BHOPAL. मध्यप्रदेश में 4 दिन के ब्रेक के बाद अब मानसून फिर से एक्टिव हो गया है। भोपाल में भारी बारिश की वजह से कलेक्टर ने सभी सरकारी और निजी स्कूलों में सोमवार को अवकाश घोषित किया है। भारी बारिश की वजह से जबलपुर, विदिशा, सागर, सीहोर और राजगढ़ में भी सोमवार को सभी स्कूल बंद रहेंगे। राजधानी भोपाल में कलियासोत, भदभदा और केरवा डैम के गेट खोले गए हैं। मध्यप्रदेश में भारी बारिश की वजह से कई इलाके जलमग्न हो गए हैं।
कल बंद रहेंगे भोपाल के सभी निजी और सरकारी स्कूल। भारी बारिश को देखते हुए कलेक्टर ने लिया फैसला। सभी पिकनिक स्पॉट भी रहेंगे बंद। @schooledump @Indersinghsjp @OfficeofSSC @CollectorBhopal #Monsoon #Bhopal pic.twitter.com/CnvgDlhIFy
— TheSootr (@TheSootr) August 21, 2022
#सागर: कल बंद रहेंगे सागर के सभी निजी और सरकारी स्कूल। भारी बारिश को देखते हुए कलेक्टर ने लिया फैसला। @schooledump @Indersinghsjp @OfficeofSSC @collectorsagar #Monsoon #MP pic.twitter.com/jPTHCcF4JK
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मध्य भारत में बारिश की स्थिति
आइएमडी का कहना है कि वेस्ट और नॉर्थवेस्ट की तरफ बढ़ते हुए मध्य प्रदेश के उत्तरी हिस्से में डिप्रेशन बना रहेगा। मौसम पूर्वानुमान एजेंसी ने ट्वीट किया है कि ये डिप्रेशन अगले 24 घंटे के बाद कम होगा। छत्तीसगढ़ के पश्चिमोत्तर, मध्य प्रदेश के पुर्वोत्तर और उत्तर प्रदेश के दक्षिण-पूर्व में डीप डिप्रेशन कमजोर पड़ेगा। अंबिकापुर (Chhattisgarh) के पश्चिम-पश्चिमोत्तर (120 km), चुर्क (Uttar Pradesh) के दक्षिण-पश्चिम (150 km), सतना (Madhya Pradesh) के पूर्व-पुर्वोत्तर (170 km) और उमरिया के पूर्व (120 km) वाले क्षेत्रों में 20 अगस्त की शाम 5:30 बजे सामान्य होगा।
एमपी में 53 इंच से ज्यादा बारिश
मध्य प्रदेश में कई जगहों पर बाढ़ के हालात बने हुए हैं। भोपाल में शनिवार (20 अगस्त) की रात से रविवार (21 अगस्त) तक बारिश हो रही है। कई इलाकों में जलभराव की स्थिति है। साथ ही कई इलाकों में रातभर बिजली गुल रही। भोपाल में कलियासोत, भदभदा और केरवा डैम के गेट फिर खोले गए हैं। भोपाल में 21 अगस्त को 11 बजे कलियासोत के 13 में से 2, भदभदा के 11 में से 1 और केरवा के आठ में से 5 गेट खोले गए। जिला प्रशासन ने डैम और नदी के किनारों पर अलर्ट जारी किया है। भोपाल में अब तक 53 इंच से ज्यादा बारिश हो चुकी है। पिछले 24 घंटे में करीब 2 इंच पानी गिरा है। रविवार (21 अगस्त) की सुबह 8 बजे तक 1 इंच से ज्यादा बारिश दर्ज की गई।
भोपाल में ये हालात
भोपाल में कोलार के ज्यादातर क्षेत्र जलमग्न हो गए हैं। ललिता नगर, नयापुरा की सड़कों में एक फीट तक पानी बह रहा है। मेन रोड पर भी पानी भर गया है। मंदाकिनी, अशोका गार्डन, छोला, हमीदिया रोड, करोंद, शिवनगर, बाग मुगालिया, बाग सेवनिया, बावड़ियाकलां, आनंद नगर, इंद्रपुरी, सुभाष नगर, बाणगंगा, बैरागड़, नीलबड़, रातीबड़ जैसे कई इलाकों में भी ऐसे ही हालात बने हुए हैं। गुना में हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं।
जबलपुर संभाग में लगी बारिश की झड़ी
जबलपुर में रविवार को लोग जब सुबह उठे तो झमाझम बरसात से दिन की शुरुआत हुई। जबलपुर और उसके आसपास के जिलों में तड़के सुबह से शुरू हुआ बारिश का दौर पूरे दिन जारी रहा। हालात ये थे कि जबलपुर में दिनभर जगह-जगह पेड़ गिरने के चलते आवागमन बाधित होने की खबरें आती रहीं। वहीं निचले इलाकों में पानी भर जाने से लोग परेशान हुए। जबलपुर के चेरी ताल, पंजाब बैंक कॉलोनी और जानकी नगर क्षेत्र के लोग काफी परेशान रहे। वहीं दूसरी ओर अनेक जर्जर मकानों के गिरने की भी घटनाएं सामने आईं। वहीं हनुमानताल ओवरफ्लो हो गया।
5 इंच के करीब दर्ज हुई बारिश
जबलपुर में मौसम विभाग ने रविवार सुबह साढ़े 8 से रात साढ़े 8 बजे तक करीब 5 इंच बारिश दर्ज की। जिले में कुल बारिश का आंकड़ा 40 इंच पर पहुंच गया है, जो औसत बारिश से थोड़ा ही कम है। कलेक्टर ने भारी बारिश को देखते हुए सरकारी और निजी स्कूलों में सोमवार की छुट्टी घोषित की है। बारिश से धान और सोयाबीन के किसानों को राहत मिली है।
दमोह में 22 मिलीमीटर बारिश
दमोह में 10 घंटों से लगातार बारिश हो रही है। जिले में 22 मिलीमीटर बारिश हो चुकी है। कई नदी-नाले उफान पर हैं। शनिवार रात 8 बजे से बारिश हो रही है। दमोह में 627 मिलीमीटर बारिश हो चुकी है। दमोह में औसत बारिश 1 हजार 246.6 मिलीमीटर है।
दमोह-पथरिया रोड बंद
भारी बारिश की वजह से दमोह-पथरिया रोड बंद है। बेल खेड़ी गांव के पास से निकली सुनार नदी उफान पर है और पुल के काफी ऊपर से पानी बह रहा है। बेलखेड़ी और खोजा खेड़ी के दोनों पुल डूबे हुए हैं और पथरिया-दमोह का पूरा आवागमन प्रभावित हो रहा है। वहीं बटियागढ़ की जुड़ी नदी भी उफान पर है जिससे दमोह छतरपुर मार्ग भी बंद है। हालांकि यहां पर बाइपास का निर्माण हो गया है इसलिए बड़े वाहन बाइपास से छतरपुर की ओर निकल रहे हैं लेकिन जो लोग पुल से इस ओर आते हैं वो जरूर पुल पर फंसे हुए हैं।
गुना में प्रशासन की लापरवाही
गुलाबगंज के बीचोंबीच बहने वाली गुनिया नदी उफान पर आ गई है। इससे गुलाबगंज के घोसीपुरा समेत कई जगहों पर घरों में पानी भर गया है। वार्ड नंबर 33 में बाढ़ जैसे हालात बने हुए हैं। यहां लोग बचने के लिए अपने पड़ोसियों के घर जाकर रहने लगे हैं। लोगों ने बताया कि प्रशासन से मांग की थी कि गुनिया नदी की सफाई कराई जाए, लेकिन लोगों की मांग पूरी नहीं हुई। इसलिए लोगों का कहना है कि कागजों पर ही गुनिया नदी की सफाई हुई है और अफसर इसके नाम लाखों खर्च करते हैं। इसलिए इन अधिकारी और नगरपालिका के प्रशासक पर कार्यवाई की मांग कर रहे हैं। साथ ही नागरिकों का कहना है कि इस नदी की सफाई और कब्जे के कारण मूल आकार खत्म होने का स्थाई निराकरण हो। वहीं तेज बारिश के चलते गोपीकृष्ण डैम के 5 गेट खोल दिए गए हैं।
उमरिया में नहाते समय आरक्षक बहा, तलाश जारी
उमरिया की छोटी महानदी पर बने करहिया डैम पर 20 अगस्त को एक हादसा हो गया था। डैम में नहाने गए आरक्षक प्रीतम बैगा (25) तेज बहाव के चलते बह गए। जानकारी लगते ही चंदिया पुलिस मौके पर पहुंच गई और प्रीतम की तलाश जारी कर दी। नदी के उफान पर होने की वजह से प्रीतम को ढूंढने में दिक्कत हो रही है। मौके पर Home Guard and Civil Defence (S.D.E.R.F) की टीम और अधिकारी पहुंच चुके हैं। वहीं लगातार बारिश के चलते जुलहा डेम के 5 गेट खोले दिए गए। यहां 24 घंटों में 142 मिमी बारिश हो चुकी है।