महाकुंभ में भगदड़ के बाद यूपी-एमपी बॉर्डर पर हो गया बड़ा फैसला, हजारों श्रद्धालु फंसे!
प्रयागराज महाकुंभ में मौनी अमावस्या के दौरान भगदड़ मचने से 10 से अधिक श्रद्धालुओं की मौत की खबर है। इस घटना के बाद यूपी-एमपी बॉर्डर पर एक फैसले के कारण रीवा जिले के चाकघाट में हजारों श्रद्धालु रुके हुए हैं।
प्रयागराज (Prayagraj) में चल रहे महाकुंभ (MahaKumbh) में मौनी अमावस्या (Mauni Amavasya) के दौरान मची भगदड़ (Stampede) में 10 से अधिक श्रद्धालुओं की दर्दनाक मौत की खबर है और कई घायल बताए गए हैं। हादसे के बाद मौके पर अफरा-तफरी का माहौल बन गया। प्रशासनिक अधिकारियों ने त्वरित कार्रवाई करते हुए राहत और बचाव कार्य शुरू किया।
हादसे के बाद यूपी-एमपी (UP-MP) बॉर्डर पर रीवा (Rewa) जिले के चाकघाट (Chakghat) में हजारों श्रद्धालुओं के वाहन रोक दिए गए हैं। प्रशासन भीड़ को नियंत्रित करने और सुरक्षा व्यवस्था मजबूत करने के लिए प्रयासरत है। श्रद्धालुओं के लिए खाने-पीने, ठहरने और चिकित्सा सुविधाओं की व्यवस्था की गई है।
मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव (Dr. Mohan Yadav) ने श्रद्धालुओं से संयम बनाए रखने की अपील की। उन्होंने ट्वीट कर बताया कि भीड़ अधिक होने के कारण रीवा के चाकघाट में हजारों श्रद्धालु फंसे हुए हैं, लेकिन प्रशासन द्वारा सभी जरूरी सुविधाएं मुहैया कराई जा रही हैं।
प्रयागराज महाकुंभ: आज मौनी अमावस्या के महापर्व पर तीर्थराज प्रयाग में देश-विदेश से पधारे करोड़ों श्रद्धालु पवित्र स्नान करने पहुंच रहे हैं। स्नान पर्व को दृष्टिगत रखते हुए रीवा जिले अंतर्गत मध्यप्रदेश-उत्तरप्रदेश की सीमा पर श्रद्धालुओं के लिए पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। प्रयागराज…
सरकार और प्रशासन ने श्रद्धालुओं से धैर्य बनाए रखने और सुरक्षा निर्देशों का पालन करने की अपील की है। पुलिस (Police) और प्रशासनिक अधिकारी मौके पर तैनात हैं, ताकि किसी भी अप्रिय घटना को रोका जा सके।
FAQ
1. प्रयागराज महाकुंभ में भगदड़ कैसे हुई?
मौनी अमावस्या पर स्नान के दौरान भीड़ अधिक हो जाने से अव्यवस्था फैल गई और भगदड़ मच गई।
2. हादसे में कितने लोगों की जान गई?
अब तक 14 श्रद्धालुओं की मौत हो चुकी है और कई घायल हुए हैं।
3. यूपी-एमपी बॉर्डर पर श्रद्धालु क्यों रुके हुए हैं?
हादसे के बाद प्रशासन ने भीड़ को नियंत्रित करने के लिए चाकघाट पर वाहनों को रोक दिया है।
4. मध्यप्रदेश सरकार ने क्या कदम उठाए हैं?
सीएम डॉ. मोहन यादव ने श्रद्धालुओं से संयम बनाए रखने की अपील की और प्रशासन को सुविधाएं उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं।
5. प्रशासन ने श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए क्या उपाय किए हैं?
खाने-पीने, ठहरने और चिकित्सा सुविधाओं की पूरी व्यवस्था की गई है, साथ ही सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं।