भारत में यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) एक बार फिर ठप हो गया। Google Pay, PhonePe, Paytm और SBI जैसे प्लेटफॉर्म्स पर सैकड़ों यूजर्स को ट्रांजैक्शन फेल्योर, पेमेंट डिले और ऐप क्रैश की समस्याओं का सामना करना पड़ा। Downdetector की रिपोर्ट के अनुसार, आउटेज की शुरुआत दोपहर में हुई और शाम तक चरम पर पहुंच गई। यह पिछले दो हफ्तों में दूसरी बार है जब इतनी बड़ी संख्या में UPI यूजर्स को समस्याएं आई हैं।
प्रभावित ऐप्स और सेवाएं
Downdetector के आंकड़ों के मुताबिक, इस आउटेज में प्रभावित हुए प्रमुख ऐप्स और बैंक:
- Google Pay
- PhonePe
- Paytm
- Amazon Pay
- SBI (State Bank of India)
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रिपोर्ट्स के अनुसार
- 64% शिकायतें फंड ट्रांसफर फेल्योर से जुड़ी थीं।
- 28% पेमेंट फेल्योर और
- 8% ऐप क्रैश से संबंधित थीं।
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SBI के यूजर्स ने भी बड़े पैमाने पर परेशानी जताई
- 57% ट्रांजैक्शन फेल्योर
- 34% मोबाइल बैंकिंग दिक्कतें
- 9% बैलेंस अपडेट समस्या
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Downdetector पर ट्रेंड में UPI Down
Downdetector पर शाम 7:40 बजे तक 533 से ज्यादा आउटेज रिपोर्ट्स दर्ज हुईं। ग्राफ्स में दोपहर 1 बजे से लेकर 5 बजे तक UPI आउटेज की गतिविधि सबसे ज्यादा रही। SBI की सर्विस भी पहले रात 10 बजे और फिर दोपहर में बुरी तरह प्रभावित रही।
सोशल मीडिया पर यूजर्स ने ट्रांजैक्शन फेल, पैसे कटने और देर से रिफंड होने की समस्याओं के स्क्रीनशॉट शेयर किए। ट्विटर और इंस्टाग्राम पर UPIDown ट्रेंड करने लगा।
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क्या कहा NPCI और बैंकों ने?
अब तक नेशनल पेमेंट्स कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) या किसी प्रमुख बैंक ने इस आउटेज पर कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है। कुछ यूजर्स ने ‘UPI Down in India’ जैसे एरर मैसेज मिलने की जानकारी दी है।
UPI पर निर्भरता और भविष्य की चुनौतियां
भारत में अब रोज़मर्रा की आर्थिक गतिविधियों में UPI का प्रयोग बेहद आम हो गया है। किराना दुकान से लेकर टैक्सी पेमेंट तक, सब कुछ UPI से हो रहा है। ऐसे में तकनीकी खराबी का असर देशभर में लोगों की जीवनशैली पर सीधा पड़ता है। वित्तीय टेक विशेषज्ञों का मानना है कि यदि सर्वर कैपेसिटी और सिक्योरिटी इंफ्रास्ट्रक्चर को समय पर अपग्रेड नहीं किया गया, तो इस तरह की दिक्कतें बार-बार सामने आएंगी।