CBCI Guidelines For Christian Schools
NEW DELHI. देश के क्रिश्चयन स्कूल अब बच्चों पर कैथोलिक या क्रिश्चियन ट्रेडिशन्स नहीं थोप सकेंगे। कैथोलिक बिशप्स कॉन्फरेंस ऑफ इंडिया यानी ( CBCI ) ने स्कूलों के लिए नई गाइडलाइंस जारी की हैं। गाइडलाइंस में कहा गया है कि बच्चों को अपना धर्म, ट्रेडिशंस और आस्था फॉलो करने के लिए पूरी आजादी दी जाए। स्टूडेंट्स सभी धर्मों की इज्जत करें और भारतीय संविधान का प्रीएम्बल हर दिन पढ़ें।
क्रिश्चयन स्कूल में होंगी सभी धर्मों से जुड़ी चीजें
CBCI का कहना है कि इन गाइडलाइन्स का उद्देश्य बच्चों को सभी धर्मों की इज्जत करना सिखाना, इंक्लूसिविटी बढ़ाना और होलिस्टिक एजुकेशन है। सभी स्कूलों में इंटर-रिलीजियस प्रेयर रूम्स होंगे। इसका मतलब है कि असेंबली में केवल क्रिश्चियन तौर-तरीके, तस्वीरें और प्रेयर नहीं होगी, बल्कि सभी धर्मों से जुड़ी चीजें होंगी।
कलावा पहनने से रोकने पर हुआ था विवाद
इस साल फरवरी में त्रिपुरा के अगरतला में क्रिश्चियन मिशनरी स्कूल के खिलाफ राइट-विंग ग्रुप बजरंग दल ने प्रदर्शन किया था। टीचर ने स्टूडेंट को हाथ में कलावा पहनने से रोका था।
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हिंदू स्कूल ग्रुप ने दिया था अल्टीमेटम
असम के क्रिश्चियन स्कूलों को हिंदू ग्रुप ने स्कूल से सभी क्रिश्चियन सिंबल हटाने के लिए 15 दिन का अल्टीमेटम दिया था। स्कूलों से कहा गया था कि स्कूल कैंपस में जितने भी नन, प्रीस्ट और ब्रदर्स हैं, उन्हें भी धार्मिक कपड़े, ताबीज वगैरह नहीं पहनने की हिदायत दी गई थी। ऐसी घटनाओं को देखते हुए CBCI ने अपने स्कूलों के लिए पहली बार इस तरह की गाइडलाइंस जारी की हैं।
Preamble of the Constitution in Christian School | क्रिश्चयन स्कूल | क्रिश्चयन स्कूल में संविधान की प्रस्तावना