कंगना रनौत की फिल्म 'इमरजेंसी' ( Emergency ) का फैंस लंबे समय से इंतजार कर रहे हैं। यह फिल्म पहले 6 सितंबर को रिलीज होने वाली थी, लेकिन सेंसर बोर्ड ( CBFC ) से सर्टिफिकेट न मिलने के कारण इसे टालना पड़ा। इसके बाद फिल्म की रिलीज को लेकर बॉम्बे हाई कोर्ट ( Bombay High Court ) में सुनवाई हुई, जहां फिल्म की स्थिति पर सेंसर बोर्ड ऑफ फिल्म सर्टिफिकेशन ( CBFC ) ने अपना जवाब पेश किया।
जी एंटरटेनमेंट ( Zee Entertainment Enterprises Limited ) ने सेंसर बोर्ड पर आरोप लगाया था कि वह फिल्म को अवैध रूप से रोक रहा है। सीबीएफसी के वकील अभिनव चंद्रचूड़ (Abhinav Chandrachud) ने कोर्ट को बताया कि बोर्ड की रिवाइजिंग कमेटी ने फिल्म में कुछ बदलाव और कट का सुझाव दिया है।
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फिल्म कट के साथ हो सकती है रिलीज
सेंसर बोर्ड ने बॉम्बे हाईकोर्ट को यह जानकारी दी कि कंगना रनौत की 'इमरजेंसी' तभी रिलीज हो सकती है, जब फिल्म निर्माता रिवाइजिंग कमेटी द्वारा सुझाए गए कट्स को लागू करेंगे।
30 सितंबर को होगी अगली सुनवाई
जी एंटरटेनमेंट के वकील शरण जगतियानी (Sharan Jagtiani) ने कोर्ट में एक दस्तावेज पेश किया। इसमें फिल्म में 11 बदलावों का उल्लेख किया गया था। ये बदलाव फिल्म के कुछ सीन और संवादों में कट्स के रूप में प्रस्तावित किए गए हैं। अब यह फिल्म निर्माताओं पर निर्भर करता है कि वे इन बदलावों को स्वीकार करते हैं या फिर कोर्ट में चुनौती देते हैं। इस याचिका पर अगली सुनवाई 30 सितंबर को होगी।
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फिल्म को बैन करने की मांग
फिल्म की रिलीज से पहले ही विभिन्न राज्यों जैसे पंजाब, तेलंगाना, नई दिल्ली और उत्तर प्रदेश में इसके बैन की मांग उठने लगी थी। लोगों का आरोप था कि इस फिल्म में उनके समुदाय को गलत तरीके से दिखाया गया है और इतिहास के साथ छेड़छाड़ की गई है।
कंगना रनौत की डायरेक्शन में बनी फिल्म
कंगना रनौत ने इस फिल्म का निर्देशन भी किया है और इसमें उनके साथ अनुपम खेर, श्रेयस तलपड़े, और मिलिंद सोमन जैसे दिग्गज कलाकार प्रमुख भूमिकाओं में नजर आएंगे।
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