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मप्र लोक सेवा आयोग (पीएससी) द्वारा 1 जून को असिस्टेंट प्रोफेसर भर्ती परीक्षा 2024 का आयोजन किया जाना है। लेकिन इसे आगे बढ़ाने की लगातार मांग हो रही है और इसी कड़ी में बुधवार को कुछ उम्मीदवारों ने आयोग के दफ्तर में जाकर ज्ञापन देकर इसे बढ़ाने की मांग की है।
ज्ञापन में यह मांग की गई
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ज्ञापन में कहा गया है कि असिस्टेंट प्रोफेसर 2022 के कई विषयों के रिजल्ट अभी आए नहीं इंटरव्यू चल रहे हैं। ऐसे में जब तक इनके पूरे रिजल्ट नहीं आ जाते, तब तक असिस्टेंट प्रोफेसर भर्ती 2024 की परीक्षा नहीं कराई जाए।
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इसका कारण बताते हुए कहा गया है कि रिजल्ट नहीं आने से जो उम्मीदवार 2022 में बैठे और चयनित हो चुके होंगे। वह फिर 2024 में बैठेंगे। ऐसे में उम्मीदवार दो परीक्षाओं में बैठेंगे और यदि वह पूर्व में चयनित हो चुके होंगे तो नए उम्मीदवारों को मौका नहीं मिलेगा और पद रिक्त जाएगा।
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असिस्टेंट प्रोफेसर भर्ती हर साल नहीं आती है। इसके पहले 1991, 2017 और 2022 में आई थी। ऐसे में जब तक पूरे रिजल्ट नहीं आते, 2024 को रोका जाए।
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1930 पदों के लिए दो चरणों में होना है परीक्षा
असिस्टेंट प्रोफेसर 2024 भर्ती कुल 1930 पदों के लिए होना है। इसमें कुल 70 हजार उम्मीदवार हैं। पहले चरण में 1 जून को 14 विषयों के साथ खेल अधिकारी और ग्रंथपाल के पदों के लिए भी परीक्षा आयोजित होनी है, जो मप्र के 10 शहरों में प्रस्तावित है। इसके बाद दूसरा चरण 27 जुलाई को प्रस्तावित है।
पहले चरण में केमिस्ट्री (199 पद), बॉटनी (190 पद), जूलॉजी (187 पद), फिजिक्स (186 पद), मैथ्स (177 पद), के साथ हिंदी, अंग्रेजी, इतिहास, भूगोल, अर्थशास्त्र, राजनीति विज्ञान, वाणिज्य और खेल अधिकारी (187 पद), ग्रंथपाल (87 पद) के लिए परीक्षा होगी। फिर दूसरे चरण में 27 जुलाई को 12 विषयों में परीक्षा होगी, जिसमें मराठी, उर्दू, संस्कृत, सांख्यिकी, कम्प्यूटर एप्लीकेशन्स जैसे विषय शामिल हैं।
तारीख बढ़ाने पर आयोग ने यह दिया जवाब
इस मामले में पीएससी के ओएसडी डॉ. रविंद्र पंचभाई ने कहा कि उम्मीदवारों ने मांगपत्र दिया है, लेकिन फिलहाल तारीख बढ़ाने का आयोग का कोई विचार नहीं है। इसलिए सभी उम्मीदवार एक जून के हिसाब से ही परीक्षा की तैयारी रखें। माना जा रहा है कि आयोग अगले सप्ताह इसके लिए एडमिट कार्ड भी जारी कर देगा। यह परीक्षा मप्र के दस शहरों में होना है।
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क्यों नहीं आ रहे हैं रिजल्ट
जैसा कि द सूत्र पहले भी बता चुका है कि हाईकोर्ट जबलपुर में परीक्षा नियम 2015 की वैधानिकता को लेकर लगी याचिकाओं पर भले ही राज्य सेवा परीक्षा 2025 का मुद्दा हो, लेकिन आयोग ने इस मामले में आरक्षित कैटेगरी से अनारक्षित में जाने के उठे मुद्दे के बाद सभी रिजल्ट को होल्ड कर दिया है। अब जब तक इन दोनों याचिकाओं का फैसला नहीं आता, यह रिजल्ट जारी नहीं होंगे। कई विषयों के रिजल्ट आयोग ने मार्च में ही बना कर रख लिए थे, लेकिन 25 मार्च को यह याचिका पर निर्देश जारी हो गए और इसके बाद सारे रिजल्ट, जिसमें आरक्षित से अनारक्षित में जाने का इश्यू था, वह रोक दिए गए। असिस्टेंट प्रोफेसर के साथ ही हैंडलूम, आईटीआई के ये सभी रिजल्ट होल्ड हो चुके हैं। वहीं नौ जून को राज्य सेवा परीक्षा 2025 की मेन्स पर भी फिलहाल हाईकोर्ट का स्टे है और इस पर भी असमंजस कायम है कि यह होगी या नहीं। अभी हाईकोर्ट में यह केस लिस्ट नहीं हुआ है और उधर 21 मई से गर्मियों की छुट्टी लग जाएगी।
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