अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बुधवार को एक आदेश पर हस्ताक्षर किए, जिसमें सुरक्षा कारणों से 19 देशों के नागरिकों के अमेरिका में प्रवेश को प्रतिबंधित किया गया है। इसके अलावा सात अन्य देशों पर इसी तरह सीमित पाबंदी भी लगाई गई है।
यह आदेश 19 देशों के नागरिकों के अमेरिका में प्रवेश को पूरी तरह प्रतिबंधित करता है। ये देश हैं- अफ़ग़ानिस्तान, म्यांमार, चाड, कांगो गणराज्य, इक्वेटोरियल गिनी, इरिट्रिया, हैती, ईरान, लीबिया, सोमालिया, सूडान और यमन. साथ ही, दूसरे सात देशों के लोगों के अमेरिका में प्रवेश को आंशिक सीमित किया है। ये देश हैं बुरुंडी, क्यूबा, लाओस, सिएरा लियोन, टोगो, तुर्कमेनिस्तान और वेनेजुएला।
व्हाइट हाउस ने क्या कहा?
व्हाइट हाउस की प्रवक्ता एबिगेल जैक्सन ने बीबीसी को बताया कि, "राष्ट्रपति ट्रंप अपने वादे पर कायम हैं, वे अमेरिका को उन विदेशी तत्वों से सुरक्षित रखेंगे जो हमारे देश में आकर हमें नुकसान पहुंचाना चाहते हैं। जैक्सन ने कहा, "ये प्रतिबंध उन देशों पर लगाया गया है, जहां लोगों की पृष्ठभूमि की पर्याप्त जांच नहीं होती। वीजा की शर्तों का उल्लंघन अधिक होता है, या जो पहचान और खतरे से जुड़ी जानकारी साझा करने में विफल रहते हैं। उन्होंने कहा, राष्ट्रपति ट्रंप हमेशा अमेरिकी जनता और उनकी सुरक्षा के सर्वोत्तम हित में कार्य करेंगे।
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साल 2017 में भी लगा चुके हैं ट्रंप प्रतिबंध
यह ट्रंप द्वारा लागू किया गया पहला यात्रा प्रतिबंध नहीं है। पहले कार्यकाल में ट्रंप ने साल 2017 में कुछ मुस्लिम देशों पर इसी तरह की पाबंदी लगाई थी। उस प्रतिबंध को विभिन्न कानूनी चुनौतियों का सामना करना पड़ा था। हालांकि बाद में सर्वोच्च न्यायालय ने इसे प्रभाव में लाने की अनुमति दे दी थी। उस समय, हजारों पर्यटक, प्रवासी, कारोबारी मेहमान और निवास परमिट धारक दुनिया भर के हवाई अड्डों पर फंसे रह गए थे।
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एक के बाद एक आतंकवादी हमले: ट्रंप
नए यात्रा प्रतिबंधों की घोषणा करते हुए ट्रंप ने अपने वीडियो संदेश में कहा कि "एक के बाद एक आतंकवादी हमले" हो रहे हैं, जो "ख़तरनाक जगहों से आए विदेशी वीजा धारकों" द्वारा किए गए हैं। उन्होंने अमेरिका में "लाखों अवैध प्रवासियों" के लिए बाइडन की "ओपन डोर पॉलिसी" को जिम्मेदार ठहराया।