GWALIOR. ग्वालियर शहर के आसपास स्थित चारों जलाशयों को आपस मे जोड़ने के प्रस्ताव को मंजूरी मिल गयी है । इसको लेकर ग्वालियर ग्रामीण के विधायक और सरकार में उद्यनिकी मंत्री भारत सिंह लंबे समय से प्रयासरत थे । अब सरकार ने उनके प्रस्ताव को स्वीकृत कर इसके लिए बजट एलॉटमेंट भी कर दिया।
यह चार बांध हैं
ग्वालियरवासियों के लिये बड़ी खुशखबरी है। ग्वालियर शहर के नजदीक स्थित चार जलाशय अर्थात रायपुर, मामा का बांध, वीरपुर बांध व हनुमान बाँध आपस में जुड़ेंगे। साथ ही इन जलाशयों का पर्यटन के लिहाज से सुदृढ़ीकरण, पुनरुद्धार व आधुनिकीकरण भी होगा। उद्यानिकी व खाद्य प्रसंस्करण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) एवं नर्मदा घाटी राज्य मंत्री भारत सिंह कुशवाह के विशेष प्रयासों से इन जलाशयों को जोड़ने एवं सुदृढ़ीकरण कार्य के लिए केन्द्र व राज्य सरकार ने 31 करोड़ 63 लाख रूपए से अधिक धनराशि मंजूर कर दी है। इसके लिए कुशवाह ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के प्रति ग्वालियरवासियों की ओर से आभार जताया है।
बढ़ेगा जल स्तर
ग्वालियरवासी लंबे अरसे से और बड़ी शिद्दत के साथ इन जलाशयों के जीर्णोद्धार की प्रतीक्षा कर रहे थे। आपस में जुड़ जाने पर ये जलाशय वर्ष भर भरे रहेंगे। इससे शहर का जल स्तर बढ़ेगा और ग्वालियर के विकास में एक नया आयाम स्थापित होगा।
राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार ने बताया कि इन जलाशयों के आपस में जुड़ने से जहाँ किसानों की निस्तार एवं सिंचाई संबंधी जरूरतें पूरी होंगीं, वहीं ग्वालियर शहरवासियों को आकर्षक पर्यटन स्थल भी उपलब्ध होंगे। साथ ही क्षेत्र के जल स्तर में भी बढ़ोत्तरी होगी। उन्होंने बताया कि जलाशयों को जोड़ने व आधुनिकीकरण कार्य के लिए मुख्य सचिव की अध्यक्षता में गठित राज्य कार्यपालिक समिति द्वारा मिटीगेशन फंड के अंतर्गत 31 करोड़ 63 लाख रूपए की राशि स्वीकृत की गई है।
कुशवाह ने बताया कि राहत आयुक्त कार्यालय के माध्यम से स्वीकृत हुई इस धनराशि से रायपुर जलाशय को नहर के जरिए मामा का बांध से जोड़ा जाएगा। इसी तरह मामा का बांध, वीरपुर बांध व हनुमान बांध एक दूसरे से जुड़ेंगे। उन्होंने बताया कि हनुमान बांध के पानी का ओवर फ्लो शहर के बीच से होकर गुजर रही स्वर्ण रेखा नदी में छोड़ा जायेगा