BHOPAL. मध्य प्रदेश में स्कूल शिक्षा विभाग में एक अनोखा मामला समाने आया है, यहां एक महिला लेक्चरर सीमा गुप्ता ने प्रतिनियुक्ति पर पदस्थापना के दौरान घोटाला किया था, मगर राज्य शासन ने इसे नजरअंदाज कर उसे वापस उसी कार्यालय में बेहद महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंप दी है। बताया जा रहा है कि इस महिला शिक्षक के खिलाफ ईओडब्ल्यू में भी केस भी दर्ज है, और कोर्ट में एक याचिका में इसको लेकर सील बंद लिफाफे में फैसला सुरक्षित रखा था। मगर इन हालातों को नजरअंदाज कर शासन ने शिक्षक को उसी कार्यालय में पदस्थ कर दिया है।
सीमा गुप्ता पर 19.5 करोड़ के घोटाले का है आरोप
स्कूल शिक्षा विभाग का यह मामला राजधानी भोपाल का है, जहां फंदा शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय की महिला शिक्षक सीमा गुप्ता को जिला परियोजना समन्वयक बनाया गया है। सीमा गुप्ता राज्य शिक्षा केंद्र में सहायक जिला समन्वयक हैं, और उन्हें भोपाल जिला परियोजना समन्वयक बनाया गया है। सीमा गुप्ता पर इसी विभाग में रहते हुए भ्रष्टाचार का आरोप लगा था, सीमा गुप्ता पर 19.50 करोड़ फीस घोटाला का आरोप है, सीमा गुप्ता ने भोपाल कार्यालय में रहते हुए ही ये घोटाला किया था। उनके खिलाफ EOW में भी मामला दर्ज है, बताया जा रहा है कि सीमा गुप्ता पर स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार की मेहरबानी है जिसके चलते सीमा गुप्ता को भोपाल DPC बना दिया गया है।