Jabalpur. जबलपुर की आयुध निर्माणी खमरिया के फिलिंग सेक्शन में हुए धमाके में घायल नंदकिशोर सोनी नाम के कर्मचारी ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। उसे गंभीर हालत में मुंबई के अस्पताल में भर्ती कराया गया था। नेशनल बर्न यूनिट अस्पताल मुंबई के डॉक्टरों ने उसकी हालत क्रिटिकल करार दे रखी थी। उसे वेंटिलेटर पर भी रखा गया था लेकिन उसे नहीं बचाया जा सका। निर्माणी प्रबंधन ने मृतक कर्मचारी के शव को जबलपुर लाने का इंतजाम किया है। बता दें कि ओएफके के एफ-6 सेक्शन में 29 सितंबर को लिक्विड बारूद में धमाका हो गया था जिसमें 6 कर्मचारी झुलस गए थे।
इंफेक्शन फैलने के कारण बिगड़ी हालत
हादसे में घायल बाकी 5 कर्मचारियों की हालत ठीक थी लेकिन नंदकिशोर बुरी तरह से झुलस गया था। 30 सितंबर को उसे मुंबई रेफर कराया गया था। शुरूआती दिनों में मुंबई में नंदकिशोर में काफी रिकवरी देखी गई लेकिन इंफेक्शन फैलने के कारण उसकी हालत बिगड़ती चली गई। इस दौरान चिकित्सकों ने उसके दो ऑपरेशन भी किए थे। इस बीच उसे बुखार भी आने लगा और प्लेटलेट्स भी घटने लगे थे।
ओएफके के शहीदों में शामिल किया जाएगा नाम
ओएफके हर साल आयुध निर्माण के दौरान होने वाले हादसों में शहीद होने वाले कर्मियों को याद करता है। नंदकिशोर सोनी का नाम भी अब ओएफके की शहीदों की सूची में जुड़ जाएगा। उधर ओएफके के कर्मचारी संगठनों ने नंदकिशोर की मौत पर दुख व्यक्त करते हुए प्रबंधन से उसके परिजन को 25 लाख रुपए मुआवजे और अनुकंपा नियुक्ति दिए जाने की मांग की है।