/sootr/media/post_banners/059d345531566b675a62a9ba59461339f595d0b3e52f6c44dda67fe646f8f5c4.png)
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल द्वारा मंगलवार, 12 अक्टूबर को पकड़े गए पाकिस्तानी आतंकी मोहम्मद अशरफ ने पूछताछ में कई खुलासे किए। जानकारी के मुताबिक, साल 2011 में हाईकोर्ट के बाहर जो ब्लास्ट हुआ था, उस दौरान आतंकी मोहम्मद अशरफ ने ही हाईकोर्ट की रेकी की थी। आतंकी अशरफ को ब्लास्ट में शामिल एक संदिग्ध की फोटो दिखाई गई तो उसने बताया कि उसने ही हाईकोर्ट की रेकी की थी। लेकिन अभी ये उस ब्लास्ट में शामिल था या नहीं, ये अभी पूछताछ में साफ होगा। अशरफ से NIA, RAW और MI ने भी लंबी पूछताछ की।
पुलिस हेडक्वार्टर के आसपास भी रेकी की
2011 के आसपास आतंकी ने आईटीओ (RTO) स्थित पुलिस हेडक्वाटर की रेकी की थी। आतंकी ने कई बार रेकी की लेकिन उसे वहां कुछ ज्यादा जानकारी नहीं मिल पाई क्योंकि पुलिस हेडक्वाटर के बाहर लोगों को रुकने नहीं दिया जाता है। साथ ही आतंकी ने आईएसबीटी (ISBT) की भी रेकी की और पाकिस्तान के हैंडलर्स को सूचना भेजी। अभी अशरफ से पूछताछ जारी है।
आतंकी ने कहां-कहां किया हमला?
साल 2009 में जम्मू बस स्टैंड पर ब्लास्ट किया था, 3-4 लोगों की मौत हुई थी। ISI के अफसर नासिर के कहने पर हमला किया था। साल 2011 में दिल्ली हाईकोर्ट ब्लास्ट की रेकी की थी और धमाका करने के लिए 2 पाकिस्तानी आए थे जिसमें से एक का नाम गुलाम सरवर था। जम्मू कश्मीर में 5 आर्मी के जवानों की बेरहमी से हत्या की थी। ISI के अफसर नासिर के कहने पर कई बार जम्मू कश्मीर में हथियार सप्लाई करने गया था। ISI अफसर से बात हमेशा ई-मेल से होती थी। ईमेल में ड्राफ्ट में मेसेज छोड़ा जाता था।
लंबे समय से भारत में रह रहा है आतंकी
स्पेशल सेल का मानना है कि अशरफ को बांग्लादेश के रास्ते भारत भेजा गया। ये सिलीगुड़ी से भारत में घुसा, यहां उसने शादी भी की। स्पेशल सेल ने बताया कि उसने गाजियाबाद की किसी लड़की से शादी की थी। आतंकी दिल्ली-एनसीआर में पीर-मौलाना बनकर झाड़ फूंक का भी काम करता था। मंगलवार, 12 अक्टूबर को दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। स्पेशल सेल के डीसीपी (DCP) प्रमोद कुशवाह ने कहा कि मोहम्मद अशरफ लंबे वक्त से फर्जी आईडी के साथ भारत में रह रहा था और स्लीपर सेल की तरह काम कर रहा था। इसके पास से AK-47, ग्रेनेड आदि मिले थे।