प्रयागराज महाकुंभ मेले में मची भगदड़ के अगले दिन गुरुवार 30 जनवरी को आग लग गई। मेला क्षेत्र के सेक्टर-22 में एक दर्जन से अधिक पंडाल जल गए हैं। मौके पर फायर ब्रिगेड पहुंच गई है। आग पर काबू पाने की कोशिशें जारी हैं। जिस जगह आग लगी, वहां आम लोग नहीं थे, इसलिए किसी की जान जाने की खबर नहीं है। वरिष्ठ अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए हैं। हालांकि, आग लगने की वजह अभी साफ नहीं हो पाई है। बुधवार यानी कल मौनी अमावस्या के मौके पर भगदड़ मच गई थी। प्रशासन ने 30 लोगों की मौत की बात स्वीकार की थी।
इससे पहले सेक्टर 19 में लगी थी आग
इससे पहले 19 जनवरी को गोरखपुर में गीता प्रेस के कैंप में आग लग गई थी। उस समय 150 से ज़्यादा झोपड़ियां जलकर राख हो गई थीं। गीता प्रेस का कैंप शास्त्री ब्रिज के पास सेक्टर 19 में स्थित था। उस समय प्रशासन ने कहा था कि छोटे सिलेंडर में लीकेज की वजह से आग लगी थी। हालांकि, गीता प्रेस के लोगों का कहना था कि आग बाहर से आई थी।
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पिछली बार जब आग लगी थी, तब सूबे के मुखिया मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ प्रयागराज में थे। आज जब आग लगी, तब प्रदेश के दोनों बड़े अधिकारी मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह और डीजीपी प्रशांत कुमार महाकुंभ मेला क्षेत्र में हैं। दोनों अधिकारी कल हुई भगदड़ के कारणों की जांच करने पहुंचे हैं। इस भगदड़ में तीस लोगों की मौत हो गई। करीब 60 लोग घायल हैं। 36 का मेडिकल कॉलेज में ही इलाज चल रहा है।
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