पूजा पाठ में क्यों जरूरी है चरणामृत चढ़ाना, जानें कैसे करें इसका सही तरीके से सेवन

चरणामृत हिंदू धर्म में पूजा के बाद दिया जाने वाला पवित्र जल है, जो भगवान के चरणों से प्राप्त होता है। जानिए इसके धार्मिक लाभ, महत्व, और इसे ग्रहण करने के नियम।

author-image
Kaushiki
New Update
Rules for taking Charanamrit
Listen to this article
0.75x 1x 1.5x
00:00 / 00:00

चरणामृत हिंदू धर्म में एक पवित्र परंपरा है, जिसमें भगवान के चरणों से गिरा जल लिया जाता है। यह जल विशेष रूप से अमृत माना जाता है। शास्त्रों के मुताबिक चरणामृत का उपयोग केवल जल के रूप में नहीं बल्कि पंचामृत के रूप में भी किया जा सकता है।

इसमें दूध, दही, घी, शहद और शक्कर शामिल होते हैं। पूजा के समय भगवान की मूर्ति पर यह अमृत चढ़ाया जाता है और फिर भक्तों को चरणामृत के रूप में दिया जाता है, जो बहुत ही पवित्र माना जाता है।

ये खबर भी पढ़ें...आषाढ़ माह की गुप्त नवरात्रि कब से है, ग्रह दोष निवारण के लिए ऐसे करें माता की पूजा

पूजा-पाठ में पंचामृत और चरणामृत से जुड़ी न करें ये गलतियां, वरना नहीं  मिलेगा फल! | Panchamrit And Charnamrit Mistakes do not make these mistakes  related to panchamrit and charnamrit while puja

चरणामृत की धार्मिक मान्यता

चरणामृत भगवान के चरणों से प्राप्त जल होता है, जो बहुत पवित्र माना जाता है। शास्त्रों के मुताबिक, भगवान विष्णु के चरणों से गंगा का पानी निकलता है, जिसे सभी तीर्थों से भी पवित्र माना जाता है।

इसी तरह, शिवपुराण में कहा गया है कि भगवान शिव के अभिषेक से मिले जल भी मोक्ष देने वाला होता है। इसलिए चरणामृत को पवित्रता, आध्यात्मिक उन्नति और ईश्वर की कृपा का प्रतीक माना जाता है। इसे विशेष सम्मान के साथ ग्रहण किया जाता है।

Charanamrit| चरणामृत पीने के लाभ | Charnamrit Ka Mahatva | significance and  benefits of charnamrit during worship | HerZindagi

इसे पीने के धार्मिक लाभ

शास्त्रों में इस अमृत को पीने के कई लाभ कथित हैं:

समस्त तीर्थों का फल
शास्त्रों में कहा गया है कि चरणामृत पीने से वह पुण्य मिलता है, जो तीर्थयात्रा, गंगा स्नान या यज्ञ में भाग लेने से मिलता है। यह पुण्यदायक जल कम प्रयास में अधिक पुण्य देता है।

पापों का नाश
इस अमृत की शक्ति के बारे में कहा जाता है कि इसमें पापों को नष्ट करने की क्षमता होती है। "चरणामृतं पानं पावनं पापनाशनम्" इस श्लोक के मुताबिक, इस अमृत को पीने से सभी पाप नाश हो जाते हैं।

मन और शरीर की शुद्धि
इस अमृत के तत्व जैसे दूध, घी, शहद, दही और शक्कर, आयुर्वेद के दृष्टि से अत्यंत गुणकारी होते हैं। ये शरीर को पोषण और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के साथ-साथ मानसिक शांति और सात्त्विकता की अनुभूति कराते हैं।

ईश्वर कृपा की प्राप्ति
इस अमृत को श्रद्धा के साथ ग्रहण करने से भक्त के जीवन में ईश्वर की विशेष कृपा प्राप्त होती है। यह व्यक्ति की दुर्भाग्य को सौभाग्य में बदल सकता है।

घर में सुख-शांति का आगमन
यह माना जाता है कि जो घर नियमित रूप से चरणामृत का सेवन करते हैं, वहां सकारात्मक ऊर्जा का वास होता है और अशांति, रोग और कलह का नाश होता है।

ये खबर भी पढ़ें...सर्वश्रेष्ठ शुभ योग के साथ शुरू हो रहा देवशयनी एकादशी 2025, भगवान विष्णु और शिव की पूजा का है महत्व

Premanand Maharaj Ji: क्या पीने से नहीं होती अकाल मृत्यु, प्रेमानंद महाराज  ने बताया रहस्य - Premanand Maharaj Ji Drinking Charanamrit does not cause  premature death Premanand Maharaj told the secret

इसे ग्रहण करने के नियम

इस अमृत ग्रहण करते समय कुछ विशेष नियमों का पालन करना जरूरी होता है:

  • स्नान या हाथ-पैर धोकर ग्रहण करें: इस अमृत को ग्रहण करने से पहले शुद्धता का ध्यान रखें। स्वच्छता बहुत ही जरूरी है।
  • दाहिने हाथ से लें: हमेशा दाहिने हाथ से इस अमृत ग्रहण करें, क्योंकि यह शुभ और पवित्र माना जाता है।
  • श्रद्धा के साथ पीएं: इसे श्रद्धा और भक्ति से ग्रहण करना चाहिए, न कि हल्के में।
  • गिरे हुए पंचामृत को न लें: यदि ये गिर जाए तो उसे ग्रहण करना वर्जित माना जाता है, क्योंकि यह अशुद्धि का प्रतीक माना जाता है।
  • ग्रहण के बाद मौन धारण करें: इसे ग्रहण करने के बाद कुछ समय तक मौन रहकर भगवान का स्मरण करना लाभकारी होता है। इससे मानसिक शांति और आध्यात्मिक उन्नति मिलती है।

ये खबर भी पढ़ें... देवशयनी एकादशी से गुरु पूर्णिमा तक, आषाढ़ माह 2025 में आएंगे ये प्रमुख व्रत-त्योहार

thesootr links

सूत्र की खबरें आपको कैसी लगती हैं? Google my Business पर हमें कमेंट के साथ रिव्यू दें। कमेंट करने के लिए इसी लिंक पर क्लिक करें

अगर आपको ये खबर अच्छी लगी हो तो 👉 दूसरे ग्रुप्स, 🤝दोस्तों, परिवारजनों के साथ शेयर करें📢🔃🤝💬

👩‍👦👨‍👩‍👧‍👧

 पंचामृत बनाने का सही तरीका | भगवान विष्णु की पूजा | Lord Vishnu | worship of Lord Vishnu | धर्म ज्योतिष न्यूज 

worship of Lord Vishnu भगवान विष्णु की पूजा भगवान विष्णु Lord Vishnu धर्म ज्योतिष न्यूज पंचामृत बनाने का सही तरीका पंचामृत Panchamrit