पुणे में एक नाबालिग लड़के ने लग्जरी पोर्श गाड़ी से दो बाइक सवारों को रौंद ( pune porsche accident ) दिया था। दुर्घटना के समय नाबालिग कथित तौर पर नशे में भी था। मामले में किशोर न्यायालय द्वारा नाबालिग को 15 घंटे के भीतर ही जमानत देने के बाद मामला गर्माया हुआ है। लोगों में इस हादसे को लेकर काफी गुस्सा है।
इसी गुस्से में एक व्यक्ति ने नाबालिग के पिता पर इंक अटैक ( ink attack ) कर दिया। दरअसल एक्सीडेंट करने वाले लड़के के नाबालिग होने के कारण उसके पिता को मामले में हिरासत में लिया गया है। आज उसे कोर्ट में पेश किया जाना था। पुलिस वेन में ही कोर्ट की ओर जाते समय नाबालिग के पिता बिल्डर विशाल अग्रवाल पर इंक से हमला कर दिया गया। इस दौरान इंक अटैक करने वालों की ओर से वंदे मातरम के नारे भी सुनाई दिये। लोगों ने तिरंगा झंडा भी फहराया।
निबंध लिखवाकर नाबालिग को दी रिहाई
पुणे पोर्श एक्सीडेंट मामले में अपराधी नाबालिग को एक्सीडेंट के बाद हिरासत में ले लिया गया था। हालांकि 15 घंटे के अंदर ही किशोर न्यायालय ने उसे रिहा कर दिया। जमानत के लिए नाबालिग को एक्सीडेंट पर एक निबंध लिखने के लिए दिया गया। इसके बाद उसे कोर्ट से जमानत मिल गई। वहीं लड़के के पिता और जिस बार में वह गया था उसके मालिक और मैनेजर को गिरफ्तार किया गया।
जिस पोर्श गाड़ी से नाबालिग ने बाइक सवारों को ठोका था, उस गाड़ी की रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया पूरी नहीं हुई थी। गाड़ी को मार्च में बेंगलुरु से खरीदा गया था।गाड़ी मालिक ने तब से अभी तक रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया पूरी नहीं करवाई। आरटीओ के अनुसार गाड़ी मालिक ने रजिस्ट्रेशन फीस जमा नहीं की थी। गाड़ी को सिर्फ आरटीओ तक ले जाने की इजाजत थी पर नाबालिग युवक उसे पूरे इंदौर में दौड़ा रहा था।