OLA-Uber की होगी छुट्टी! मोदी सरकार शुरू करने जा रही सहकार टैक्सी सर्विस, इन्हें मिलेगा फायदा

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने संसद में सहकार टैक्सी सेवा की शुरुआत का ऐलान किया, जो ओला और उबर जैसे राइड-हेलिंग प्लेटफार्म्स के लिए चुनौती पेश कर सकती है।

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Raj Singh
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केंद्र की मोदी सरकार ने बड़ा फैसला किया है। केंद्रीय सहकारिता मंत्रालय की ओर सहकार टैक्सी सेवा की शुरुआत की जाने वाली है। इसकी शुरू होने से देश के राइड-हेलिंग प्लेटफार्म्स जैसे ओला (Ola) और उबर (Uber) के लिए एक बड़ी चुनौती साबित हो सकती है। बता दें कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने संसद में इसका ऐलान किया और कहा कि इस नई सेवा का उद्देश्य ड्राइवरों को पूरा मुनाफा देना होगा, न कि किसी मध्यस्थ या कंपनी को। इससे न केवल ड्राइवरों को फायदे मिलेंगे, बल्कि यह एक सरकारी सेवा होगी जो उपभोक्ताओं को सस्ते और पारदर्शी राइड-हेलिंग सेवा भी प्रदान करेगी।

सहकार टैक्सी का मुनाफा ड्राइवरों के हाथ में

सहकार टैक्सी सेवा की सबसे बड़ी खासियत यह है कि इसका मुनाफा सीधे ड्राइवरों के पास जाएगा। ओला और उबर जैसी कंपनियां आमतौर पर कमाई का एक बड़ा हिस्सा अपने पास रखती हैं, लेकिन सहकार टैक्सी में यह पूरी कमाई ड्राइवरों को मिलेगी। इसमें कोई कमीशन, प्राइवेट कंपनी का हिस्सा या अन्य खर्चे नहीं होंगे। इससे ड्राइवरों को आर्थिक रूप से लाभ होगा और उनकी शिकायतें भी दूर होंगी।

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योजना सहकारी समितियों के माध्यम से...

गृह मंत्री अमित शाह ने इस बारे में बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सहकार से समृद्धि का नारा अब साकार होने जा रहा है। यह योजना सहकारी समितियों के माध्यम से संचालित होगी, और इसका लक्ष्य भारत में सहकारिता आंदोलन को प्रोत्साहित करना है। शाह ने यह भी कहा कि यह योजना प्रधानमंत्री की भविष्यवाणी को वास्तविकता में बदलने के प्रयासों का हिस्सा है, जो पिछले साढ़े तीन वर्षों से लगातार जारी हैं।

ओला-उबर को मिलेगा कड़ा मुकाबला

बता दें कि अमित शाह की ओर से यह घोषणा ऐसे वक्त पर की गई है जब ओला और उबर जैसी बड़ी कंपनियों पर कई सवाल उठ रहे हैं। इन कंपनियों पर आरोप हैं कि वे ग्राहकों से अलग-अलग किराया वसूलते हैं, जैसे कि iPhone और Android यूजर्स से अलग-अलग चार्ज करते हैं। केंद्रीय उपभोक्ता संरक्षण प्राधिकरण (CCPA) ने इन कंपनियों को नोटिस भी भेजा था, जो इसके बाद और भी विवादों में घिर गईं। सहकार टैक्सी का उद्देश्य इन समस्याओं का समाधान करना है।

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ड्राइवरों को योजना का मिलेगा लाभ

सहकार टैक्सी सेवा, ओला-उबर जैसी ऐप्स पर आधारित होगी, लेकिन यह एक सहकारी मॉडल होगा। इसमें टैक्सी, रिक्शा, दोपहिया, और चार पहिया वाहनों का रजिस्ट्रेशन किया जा सकेगा। इस ऐप से जुड़े ड्राइवरों को न तो किसी को कमीशन देना होगा और न ही किसी प्रकार का शुल्क देना होगा। यह सुनिश्चित करेगा कि ड्राइवर पूरी कमाई खुद ही रखें।

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