BHOPAL. अब तक आपने 2000 रुपए के नोट को सबसे बड़े नोट के रूप में देखा होगा। लेकिन अगर हम कहें कि भारत का सबसे बड़ा नोट 2 हजार का नहीं बल्कि, 1 लाख का है तो शायद आप इस बात पर यकीन ना करें, लेकिन ये सच है। एक जमाने में भारत में 1 लाख रुपए का नोट भी छप चुका है। इसे देखना तो दूर कई लोगों ने इस बारे में सुना तक नहीं होगा। तो चलिए आपको 1 लाख रुपए के नोट से जुड़ी कुछ दिलचस्प बातों से रूबरू कराते हैं। एक लाख रुपए का नोट नेताजी सुभाष चंद्र बोस की आजाद हिंद सरकार के जमाने में आया था। आपको जानकर हैरानी होगी कि इस नोट पर महात्मा गांधी की तस्वीर नहीं थी बल्कि, सुभाष चंद्र बोस की तस्वीर छपी हुई थी।
कब और क्यों आया था 1 लाख रुपए का नोट?
आपको बता दें कि 1 लाख रुपए का नोट नेताजी सुभाष चंद्र बोस की आजाद हिंद सरकार के जमाने में आया था। आपको जानकर हैरानी होगी कि इस नोट पर महात्मा गांधी की तस्वीर नहीं थी बल्कि, सुभाष चंद्र बोस की तस्वीर छपी हुई थी। इस नोट को आजाद हिंद बैंक ने जारी किया था। इस बैंक का गठन भी नेताजी सुभाष चंद्र बोस ने ही किया था। जो कि बर्मा के रंगून में स्थित था। इसी बैंक को बैंक ऑफ इंडिपेंडेंस भी कहा जाता था।
नोट के एक ओर सुभाष की तस्वीर तो दूसरी ओर स्वतंत्र भारत लिखा था
ये बैंक को खास कर डोनेशन कलेक्ट करने के लिए बनाया गया था जो कि भारत को ब्रिटिश राज से आजाद करने के लिए दिया जाता था। वहीं 1 लाख रुपए का नोट जारी करने वाले आजाद हिंद बैंक को दुनिया के 10 देशों का समर्थन प्राप्त था। वहीं नोटों के बनावट की बात करें तो एक तरफ सुभाष चंद्र बोस की तस्वीर छपी थी तो दूसरी तरफ भारत के चित्र के ऊपर स्वतंत्र भारत लिखा हुआ था।
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नेताजी के चालक ने दी थी 1 लाख के नोट की जानकारी
आपको बता दें कि आजाद हिंद बैंक द्वारा 5000 के नोट की जानकारी सार्वजनिक ही की गई थी जिसका एक नोट आज भी बीएचयू के भारत कला भवन में सुरक्षित मौजूद है। वहीं एक लाख के नोट की जानकारी नेताजी के चालक रह चुके कर्नल निजामुद्दीन ने एक इंटरव्यू के दौरान खुद बताई थी। इसके अलावा ये बात और भी पुख्ता हुई जब एक लाख के नोट की तस्वीर नेताजी की परपोती राज्यश्री चौधरी ने विशाल भारत संस्थान को उपलब्ध कराई।
बैंक ने 10 रुपए के सिक्के से लेकर 1 लाख रुपए तक के नोट जारी किए थे
नेताजी के चालक रहे कर्नल निजामुद्दीन ने अपने एक इंटरव्यू में इस नोट के बारे में बताया कि इसे सुभाष चन्द्र बोस की आजाद हिंद बैंक द्वारा जारी किया गया था जिसे उस दौरान दस देशों का समर्थन प्राप्त था। इन 10 देशों में बर्मा, क्रोसिया, जर्मनी, नानकिंग (वर्तमान में चीन), मंचूको, इटली, थाईलैंड, फिलीपिंस और आयरलैंड शामिल थे जिन्होंने बैंक की करेंसी को मान्यता दी थी। उस दौरान बैंक द्वारा 10 रुपए के सिक्के से लेकर 1 लाख रुपए तक के नोट जारी किए गए थे। 1 लाख रुपए के नोट को जारी करने वाले बैंक आजाद हिंद की स्थापना साल 1943 में की गई थी। बैंक द्वारा 5000 के नोट की जानकारी सार्वजनिक की गई थी जिसका एक नोट आज भी बीएचयू के भारत कला भवन में सुरक्षित है।