श्मशान में चांदी के कड़े के लिए संग्राम, मां की चीता पर लेट गया बेटा, कई घंटे किया हंगामा

घटना कोटपूतली-बहरोड़ से सामने आई है, जहां एक बेटे ने अपनी मां के अंतिम संस्कार को रोक दिया। वजह जानकर हर कोई हैरान रह गया। बेटे ने चिता पर लेटकर अंतिम संस्कार रोक दिया।

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Rohit Sahu
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राजस्थान के कोटपूतली-बहरोड़ क्षेत्र से ऐसी घटना सामने आई जिसने मानवता को शर्मसार कर दिया है। जहां एक बेटे ने अपनी ही मां का अंतिम संस्कार रोककर घंटों हंगामा किया। यह सब उसने अपनी मां के चांदी के कड़े नहीं मिलने के लिए किया। बेटे ने चिता पर मां की अर्थी रखने से पहले खुद जाकर लेटने की हरकत की और करीब 2 घंटे तक श्मशान में चांदी के कड़े के लिए हंगामा करता रहा।

मां की मौत के बाद कड़े के लिए चिता पर लेटा बेटा

घटना 3 मई को लीला का बास ढाणी गांव से सामने आई। जहां भूरी देवी के निधन के बाद उनके 7 बेटों में से एक ओमप्रकाश ने पहले तो मां की अर्थी को कंधा दिया, लेकिन श्मशान पहुंचते ही वह चांदी के कड़ों की मांग करने लगा। जब कोई बात नहीं मानी गई, तो वह अंतिम संस्कार के लिए तैयार की गई चिता पर ही जाकर लेट गया और मां का शव रखने नहीं दिया और अपने भाई से लगातार मां के चांद के कड़े मांगता रहा।

भाईयों के बीच संपत्ति विवाद बना हंगामे की वजह

ग्रामीणों ने बताया कि ओमप्रकाश और बाकी भाइयों के बीच संपत्ति को लेकर सालों से विवाद चला आ रहा है। भूरी देवी की मौत के बाद जब घर पर अंतिम संस्कार के लिए क्रियाएं की जा रही थीं, तब उनके गहनों को बड़े बेटे गिरधारी को सौंप दिया गया था। यही बात ओमप्रकाश को नागवार गुजरी और उसने श्मशान में हंगामा खड़ा कर दिया।

मां की लाश पड़ी रही जमीन पर, बेटे करते रहे झगड़ा

हद तो यह हो गई श्मसान में मां की अर्थी जमीन पर पड़ी रही और दोनों बेटे आपस में गालियां देकर झगड़ा करते रहे हैं। गांव वालों ने दोनों को समझाने की कोशिश की, लेकिन ओमप्रकाश टस से मस नहीं हुआ। इतना ही नहीं चांदी के कड़े नहीं मिलने पर भाई ने मां के लिए तैयार की गई अर्थी पर लेट गया।

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श्मशान में बुलवाए गए गहने, तब जाकर हुआ अंतिम संस्कार

ग्रामीणों और रिश्तेदारों की लाख कोशिशों के बाद भी जब ओमप्रकाश नहीं माना, तब श्मशान में ही भूरी देवी के चांदी के कड़े और गहने मंगवाकर उसे सौंपे गए। इसके बाद ही ओमप्रकाश चिता से उठा और अंतिम संस्कार की प्रक्रिया पूरी की गई। बता दें, भूरी देवी के पति छित्रमल की मृत्यु दो साल पहले हो चुकी थी और ओमप्रकाश सात भाइयों में पांचवे नंबर पर है।

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यह वीडियो गुरुवार को सामने आया और देखते ही देखते सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। आम जनता के साथ स्थानीय लोगों ने भी इस अमानवीय घटना पर रोष जताया है। लोग इस पर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं और कह रहे हैं कि यह सामाजिक मर्यादा और पारिवारिक संस्कारों पर बड़ा धब्बा है।

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