देश में जिस तरह से जनसंख्या बढ़ती जा रही है वैसे ही नौकरी की कमी भी हो रही है। देश में बेरोजगारों की संख्या तेजी से बढ़ती जा रही है। आने वाले समय में टेक्नोलॉजी का प्रभाव भी बढ़ने वाला है। जिससे नौकरियों के कामकाज का तरीका पूरा बदल गया है। एआई के आने से कई कंपनियों ने अपने स्टाफ को भी कम कर दिया है इस हिसाब से देखा जाए तो जो नौकरी आज है वो आने वाले समय में नहीं रहेगी। अब सवाल ये है कि दिन-व-दिन बढ़ते कॉम्पिटिशन में हम ऐसा क्या करें कि आने वाले समय में हमें बेरोजगार न बैठना पड़ें.........
इन स्किल्स को जरूर सीखें...
अगर हमें बदलते समय में नौकरी चाहिए तो हमें कुछ नई स्किल्स को सीखना होगा साथ ही नई तकनिकों का भी ज्ञान होना जरूरी है। भविष्य में एसटीईएम से जुड़ी नौकरियों मिलने वाली हैं। इसका प्रयोग साइंस, टेक्नोलॉजी, इंजीनियरिंग और मैथ के लिए सामूहिक रूप से किया जाता है। यह एक कौशल है जो आने वाले समय के हिसाब से बहुत महत्वपूर्ण हो सकता है। साथ ही अंग्रेजी सीखना भी आने वाले समय में एक बहुत ही जरूरी माना जाता है, अंग्रेजी के बिना तो आप आने वाले समय में सरवाइव नहीं कर सकते हैं और साथ ही विज्ञान, इंजीनियरिंग, डिज़ाइन या कला के क्षेत्र में रचनात्मकता का विकसित होना भी जरूरी है। जिस व्यक्ति ने तकनीकी साक्षरता और रचनात्मकता दोनों को अपनाया उसको भविष्य में सुनहरे अवसर पाने से कोई नहीं रोक सकता है।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के इस युग में संचार क्षमता और सह-संज्ञान आने वाले समय में बहुत महत्वपूर्ण स्किल्स साबित हो सकते हैं, चाहे मशीनें कितनी भी तेज क्यों न हो जाएं, लोगों की जरूरत थी और हमेशा रहने वाली है, इसलिए किसी भी व्यक्ति में टीम वर्क, सुनने की क्षमता, कहानी सुनाने की क्षमता, समर्थन, सहानुभूति जैसे गुणों का महत्व भी बढ़ जाएगा। आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस और रोबोटिक्स का उपयोग तेजी से बढ़ रहा है, इसलिए यह याद रखें कि व्यक्ति को एआई से बारे में जानकारी होना जरूरी है।
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नई टेक्नोलॉजी
आने वाले समय में टेक्नोलॉजी जैसे क्षेत्र बहुत महत्वपूर्ण होने वाले हैं, ऐसे में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग से व्यक्ति को नए अवसर मिल सकते हैं। इस क्षेत्र में प्रॉम्प्ट इंजीनियर्स सबसे महत्वपूर्ण अवसर साबित होगा। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के क्षेत्र में संचार विशेषज्ञ के रूप में काम करने वाले व्यक्ति को प्रॉम्प्ट इंजीनियर्स कहा जाता है। प्रॉम्प्ट इंजीनियर्स आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मनुष्यों के बीच एक कड़ी के रूप में कार्य करता है और कार्य क्षेत्र में उत्पन्न होने वाली किसी भी स्थिति के प्रबंधन को ठीक करता है। इसके साथ सिक्योरिटी इंजीनियर, मशीन और आदमी के बीच उचित संपर्क के लिए यूजर फ्रेंडली इंटरफेस का डेवलपर होना भी इस क्षेत्र में महत्वपूर्ण हो सकता है। आमतौर से लोगों को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को एक भागीदार के रूप में देखना चाहिए। आने वाले समय में अत्यधिक संवेदनशील सूचनाओं का आदान-प्रदान हर जगह होते रहने के कारण साइबर सुरक्षा तकनीशियनों को नौकरी की कोई कमी नहीं होगी। वित्तीय क्षेत्र में टेक्नोलॉजी, व्यापार विश्लेषकों और ब्लॉकचेन सिस्टम डेवलपर्स की भी आवश्यकता बड़े पैमाने पर होने वाली है।
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हेल्थ में भी मौका
जनसंख्या के बढ़ने के साथ जीवन जीने की आशा भी बढ़ती जा रही है, इन्हें देखभाल और इलाज की भी जरूरत हमेशा होगी। आने वाले समय में स्वास्थ्य के क्षेत्र में काम करने का मौका बहुत ज्यादा मिल सकता है, साथ ही स्वास्थ्य कार्यकर्ता की मांग बढ़ेगी, जो न केवल दवा बल्कि, मॉरल सपोर्ट भी करेंगे। इस क्षेत्र में भी डॉक्टरों और स्वास्थ्य पेशेवरों को निदान और उपचार के अलग-अलग तरीके खोजने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का प्रयोग भी कर सकते हैं।
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मजदूरों का मांग
आने वाले समय में मैकेनिक, मरम्मत करने वाले, इलेक्ट्रीशियन, बिल्डरों की भी आवश्यकता होने वाली है। छोटे और कौशलपूर्ण कार्य अलग-अलग परिस्थितियों में करते हैं, जहां मनुष्य के पास कोई विकल्प नहीं होता, लेकिन इनको इस बात का ध्यान रखना होगा अपनी समझ को लगातार अपडेट करते रहें। कृषि क्षेत्र में नए व्यवसायों की मांग भी होगी, जिस तरह से पूरी दुनिया में जनसंख्या बढ़ रही है उस हिसाब से खाने की भी जरूरत होगी। किसानों की तुलना में कुशल इंजीनियरों की मांग ज्यादा होगी।
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ग्रीन जॉब्स
ग्रीन जॉब्स का मतलब है कि व्यवसाय, विज्ञान, राजनीति और पर्यावरण से जुड़ी नौकरियां। इस तरह की नौकरियां सीधे व्यवसाय, विज्ञान, राजनीति और पर्यावरण से जुड़ी होती हैं। गैर-पारंपरिक ऊर्जा का विकास, ऊर्जा के नए स्रोत, बैटरी, साथ ही लुप्त हुई प्रजातियों का संरक्षण, व्यवसाय परामर्श, या कानूनी सलाह और पर्यावरण संरक्षण कानून क्षेत्र में उभर सकते हैं। साथ ही आने वाले समय में शहरी योजनाकारों, वास्तुकारों, डिजाइनरों और स्मार्ट घरों के डेवलपर की डिमांड भी बढ़ सकती है।