उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी (सपा) के सांसद रामजीलाल सुमन के काफिले पर अलीगढ़ में हुए हमले ने राजनीतिक माहौल को गरमा दिया है। यह हमला रविवार को उस समय हुआ, जब सुमन अपने काफिले के साथ आगरा से बुलंदशहर जा रहे थे। हमलावरों ने काफिले पर टायर और पत्थर फेंके, जिससे पांच गाड़ियां आपस में टकरा गईं। इस हमले को लेकर विवाद तब और बढ़ गया, जब रामजीलाल सुमन ने इसे एक साजिश करार दिया और कहा कि एक वर्ग के लोग उनकी हत्या की साजिश कर रहे हैं।
रामजीलाल के काफिले पर फेंके पत्थर और टायर
सपा सांसद रामजीलाल सुमन 20 गाड़ियों के काफिले के साथ आगरा से बुलंदशहर जा रहे थे। अलीगढ़ के खेरेश्वर चौराहे पर, क्षत्रिय समाज के कुछ युवकों ने उनके काफिले का रास्ता रोक लिया और विरोध प्रदर्शन करते हुए नारेबाजी की। काफिले की गाड़ियां तेजी से भागने लगीं, और इसी दौड़-धूप में काफिले की पांच गाड़ियां आपस में टकरा गईं। इस घटना में कुछ लोग घायल हो गए।
हमला यहीं नहीं रुका। इसके बाद गभाना टोल प्लाजा के पास फिर से युवकों ने काफिले पर पत्थर और टायर फेंके, जिससे काफिला रुक गया। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को संभाला और सांसद रामजीलाल सुमन को सुरक्षा घेरे में लेकर उन्हें आगे बढ़ाया।
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सपा सांसद का आरोप: हत्या की साजिश
हमले के बाद रामजीलाल सुमन ने आगरा में मीडिया से बात करते हुए कहा कि यह हमला एक सोची-समझी साजिश का हिस्सा था। उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ लोग उनकी हत्या की योजना बना रहे हैं और प्रशासन इसकी अनदेखी कर रहा है। उनके अनुसार, "एक वर्ग के लोग मुझे मारने की साजिश रच रहे हैं और प्रशासन इसे नजरअंदाज कर रहा है।"
सपा सांसद ने यह भी कहा कि पुलिस और प्रशासन ने पहले भी उनकी सुरक्षा को लेकर गंभीर कदम नहीं उठाए। उन्होंने बुलंदशहर में पिछले दिनों हुए दलित उत्पीड़न के मामले का उल्लेख करते हुए कहा कि सरकार और प्रशासन की नाकामी के कारण दलितों पर अत्याचार बढ़ गए हैं।
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करणी सेना के युवा अध्यक्ष ने दी थी धमकी
हमले के बाद, करणी सेना के युवा अध्यक्ष ओकेंद्र राणा ने एक वीडियो जारी किया, जिसमें उन्होंने रामजीलाल सुमन और अखिलेश यादव को धमकी दी। उन्होंने कहा, "हम महाराणा सांगा के वंशज हैं, मरने-मारने से नहीं डरते।" करणी सेना ने पहले ही चेतावनी दी थी कि वे सपा सांसद से जवाब मांगने के लिए विरोध प्रदर्शन करेंगे। ओकेंद्र राणा ने यह भी कहा कि प्रशासन हर बार सपा सांसद को बचा लेता है, लेकिन अब वे खुद घुटने टेकेंगे।
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सपा कार्यकर्ताओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज
अलीगढ़ और बुलंदशहर पुलिस ने इस हमले के बाद कार्रवाई की। गभाना थाने में मुकदमा दर्ज किया गया और थाना प्रभारी को निलंबित कर दिया गया। SSP संजीव सुमन ने इस पूरे घटनाक्रम की जांच करने के आदेश दिए हैं। वहीं, बुलंदशहर के अरनिया थाने में 15-20 सपा कार्यकर्ताओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है।
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सुमन इसलिए जा रहे थे बुलंदशहर
रामजीलाल सुमन बुलंदशहर में हाल ही में हुए एक दलित उत्पीड़न के मामले के कारण वहां जाने वाले थे। 21 अप्रैल को दबंगों ने चार दलितों को थार से कुचल दिया था, जिससे एक महिला की मौत हो गई और तीन लोग घायल हो गए थे। सपा सांसद इसी मामले में दलितों से मिलने बुलंदशहर जा रहे थे, लेकिन प्रशासन ने उन्हें वहां जाने से रोक दिया।
अखिलेश यादव ने लगाए साजिश का आरोप
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने इस हमले को एक गहरी साजिश बताया। उन्होंने कहा कि यह हमला एक राजनीतिक साजिश का हिस्सा है और समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं के खिलाफ हिंसा बढ़ने का इशारा करता है। अखिलेश ने यह भी कहा कि भाजपा के लोग भी एक दिन इस प्रकार के हिंसक हमलों का शिकार हो सकते हैं।
सपा सांसद ने राणा सांगा को कहा था गद्दार
रामजीलाल सुमन ने हाल ही में राणा सांगा पर एक विवादास्पद बयान दिया था, जिसके बाद करणी सेना के लोग उनसे नाराज थे। सुमन ने कहा था कि अगर मुसलमान बाबर के वंशज हैं तो हिंदू राणा सांगा के वंशज हैं, जिन्होंने बाबर को भारत में आने में मदद की थी। इस बयान के बाद करणी सेना और अन्य हिंदू संगठन सपा सांसद के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने लगे थे। देश दुनिया न्यूज