भोपाल. मध्यप्रदेश सरकार (Madhya Pradesh Government) ने हाल ही के दिनों में स्कूल खोलने का आदेश दिया था। जिसका विरोध (Protest) प्रदेश के अगल-अलग शहरों में होने लगा है। भोपाल में तो परिजनों ने विरोध प्रदर्शन करना शुरू कर दिया है। परिजनों ने सरकार से मांग की है कि सरकार अपना फैसला वापस ले। साथ में चेतावनी दी है कि यदि सरकार ऐसा नहीं करती, तो परिजन कोर्ट की शरण लेंगे। भोपाल के कॉर्मल कॉन्वेंट स्कूल (Cormal Convent School) ने एक सप्ताह पहले ही ऑनलाइन के साथ ऑफलाइन क्लास में बच्चों की उपस्थिति अनिवार्य कर दी। इसके बाद पेरेंट्स पहुंचे। जहां उन्होंने Online क्लास नियमित रखने की मांग की। मामला और गर्माता इससे पहले प्राचार्य ने दो दिन में का समय मांगा है। इस मामले में अब पालक संघ द्वारा कोर्ट में याचिका दायर की जाएगी। परिजनों को अपने अपने बच्चों की चिंता है। उनकी जिम्मेदारी कोई लेने को तैयार नहीं है। वहीं, इस मामले में अब स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार (School Education Minister Inder Singh Parmar) ने चुप्पी साध ली है।
हाईकोर्ट में केस दर्ज होगा
कोरोना का भय अभी पूर्ण रूप से खत्म नहीं हुआ है। ऐसे में परिजनों को अपने छोटे छोटे बच्चों की चिंता है। बच्चे चाह कर भी सावधानी नहीं बरत पाते हैं। संघ के अध्यक्ष और एडवोकेट चंचल गुप्ता ने बताया कि संघ आज शासन के स्कूल खोलने के निर्देश स्पष्ट नहीं होने के कारण आज एक याचिका लगाएगा। स्कूल प्रबंधन भी बच्चों की सुरक्षा को लेकर कोई जिम्मेदारी नहीं ले रहा है। ऐसे में परिजनों के सामने यह समस्या खडी हो गई कि वे आखिर किसके विश्वास पर बच्चों को स्कूल भेजे। उन्होंने बताया कि स्कूल फीस को लेकर पहले से ही मामला हाईकोर्ट में चल रहा है। अब उस पर निर्णय शेष रह गया है। ऐसे में सरकार ने स्कूल फीस और स्कूल खोलने को लेकर अस्पष्ट निर्देश दिए हैं। इससे पहले सरकार ने आदेश दिया था कि वही बच्चे स्कूल में आएंगे, जिनके परिजन स्कूल भेजने के लिए तैयार हो।