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मुंबई: पोर्न फिल्म बनाने के जुर्म में गिरफ्तार हुए कारोबारी राज कुंद्रा के मामले में अब एक बड़ा खुलासा हुआ है। यह खुलासा राज की गिरफ्तारी के संबंध में है। राज ने अपनी गिरफ्तारी के खिलाफ बॉम्बे हाई कोर्ट में याचिका लगाई थी। कोर्ट में 31 जुलाई को पब्लिक प्रोसिक्यूटर अरुणा पई ने राज की गिरफ्तारी के पीछे की असली वजह बताई है।
राज ने मिटाए थे सबूत
अरुणा का कहना है राज कुंद्रा के दो ऐप से 51 एडल्ट फिल्में बरामद कीं। राज और रयान थोरेपे ने उनके खिलाफ मिले सबूत मिटाने शुरू कर दिए थे। राज-रयान ने व्हाट्सएप ग्रुप, चैट हटाना शुरू कर दिया था और जब कोई आरोपी सबूत नष्ट करना शुरू करता है तो जांच अधिकारी चुप नहीं बैठ सकते इसलिए उन्हें रोकने के लिए गिरफ्तार कर लिया गया।
राज की याचिका अवैध- अरुणा
बॉम्बे हाई कोर्ट में अरुणा ने बताया है कि, गिरफ्तारी के खिलाफ राज की याचिका पूरी तरह से अवैध है। उन्होंने कहा कि जिस केस में 7 साल की सजा होती है उसमे CrPC (code of criminal procedure act) के तहत उसमें गिरफ्तारी से पहले नोटिस देना जरूरी नहीं है।