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संसद में सोमवार को राहुल गांधी ने नेता प्रतिपक्ष के तौर पर अपना पहला भाषण दिया। राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव में विपक्षी नेता ने एनडीए सरकार को कई मुद्दों पर घेरा। कल रात 12 बजे तक सदन की कार्यवाही चली है।
90 मिनट के भाषण में राहुल गांधी ने हिंदू, किसान, मणिपुर, अग्निवीर योजना, नीट, नोटबंदीष GST, MSP, अयोध्या, अडाणी-अंबानी जैसे कई मुद्दों पर चर्चा की।
इन सब मुद्दों में से सबसे ज्यादा हवा जो पकड़ रहा है वो है राहुल गांधी का हिंदु वाला बयान।
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भगवान शिव की तस्वीर दिखाई
अपने भाषण की शुरुआत राहुल गांधी से संविधान की कॉपी दिखाकर की। इसके बात बीच में भगवान शिव की तस्वीर दिखाई। राहुल ने शिवजी की तस्वीर दिखाते हुए कहा- "हमारे महापुरुषों ने यह संदेश दिया- डरो मत, डराओ मत। शिवजी कहते हैं- डरो मत, डराओ मत और त्रिशूल को जमीन में गाड़ देते हैं।"
इसके बाद उन्होंने बीजेपी पर हमला करते हुए कहा- "दूसरी तरफ जो लोग अपने आपको हिंदू कहते हैं वो 24 घंटे हिंसा-हिंसा-हिंसा..नफरत-नफरत-नफरत... आप हिंदू हो ही नहीं। हिंदू धर्म में साफ लिखा है सच का साथ देना चाहिए।"
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हिंदू समाज को हिंसक कहने के आरोप
राहुल गांधी के इस बयान के बाद सत्ता पक्ष संसद में हंगामा करने लगा। सत्ता पक्ष की तरफ से राहुल गांधी पर हिंदुओं को हिंसक कहने का आरोप लगाया गया। खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उठकर कहा- "ये विषय बहुत गंभीर है, पूरे हिंदू समाज को हिंसक कहना ये गंभीर विषय है।"
इसके जवाब में राहुल ने कहा-उन्होंने कहा- "नरेंद्र मोदी जी पूरा हिंदू समाज नहीं है। बीजेपी पूरा हिंदू समाज नहीं है। आरएसएस पूरा हिंदू समाज नहीं है।" अब इस मामले में सियासत गर्मा गई है। दोनों पक्षों की ओर से एक दूसरे पर हमले बोले जा रहे हैं।
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