कोरोना पे चर्चा: तीसरी लहर अपने आप नहीं आएगी, एन्जॉयमेंट से बचें- मोदी

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कोरोना पे चर्चा: तीसरी लहर अपने आप नहीं आएगी, एन्जॉयमेंट से बचें- मोदी

नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 13 जुलाई को असम, मणिपुर, अरुणाचल प्रदेश, मिजोरम, मेघालय, सिक्किम, त्रिपुरा और नगालैंड के मुख्यमंत्रियों से बात की। इसमें उन्होंने राज्यों में कोरोना के हालात पर चर्चा की। मोदी ने संभावित तीसरी लहर पर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि हिल स्टेशन, मार्केट में बिना मास्क और प्रोटोकॉल को नजरअंदाज कर भारी भीड़ की मौजूदगी ठीक नहीं है। उन्होंने कहा, 'कुछ लोग सीना तानकर बोलते हैं कि तीसरी लहर आने से पहले एन्जॉय करना चाहते हैं। लोगों को समझना होगा कि तीसरी लहर अपने आप नहीं आएगी। सवाल होना चाहिए कि इसे कैसे रोकना है? प्रोटोकॉल का पालन कैसे करना है? कोरोना अपने आप नहीं आता, कोई जाकर ले आए, तो आता है। हम सावधानी बरतेंगे, तो ही इसे रोक पाएंगे। मोदी ने 6 अहम बातें कहीं...

1. माइक्रो लेवल पर सख्त कदम उठाने होंगे

हमें वायरस के हर वैरिएंट पर नजर रखनी होगी। संक्रमण को रोकने के लिए हमें माइक्रो-लेवल पर और सख्त कदम उठाने होंगे। ये बहरूपिया है। बार-बार रंग-रूप बदलता है। म्यूटेशन के बाद यह कितना परेशान करने वाला होगा। इस पर एक्सपर्ट स्टडी कर रहे हैं। प्रिवेंशन और ट्रीटमेंट बहुत जरूरी है। इस पर हमें अपना पूरा फोकस रखना है। वायरस का प्रहार दो गज की दूरी, मास्क और वैक्सीनेशन के कवरेज के आगे फीका पड़ जाएगा।

2. अपने पुराने अनुभवों से सीखें

असम के मुख्यमंत्री हेमंत बिस्व सरमा बता रहे थे कि उन्होंने 6 हजार से ज्यादा माइक्रो-कंटेनमेंट जोन बनाए। इससे जिम्मेदारी तय होती है। माइक्रो-कंटेनमेंट जोन पर जितना जोर लगाएंगे, हम इस परिस्थिति से उतना जल्दी बाहर आएंगे। पिछले डेढ़ साल में जो अनुभव मिले हैं, उनका इस्तेमाल करना होगा। राज्यों और जिलों में कई इनोवेशन किए गए हैं, इन्हें जारी रखना होगा।

3. टीकाकरण तेजी से हो

एक्सपर्ट बार-बार चेतावनी दे रहे हैं कि असावधानी, लापरवाही और भीड़भाड़ से कोरोना संक्रमण में तेजी से फैल सकता है। जरूरी है कि हर स्तर पर कदम गंभीरता से उठाएं। ज्यादा भीड़ वाले जो कार्यक्रम रुक सकते हैं, उन्हें रोकना चाहिए। केंद्र सबको मुफ्त वैक्सीन दे रहा है। तीसरी लहर के लिए वैक्सीनेशन को तेज करना होगा। सेलेब्रिटी, धर्म, शिक्षा और हर क्षेत्र से जुड़े लोग वैक्सीनेशन के लिए लोगों को जागरूक करें।

4. ऑक्सीजन पर काम करना होगा

टेस्टिंग और ट्रीटमेंट के इन्फ्रास्ट्रक्चर में सुधार करते हुए आगे चलना है। कैबिनेट ने 23 हजार करोड़ रुपए का नया पैकेज दिया है। नॉर्थ-ईस्ट के हर राज्य को इस पैकेज से अपने हेल्थ इन्फ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने में मदद मिलेगी। जहां केस बढ़ रहे हैं, वहां ICU बेड बढ़ाने में मदद मिलेगी। ऑक्सीजन पर काम करना होगा।

5. नॉर्थ-ईस्ट के लिए 150 ऑक्सीजन प्लांट

देशभर में ऑक्सीजन प्लांट लगाए जा रहे हैं। नॉर्थ-ईस्ट के लिए 150 प्लांट स्वीकृत हुए हैं। स्किल्ड मैनपॉवर को भी तैयार कर लीजिए। भौगोलिक स्थिति को देखते हुए अस्थाई अस्पताल बनाना भी बहुत जरूरी है।

6. टेस्टिंग क्षमता बढ़ाएं

ट्रेंड मैनपावर की जरूरत है। ICU बेड, ऑक्सीजन बेड, नए अस्पतालों के लिए ट्रेंड मैनपॉवर जरूरी है। इससे जुड़ी हर मदद केंद्र सरकार देगी। पूरे देश में 20 लाख से अधिक टेस्ट रोजाना करने की क्षमता हासिल कर चुके हैं। नॉर्थ-ईस्ट के हर जिलों में टेस्टिंग क्षमता को बढ़ाना होगा। रैंडम टेस्टिंग के साथ अग्रेसिव टेस्टिंग करनी होगी।

दुर्घटना घटी! सावधानी हटी
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