धालुओं को सुगम और सुरक्षित यात्रा के लिए बड़ी संख्या में ट्रेनें चलाई हैं। प्रयागराज रेलवे डिवीजन ने दिन में 150 से ज्यादा स्पेशल ट्रेनें चलाने की योजना बनाई है। योजना के अनुसार हर 4 मिनट पर ट्रेन उपलब्ध रहेंगी। इसके साथ ही यात्रियों की सुविधा के लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं। रेलवे के मुताबिक 13 जनवरी से शुरू हुए महाकुंभ में अब तक 48 लाख से ज्यादा यात्री ट्रेन से प्रयागराज आ चुके हैं।
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महाकुंभ के लिए रेलवे की विशेष तैयारी
- 29 जनवरी को 150 से ज्यादा विशेष ट्रेनें दिनभर चलेंगी। इस दिन के लिए एक ट्रेन हर 4 मिनट पर मिलेगी।
- ये विशेष ट्रेनें प्रयागराज के 9 प्रमुख स्टेशनों से चलेंगी, जिनमें प्रयागराज जंक्शन, सूबेदारगंज, नैनी, प्रयागराज छिवकी, प्रयाग जंक्शन, फाफामऊ, प्रयागराज रामबाग, प्रयागराज संगम और झूंसी शामिल हैं।
- 2019 के अर्ध कुंभ में रेलवे ने 85 ट्रेनें चलाई थीं, लेकिन इस बार संख्या में काफी वृद्धि की गई है।
यात्रियों की सुविधा के लिए विशेष इंतजाम
- अनारक्षित यात्रियों के लिए सभी स्टेशनों पर कलर कोडेड शेल्टर बनाए गए हैं, ताकि उन्हें किसी भी तरह की असुविधा न हो।
- 560 टिकटिंग पॉइंट बनाए गए हैं, जिनमें से 132 काउंटर केवल प्रयागराज जंक्शन पर हैं। इससे रोजाना करीब 10 लाख टिकट वितरित किए जा सकते हैं। ऑटोमैटिक टिकट वेंडिंग मशीन, इनक्वायरी काउंटर, रिजर्वेशन सिस्टम और अनारक्षित टिकट सिस्टम को स्टेशनों पर लगाया गया है।
- रेलवे ने 5000 करोड़ रुपए की लागत से इंफ्रास्ट्रक्चर सुधारने का काम किया है, जिससे अतिरिक्त ट्रेनें चलाने में आसानी हो रही है।
3000 विशेष ट्रेनों का संचालन
रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष सतीश कुमार ने कहा कि, "हमने 132 ट्रेनें मौनी अमावस्या के लिए निर्धारित की थीं, लेकिन पहले से ही हम 13 और 14 जनवरी को ट्रेनें चला चुके हैं। अब हम 3000 विशेष ट्रेनें चला रहे हैं और अतिरिक्त रेक की व्यवस्था भी की है। यात्रियों की सुरक्षा और मार्गदर्शन के लिए आरपीएफ कर्मचारी तैनात किए गए हैं, और स्टेशन पर अतिरिक्त होल्डिंग क्षेत्र बनाए गए हैं। प्रयागराज में 5000 करोड़ रुपए से इंफ्रास्ट्रक्चर कार्य किए गए हैं, इससे हमें ज्यादा से ज्यादा ट्रेनें चलाने में मदद मिली है।"
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रेलवे ने किए सभी जरूरी इंतजाम
इस ऐतिहासिक आयोजन को देखते हुए रेलवे ने यात्रियों की सुविधा और भीड़ को संभालने के लिए सभी जरूरी इंतजाम किए हैं, ताकि श्रद्धालु बिना किसी परेशानी के कुंभ स्नान और धार्मिक आयोजनों का हिस्सा बन सकें।
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