JAIPUR. राजस्थान के सबसे खुशहाल और हरे-भरे इलाके श्रीगंगानगर- हनुमानगढ़ से आम आदमी पार्टी (AAP) राजस्थान विधानसभा चुनावों में अपनी संभावनाएं तलाशने की कोशिश कर रही है। आम आदमी पार्टी सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान 18 जून को यहां एक बड़ी रैली कर चुनावी आगाज करने जा रहे हैं। आखिर आम आदमी पार्टी ने इसी क्षेत्र को क्यों चुना? आइए समझते हैं द सूत्र की स्पेशल रिपोर्ट से उन कारणों को…
पंजाब से लगा हुआ इलाका
राजस्थान के सबसे महत्वपूर्ण जिलों में शामिल श्रीगंगानगर और हनुमानगढ़ भौगोलिक रूप से पंजाब की सीमा से सटे हुए हैं। पंजाब से बीकानेर तक आने वाली गंग नहर के कारण यह इलाका कृषि में आत्मनिर्भर है। बंजर किसी समय बंजर रहा यह इलाका अब राजस्थान का सबसे हरा भरा और उपजाऊ क्षेत्र बन चुका है। इन जिलों का संपर्क भी पंजाब से बहुत ज्यादा है। यहां के कल्चर को राजस्थान से ज्यादा पंजाबी कल्चर से प्रभावित माना जाता है। एक समय हनुमानगढ़ जिला श्रीगंगानगर का ही हिस्सा था, लेकिन क्षेत्रफल में बहुत बड़ा होने के कारण इसके दो हिस्से किए गए और हनुमानगढ़ को नए जिले के रूप में मान्यता मिली।
किसानी पर पंजाबियाें का एकाधिकार
यहां की खेती और बिजनेस पर पंजाबी समुदाय बड़ी संख्या में शामिल है। दोनों ही जिलों में राजस्थान के सबसे ज्यादा पंजाबी बसते हैं। पंजाब में इस समय आम आदमी पार्टी की सरकार है। इसलिए आम आदमी पार्टी इस बात का फायदा उठाना चाहती है कि इन दोनों जिलों का पंजाबी समुदाय आम आदमी पार्टी को पंजाब की तरह ही खुलकर समर्थन देगा।
अन्य दलों को स्वीकारने की परंपरा
श्रीगंगानगर के इलाके में कांग्रेस और भाजपा के अलावा तीसरे दलों को स्वीकारने की परंपरा बहुत पुरानी है। यहां कम्युनिस्ट पार्टी का अपना बड़ा जनाधार रहा है। किसानों की मांगों को लेकर एक समय हुआ घड़साना आंदोलन राजस्थान के इतिहास का बहुत बड़ा आंदोलन माना जाता है। इस क्षेत्र से कांग्रेस और बीजेपी के अलावा तीसरी ताकतों को भी विधानसभा और लोकसभा तक भेजने की परंपरा रही है। आम आदमी पार्टी इसी परंपरा का फायदा लेना चाहती है।
राजनीतिक समीकरण
श्रीगंगानगर और हनुमानगढ़ जिलों में कुल 11 विधानसभा सीटें हैं। इनमें से बीजेपी की पांच और कांग्रेस की चार सीटें हैं, जबकि एक निर्दलीय और एक सीट सीपीआईएम ( CPIM) के पास है। हनुमानगढ़ की भादरा सीट से सीपीआईएम के बलवान पूनिया विधायक हैं। आम आदमी पार्टी वैसे तो पूरे प्रदेश में ही अपना संगठन तेजी से बढ़ाने की कोशिश कर रही है, लेकिन पूरी संभावना यह है कि आप इसी इलाके से पूरी ताकत के साथ चुनाव में उतरेगी और राजस्थान में अपनी उपस्थिति दर्ज कराने की कोशिश करेगी।
दिल्ली- पंजाब हमारा ताे राजस्थान और MP, CG आपका
AAP के दिल्ली में मंत्री और राष्ट्रीय प्रवक्ता साैरभ भारद्वाज ने कहा है कि अगर सभी दल एकजुट नहीं हुए तो हो सकता है कि 2024 के बाद चुनाव ही न हों। भाजपा जिस तरह से विपक्ष को कुचलने में लगी है, साम-दाम दंड भेद और उन पर ED, CBI की छापेमारी हो रही है। लाेकसभा चुनाव में कांग्रेस और AAP पंजाब, दिल्ली और राजस्थान जैसे राज्यों में एक-दूसरे के वोट काटेंगी तो साथ आने से क्या फायदा। बेहतर है कि कांग्रेस राजस्थान, एमपी और छत्तीसगढ़ पर फाेकस करे और पंजाब व दिल्ली AAP के लिए छाेड़ दे। जाहिर है इसका असर राजस्थान में हाेने वाले विधानसभा चुनाव में भी साफताैर पर देखा जाएगा।
आम आदमी पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष नवीन पालीवाल का भी मानना है कि
“पंजाब और दिल्ली में आप की योजनाओं का बड़ा फायदा राजस्थान में भी मिलेगा। पंजाब से सटा हुआ इलाका होने के कारण गंगानगर से चुनावी शंखनाद किया जा रहा है। यह पार्टी के इतिहास की सबसे बड़ी रैली होगी, जिसमें करीब 50 हजार कार्यकर्ता पहुंचेंगे। इसके बाद प्रत्येक संभाग में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान की सभाएं होगी।”