/sootr/media/post_banners/cde52d92f98b4c9caa7b1e3dff31160c85f63007891982a31baa038f625b71e6.jpeg)
Jabalpur. जबलपुर में मंगलवार को मेडिकल साइंस यूनिवर्सिटी में आयोजित ईसी बैठक में छात्र संगठन के पदाधिकारियों ने हंगामा मचा दिया। हाल ही में विश्वविद्यालय में नर्सिंग पाठ्यक्रम के परीक्षार्थियों की आंसरशीट भीगने का मामला सामने आया है। छात्र संगठनों का कहना है कि जिन अव्यवस्थाओं और मिलीभगत के खिलाफ धारा 51 लगाकर कुलपति को हटाया गया था, नए कुलपति के आने के बाद भी वह मिलीभगत बंद नहीं हुई है।
छात्र संगठन ने आरोप लगाया है कि जिस तरह पहले यूनिवर्सिटी में आंसरशीट्स जानबूझकर गीली करके लाखों का भ्रष्टाचार किया गया था। परीक्षा नियंत्रक डॉ सचिन कुचया द्वारा सुनियोजित ढंग से अभी भी वही किया जा रहा है। संगठन ने यूनिवर्सिटी द्वारा की गई तमाम लापरवाहियों और कांड का कच्चा चिट्ठा बैठक में रखते हुए परीक्षा नियंत्रक को तत्काल प्रभाव से पद से हटाने की मांग कर दी।
औसत अंक देकर सबको पास करने की साजिश
छात्र संगठन ने सीधा-सीधा आरोप लगाते हुए ज्ञापन सौंपा है कि जानबूझकर नर्सिंग पाठ्यक्रमों की आंसरशीट्स को गीला कराया गया है। ताकि सभी छात्रों को औसत अंक देकर पास कर दिया जाए जिसके लिए लाखों रुपए का लेनदेन किया गया है। संगठन ने अपनी मांगों को पूरा कराने जल्द ही उग्र आंदोलन छेड़ने का भी दावा किया है।
एमपी स्टूडेंट यूनियन के अध्यक्ष अभिषेक पांडे का कहना है कि कुलपति बदल दिए जाने के बाद भी मेडिकल यूनिवर्सिटी में मिलीभगत उसी ढर्रे पर जारी है। जिसके कर्ताधर्ता स्वयं परीक्षा नियंत्रक डॉ सचिन कुचया हैं। संगठन उन्हें तत्काल हटाए जाने की मांग करता है। मांग पूरी न होने पर उग्र आंदोलन किया जाएगा।