आज भारत में लोकसभा चुनाव 2024 के आखिरी चरण का मतदान है। मतदान समाप्त होते ही शाम 6:30 बजे से लोकसभा चुनाव 2024 के एग्जिट पोल ( lok sabha election 2024 exit poll ) जारी हो जाएंगे। एग्जिट पोल, मतलब मतदान किए हुए मतदाताओं का वह सर्वे, जिससे विजेता का अनुमान लगाया जा सके। यह एग्जिट पोल खास इसलिए होता है, क्योंकि इससे नतीजे के दिन जीतने वाली पार्टी का पता चलता है। लेकिन हर बार यह सवाल जरूर उठता है कि एग्जिट पोल कितना सटीक आकलन कर पाते हैं ।
क्या है जनता के मन में, शाम को पता चलेगा
इस बार जनता के मन में क्या है? मध्य प्रदेश की जनता का मन किसके साथ है? यह जानने का इंतजार अब खत्म होने वाला है। आज शाम इंडिया टुडे एक्सिस मॉय इंडिया, एबीपी न्यूज सी-वोटर समेत सभी प्रमुख न्यूज चैनल सर्वे यानी एग्जिट पोल दिखाएंगे। 1 जून 2024 को शाम 6 बजे अंतिम मतदान होने के बाद, उसी दिन शाम 6.30 बजे के बाद से एग्जिट पोल दिखाए जा सकेंगे। निर्वाचन आयोग की ओर से उपलब्ध कराई गई जानकारी के अनुसार, जनप्रतिनिधित्व अधिनियम 1951 की धारा 126 A के तहत 19 अप्रैल सुबह 7 बजे से 1 जून 6.30 बजे तक एग्जिट पोल पर बैन था।
पिछले तीन चुनावों के एग्जिट पोल और नतीजों की ओर देखें तो एग्जिट पोल नतीजों के बारे में सटीक अनुमान लगाने का प्रयास करते हैं। 2009, 2014 और 2019 के एग्जिट पोल को देखकर समझते हैं कि इन पोल्स में कितनी सच्चाई होती है।
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2019 : अनुमान से बेहतर था NDA का प्रदर्शन
2019 लोकसभा चुनाव में भाजपा गठबंधन की वापसी और यूपीए के निराशाजनक प्रदर्शन का दावा तो सभी एग्जिट पोल्स ने ठोका था। हालांकि ज्यादातर एग्जिट पोल्स ने एनडीए को 300 पार नहीं पहुंचाया था। 2014 में 300 पार जाने के बाद भी कई एग्जिट पोल 2019 में एंटी इनकंबेंसी का दावा कर रहे थे। इसी तरह किसी पोल ने यूपीए को भी 100 से कम सीटें नहीं दी थीं। जबकि अलायंस ने 2014 में कुल 66 सीटें ही जीती थीं। कई एग्जिट पोल यूपीए की सीटों में दोगुनी बढ़ोतरी का भी दावा कर रहे थे। नतीजों के बाद कांग्रेस गठबंधन की सीट्स में बढ़ोतरी तो हुई पर कांग्रेस का अलायंस 100 के पार नहीं जा पाया। भाजपा अलायंस की सीटें 336 से बढ़कर 352 हो गईं। भाजपा को अकेले 303 सीटें मिलीं।
2019 के एग्जिट पोल परिणाम से कितने करीब थे?
- इंडिया टुडे-एक्सिस माई इंडिया चैनल ने भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए की भारी जीत की भविष्यवाणी की, जिसके अनुसार एनडीए को 339 से 365 सीटें मिलेंगी, जबकि यूपीए को 77-108 सीटें मिलने का अनुमान था। चैनल के अनुसार, उनकी कार्यप्रणाली में सभी निर्वाचन क्षेत्रों में लगभग 8,00,000 लोगों का सर्वेक्षण शामिल था।
- न्यूज़ 24-टुडेज़ चाणक्य ने कहा था कि एनडीए लगभग 350 सीटें जीतेगा (14 कम या ज्यादा) जबकि यूपीए - 95 (9 कम या ज्यादा)।
- न्यूज़18-आईपीएसओएस 2019 के चुनावों में एनडीए को 336 सीटें मिलने का अनुमान है। उनके सर्वेक्षण में यूपीए को 82 सीटें और अन्य दलों को 124 सीटें मिलने का अनुमान था।
- टाइम्स नाउ-वीएमआर के अनुसार, एनडीए को लगभग 306 सीटें जीतने का अनुमान था, जबकि यूपीए को 132 सीटें (सभी अनुमानों के लिए 3 की त्रुटि के मार्जिन के साथ) जीतने का अनुमान था।
- इंडिया टीवी-सीएनएक्स सर्वेक्षण में एनडीए को 300 सीटें (10 सीटें कम या ज्यादा) और यूपीए को 120 सीटें (5 सीटें कम या ज्यादा) मिलने का अनुमान लगाया गया था।
- एबीपी-सीएसडीएस सर्वेक्षण में एनडीए को 277 सीटें और यूपीए को 130 सीटें मिलने का अनुमान लगाया गया था।
- इंडिया न्यूज़-पोलस्ट्रैटएनडीए को 287 और यूपीए को 128 सीटें मिलने का अनुमान लगाया गया था।
- सी-वोटर ने एनडीए को 287, यूपीए को 128 और शेष सीटें अन्य दलों को मिलने का अनुमान लगाया था।
2019 एग्जिट पोल |
|||||
गठबंधन |
India Today Axis My India |
Times Now |
CVOTER |
ABP Nielsen |
India Today E-Chuna |
एनडीए |
339-365 |
306 |
287 |
277 |
326 |
यूपीए |
77-108 |
132 |
128 |
130 |
112 |
अन्य |
69-95 |
104 |
127 |
135 |
105 |
लोकसभा चुनाव 2019 नतीजे |
|
पार्टी |
सीटें |
भाजपा |
303 |
कांग्रेस |
52 |
लोकसभा चुनाव 2019 नतीजे |
|
---|---|
गठबंधन |
सीटें |
एनडीए |
352 |
यूपीए |
91 |
अन्य |
100 |
कुल |
543 |
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2014 : सिमट गया UPA
2014 में भाजपा गठबंधन की सत्ता की उम्मीद सभी एग्जिट पोल ने जताई थी। हालांकि बहुत कम ने 300 पार जाने का दावा किया था। वहीं कांग्रेस गठबंधन की कम होती सीटों का अनुमान भी सभी एग्जिट पोल ने लगाया था। किसी भी एग्जिट पोल में अलायंस को 150 से ज्यादा सीटें नहीं दी गई थीं। अलायंस 147 सीटों पर सिमट गया था। कांग्रेस पार्टी के खाते में सिर्फ 44 सीटें आईं। भाजपा और उसके सहयोगी दलों ने 336 सीटें जीतकर सरकार बनाई। 2014 में हुआ एग्जिट पोल काफी मायनों में सटीक रहा।
2014 एग्जिट पोल |
||||||
गठबंधन |
CNN-IBN – CSDS–Lokniti |
India Today–Cicero |
News 24–Chanakya |
Times Now–ORG |
ABP News–Nielsen |
NDTV–Hansa Research |
एनडीए |
276 |
272 |
340 |
249 |
274 |
279 |
यूपीए |
97 |
115 |
70 |
148 |
97 |
103 |
अन्य |
148 |
156 |
133 |
146 |
165 |
161 |
लोकसभा चुनाव 2014 नतीजे |
|
गठबंधन |
सीटें |
एनडीए |
336 |
यूपीए |
66 |
अन्य |
147 |
कुल |
543 |
लोकसभा चुनाव 2014 नतीजे | |
पार्टी |
सीटें |
भाजपा |
282 |
कांग्रेस |
44 |
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2009 : 50-50 के बीच UPA को जीत
2009 के लोकसभा चुनाव के एग्जिट पोल एनडीए या यूपीए को बहुमत देते नहीं दिख रहे थे, हुआ भी ऐसा ही। भाजपा और कांग्रेस दोनों के ही गठबंधन को बहुमत नहीं मिला। हालांकि एग्जिट पोल के हिसाब से कांग्रेस का अलायंस 250 सीटें भी नहीं जीत रहा था पर नतीजों में यूपीए ने 262 सीटें अपने नाम करी। इसके अलावा बीजेपी के एनडीए अलायंस को सभी एग्जिट पोल 200 के करीब सीटें मिलने का दावा कर रहे थे। जबकि अलायंस 159 सीटें जीत पाई। यूपीए ने बहुमत के लिए क्षेत्रिय पार्टियों से जरूरी समर्थन जुटाकर अपनी सरकार बनाई। मोटे तौर पर तो यह पोल भी सही साबित हुए थे।
2009 एग्जिट पोल |
|||
गठबंधन |
CNN-IBN – Dainik Bhaskar |
Star-Nielsen |
India TV – CVoter |
एनडीए |
165–185 |
196 |
183–195 |
यूपीए |
185–205 |
199 |
189–201 |
थर्ड फ्रंट |
110–130 |
100 |
105–121 |
फोर्थ फ्रंट |
25–35 |
36 |
- |
लोकसभा चुनाव 2009 नतीजे |
|
गठबंधन |
सीटें |
एनडीए |
159 |
यूपीए |
262 |
थर्ड फ्रंट |
79 |
फोर्थ फ्रंट |
27 |
लोकसभा चुनाव 2009 नतीजे |
|
पार्टी |
सीटें |
भाजपा |
206 |
कांग्रेस |
116 |
पिछले तीन लोकसभा चुनावों के एग्जिट पोल और नतीजों को देखें, तो इसमें समानता दिखाई देती है। एग्जिट पोल जनता का मूड समझने में सफल रहे हैं। जीत और हार का दावा तो यह एग्जिट पोल सही करते आए हैं। हालांकि सीटों की गिनती में समस्या रही है। खासतौर पर 2019 में भाजपा को 300 पार और एनडीए को 350 पार का अनुमान ज्यादातर पोल्स ने नहीं लगाया था। इसी तरह 2019 में यूपीए की 100 से कम सीटें आने का आकलन भी कोई पोल नहीं कर पाए थे। ऐसे में जीत और हार के लिए इन पोल्स पर निर्भर किया जा सकता है। हालांकि सीटों की गिनती के मामले में इनकी सटीकता अभी सर्वश्रेष्ठ नहीं है।
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एग्जिट पोल क्या होता है ?
एग्जिट पोल चुनाव के अंतिम दिन मतदाताओं के पास जाकर उनसे उनके वोट की प्राथमिकता को जानना है। इससे चुनाव परिणामों का पूर्वानुमान लगाया जाता है। एग्जिट पोल में एक सर्वे किया जाता है, जिसमें वोटर्स से कई सवाल किए जाते हैं। सर्वे करने वाली टीम पोलिंग स्टेशन के बाहर लोगों से सवाल करती है। उनसे पूछा जाता है कि उन्होंने किसे वोट दिया। इस सर्वे का विष्लेशन करके एग्जिट पोल तैयार होता है।
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एग्जिट पोल की गाइडलाइंस
एग्जिट पोल को लेकर भारत में पहली बार 1998 में गाइडलाइंस जारी हुई थीं। रिप्रेजेंटेशन ऑफ पीपुल्स एक्ट 1951 के मुताबिक,एग्जिट पोल के नतीजे चुनाव के सभी चरण खत्म होने के बाद ही दिखाए जा सकते हैं। आखिरी चरण का चुनाव खत्म होने के आधे घंटे बाद एग्जिट पोल के नतीजे दिखाए जा सकते हैं। इस नियम का उल्लंघन करने पर 2 साल तक की कैद या जुर्माना या फिर दोनों की सजा हो सकती है।