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अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत समेत चीन, कनाडा, मैक्सिको और दक्षिण कोरिया समेत कई देशों पर रेसिप्रोकल टैरिफ (Reciprocal Tariff) लगाने का ऐलान किया है। यह नियम 2 अप्रैल से लागू होगा। जब ट्रंप से इस तारीख को चुनने का कारण पूछा गया, तो उनका जवाब सुनकर अमेरिकी संसद में ठहाके लगने शुरू हो गए। बता दें अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि जो भी देश अमेरिका पर टैरिफ लगाएंगे, अमेरिका भी उन पर उतना ही टैक्स लगाएगा।
क्या है रेसिप्रोकल टैरिफ
रेसिप्रोकल टैरिफ का अर्थ है जब एक देश दूसरे देश से आयातित वस्तुओं पर टैरिफ (आयात शुल्क) लगाता है, तो दूसरा देश भी उसी अनुपात में उस देश के उत्पादों पर टैरिफ लगा देता है। इसे सरल भाषा में 'जैसे को तैसा' नीति कहा जा सकता है। उदाहरण के लिए, अगर कोई देश अमेरिकी उत्पादों पर 10 प्रतिशत आयात शुल्क लगाता है, तो अमेरिका भी उस देश से आने वाले सामान पर 10 प्रतिशत का ही टैरिफ लगाएगा।
टैरिफ लगाने से भारत पर होगा असर
ट्रंप की संभावित टैरिफ नीति भारत के आईटी, फार्मा, ऑटोमोबाइल, टेक्सटाइल और स्टील सेक्टर पर असर डाल सकती है। आईटी कंपनियों (TCS, Infosys) को नए प्रोजेक्ट्स मिलने में दिक्कत होगी। फार्मा कंपनियों (Sun Pharma, Cipla) की दवाएं महंगी हो सकती हैं। ऑटोमोबाइल सेक्टर को निर्यात में कठिनाई होगी। टेक्सटाइल इंडस्ट्री की प्रतिस्पर्धात्मकता घटेगी। स्टील और एल्युमिनियम कंपनियों (Tata Steel, JSW) का निर्यात प्रभावित होगा। इससे भारतीय उद्योगों की ग्रोथ पर नकारात्मक असर पड़ सकता है।
'1 तारीक को करते लोग समझते अप्रैल फूल बनाया'
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने घोषणा की है कि 2 अप्रैल से अमेरिका में पारस्परिक टैरिफ (Reciprocal Tariffs) लागू किए जाएंगे। जब 2 तारीख को लेकर उनसे सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि अगर 1 तारीख को लागू करते तो इसे अप्रैल फूल समझ लिया जाता। ट्रंप का जवाब सुनकर अमेरिकी संसद में उपस्थित सांसद जोर जोर से ठहाके लगाकर हंस पड़े।
अमेरिकी अर्थव्यवस्था को होगा बड़ा लाभ
ट्रंप ने कहा कि कई दशकों से अमेरिका को विभिन्न देशों द्वारा आर्थिक रूप से नुकसान पहुंचाया जा रहा है। लेकिन अब ऐसा नहीं होने दिया जाएगा। उन्होंने जोर देकर कहा कि नए टैरिफ से अमेरिका को भारी राजस्व मिलेगा और लाखों नई नौकरियां पैदा होंगी। उन्होंने आगे बताया कि 2 अप्रैल से अमेरिकी बाजार में आने वाले विदेशी कृषि उत्पादों पर नया टैरिफ लागू होगा, जिससे स्थानीय किसानों को फायदा मिलेगा।
विदेशी उत्पादों पर कड़ा रुख
देश का नाम | टैरिफ लागू होने वाले उत्पाद | टैरिफ प्रतिशत (%) |
---|---|---|
भारत (India) | इलेक्ट्रॉनिक्स, टेक्सटाइल, ऑटोमोबाइल | 20% |
चीन (China) | मोबाइल, गाड़ियां, अन्य उत्पाद | 25% |
कनाडा (कनाडा ) | एनर्जी, कृषि उत्पाद | 10% |
मेक्सिको (Mexico) | सभी उत्पाद | 25% |
दक्षिण कोरिया (South Korea) | स्टील, टेक इंडस्ट्री | 15% |
ट्रंप ने यह भी स्पष्ट किया कि विदेशी एल्युमिनियम, कॉपर, लंबर और स्टील पर 25% टैरिफ लगाया गया है। उन्होंने कहा कि यह कदम सिर्फ अमेरिकी नौकरियों की सुरक्षा के लिए नहीं बल्कि देश की आत्मनिर्भरता और अर्थव्यवस्था की मजबूती के लिए भी है। उन्होंने विदेशी उत्पादों को 'गंदा और घटिया' बताते हुए कहा कि इससे अमेरिकी किसानों और उद्योगों को नुकसान हो रहा है, जिसे अब रोका जाएगा।
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मैक्सिको और कनाडा पर भी निशाना
ट्रंप ने कनाडा और मैक्सिको पर भी गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि इन देशों ने अमेरिका में रिकॉर्ड स्तर पर फेंटानाइल (Fentanyl) जैसे घातक नशीले पदार्थों की आपूर्ति की अनुमति दी, जिससे हजारों अमेरिकी नागरिकों की जान गई। ट्रंप ने स्पष्ट किया कि अमेरिका अब इन देशों को किसी तरह की आर्थिक सब्सिडी नहीं देगा।
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भारत और चीन पर भी लागू होंगे नए टैरिफ
ट्रंप पहले भी कह चुके हैं कि उनकी सरकार जल्द ही भारत और चीन पर जवाबी शुल्क लगाएगी। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अमेरिकी यात्रा के दौरान भी यह संकेत दिया था। ट्रंप ने मोदी से कहा था कि अमेरिका अपने जवाबी टैरिफ से किसी को छूट नहीं देगा और इस मुद्दे पर उनसे बहस करना बेकार होगा।