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पद्म विभूषण से सम्मानित जगद्गुरु स्वामी रामभद्राचार्य ने हाल ही में एक इंटरव्यू में कई अहम मुद्दों पर चर्चा की। उन्होंने भारत की संस्कृति, धर्म और राजनीति पर भी अपनी बात रखी। साथ ही जगद्गुरु रामभद्राचार्य ने प्रधानमंत्री मोदी को लेकर कहा कि उनको एक बार फिर पीएम बनाया जाए।
उनके अनुसार, मोदी चीन से कब्जाई गई भूमि वापस लाएंगे। स्वामी जी ने कुछ लोगों की आलोचना की, जो बिना शिक्षा के वेदव्यास और महर्षि वाल्मीकि बनने की कोशिश करते हैं। उन्होंने संस्कृत को जरूरी बताया और कहा कि इसे पढ़कर भारतीय संस्कृति को बचाया जा सकता है।
PM चीन से हथियाई जमीन वापस लेंगे
स्वामी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अगले कार्यकाल की संभावना पर भी बात की। उनका कहना था कि पीएम मोदी को एक बार और प्रधानमंत्री बनाना चाहिए। साथ ही चीन से भारत की खोई हुई भूमि को वापस प्राप्त करने की दिशा में काम करेंगे।
संस्कृत के महत्व पर दिया जोर
स्वामी रामभद्राचार्य ने समाज में संस्कृत (Sanskrit) के ज्ञान को अनिवार्य बताया। उनका मानना है कि संस्कृत के अध्ययन के बिना समाज में सात्विकता और संस्कृति की रक्षा करना संभव नहीं है। उन्होंने कहा कि समाज को संस्कृत पढ़नी चाहिए ताकि उनके जीवन में संस्कार आ सकें और समाज में व्याप्त अराजकता को रोका जा सके।
स्वामी रामभद्राचार्य का पीएम मोदी को लेकर बयान
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भारतीय संस्कृति और शास्त्रों के महत्व पर चर्चा
रामभद्राचार्य ने भारतीय संस्कृति, शास्त्रों, और संतों के महत्व को भी उजागर किया। उन्होंने स्पष्ट किया कि जो संत शास्त्रों की मर्यादा को बनाए रखते हुए कथा करते हैं, उन्हें ही सुनना चाहिए। उनका कहना था कि जो लोग राम और कृष्ण की उपासना करते हैं, वही श्रेष्ठ हैं। साथ ही, जो लोग अन्य धर्मों की बात करते हैं, उनकी कथाओं से बचना चाहिए।
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इंटरव्यू में उठाए गए प्रमुख सवाल और जवाब
सवाल 1: सरकार का कहना है कि भगवान कल्कि का अवतार संभल में होगा, क्या यह सही है?
जवाब: स्वामी रामभद्राचार्य ने इस पर कहा कि कल्कि का अवतार संभल में होगा, क्योंकि हिंदुओं का पलायन वहां बढ़ रहा है और संभल की स्थिति बहुत खराब हो चुकी है। उन्होंने इसे हिंदुओं की शताब्दी बताया और चेतावनी दी कि हमें हिंदू धर्म को बचाने के लिए जागरूक होने की आवश्यकता है।
सवाल 2: हनुमान चालीसा में किए गए करेक्शन के बारे में आपने क्या कहा था?
जवाब: स्वामी ने स्पष्ट किया कि हनुमान चालीसा में उन्होंने कोई करेक्शन नहीं किया है, बल्कि यह पुरानी प्रतियों पर आधारित था। उन्होंने उदाहरण देते हुए बताया कि हनुमान जी शंकर जी के पुत्र नहीं थे, बल्कि शंकर जी ने ही हनुमान रूप में अवतार लिया था।
सवाल 3: क्या भारत को चीन के साथ रिश्ते बनाने चाहिए?
जवाब: स्वामी रामभद्राचार्य का कहना था कि भारत के लिए चीन के साथ अच्छे रिश्ते बनाना जरूरी है, क्योंकि चीन ने भारत की 800 वर्ग मील जमीन पर कब्जा कर लिया है और पीएम मोदी इसे वापस लेने की कोशिश कर रहे हैं।
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