2050 तक दोगुनी होगी शहरों की आबादी, 30 साल की प्लानिंग के लिए भोपाल में मंथन

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Shivasheesh Tiwari
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2050 तक दोगुनी होगी शहरों की आबादी, 30 साल की प्लानिंग के लिए भोपाल में मंथन

भोपाल. देश में शहरी और ग्रामीण विकास की प्लानिंग को लेकर राजधानी भोपाल में बड़ा सम्मेलन आयोजित होने जा रहा है। इंस्टीट्यूट ऑफ टाउन प्लानर्स, इंडिया (आईटीपीआई) 70वां राष्ट्रीय नगर एवं ग्राम नियोजक सम्मेलन आयोजित कर रहा है। एमपी नगर के होटल मैरियट कोर्टयार्ड में होने वाले इस आयोजन में देशभर के सिटी प्लानर और विशेषज्ञ हिस्सा लेंगे। 15 अप्रैल से शुरू होने जा रहे तीन दिवसीय सम्मेलन में देश के शहरीकरण और ग्रामीण विकास की चुनौतियों और प्लानिंग पर चर्चा होगी। 



आईटीपीआई की शुरुआत 1951 में हुई थी



आईटीपीआई के अध्यक्ष डॉ. डीएस मेश्राम ने बताया कि मध्यप्रदेश में पांचवीं बार आईटीपीआई का सम्मेलन होने जा रहा है। आईटीपीआई की शुरुआत 1951 में हुई थी। उस समय देश में सिर्फ 15 सिटी प्लानर्स थे, जिन्होंने इसकी शुरुआत की थी। आज देश में 7 हजार से ज्यादा सिटी प्लानर्स हैं। सम्मेलन में बीते 75 वर्षों में सिटी प्लानिंग में हुए नवाचारों पर चर्चा होगी। साथ ही शहरी भविष्य की पुर्नकल्पना, शहरी नियोजन क्षमता का विस्तार, शहरों की प्रतिरोधकता एवं मध्य प्रदेश के शहरों के विकास की प्लानिंग पर चर्चा होगी। 



शहरीकरण की प्रक्रिया तेजी से बढ़ रही



आईटीपीआई के मध्यप्रदेश चेप्टर के चेयरमैन डॉ. शुभाषीश बैनर्जी ने बताया कि वर्ष 2022 में आई.टी.पी.आई. के मध्य प्रदेश रीजनल चेप्टर की स्थापना की स्वर्ण जयंती वर्ष भी है। उन्होंने बताया कि वर्तमान में देश के 34 फीसदी लोग शहरों में रहते हैं और शहरीकरण की प्रक्रिया तेजी से बढ़ रही है। अगले तीन दशकों में यानी 2050 तक शहरी आबादी दोगुनी होने की संभावना है। ऐसे में शहरों के विकास की बेहतर प्लानिंग के जरिए ही चुनौतियों से निपटा जा सकता है।


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