भोपाल. बच्चों में ऑनलाइन गेम की लत खतरनाक है। ऑनलाइन गेम्स में पैसों का फ्रॉड, बच्चों के आत्मघाती कदम उठाने की शिकायतें मध्यप्रदेश साइबर सेल के पास पहुंच रही है। इस कारण अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (ADG) योगेश चौधरी ने बच्चों के ऑनलाइन गेम्स का शिकार होने से बचाने के लिए बुधवार को एक एडवाइजरी (online game advisory) जारी की है। इसमें कहा गया कि बच्चों की ऑनलाइन एक्टिविटी पर नजर रखें।
गलत कदम उठा रहे बच्चें
चौधरी ने बताया कि कई बार गेम की लत (game Addiction) के कारण बच्चे डिप्रेशन में गलत कदम उठा लेते हैं। बच्चों के गेम्स की वजह से कई पेरेंट्स का नुकसान हो रहा है। अधिकतर बच्चे गेम की खरीदी के लिए उधारी तक ले रहे हैं। बाद में डर की वजह से वह आत्मघाती कदम उठा लेते हैं।
माता-पिता यह सावधानी रखें
एडवाइजरी में कहा गया कि हो सके तो बच्चों को मोबाइल न दें। ऑनलाइन पढ़ाई के लिए ऐसे टेबलेट उपलब्ध हैं, जिनमें सिम नहीं लगती है। इंटरनेट के उपयोग के लिए वाई-फाई का उपयोग करें। बच्चों की ऑनलाइन गतिविधियों पर नजर रखें। परिवार के सभी सदस्यों के मोबाइल में प्ले स्टोर आदि पर पेरेंट्स कंट्रोल आन करें।
पासवर्ड बच्चों को न बताएं
मोबाइल के पासवर्ड बच्चों को न बताएं, खास तौर पर तब जब बैंक खाते में जुड़े मोबाइल नंबर की ही सिम मोबाइल में उपयोग हो रही हो। यदि बैंक खाते से पैसे कटते हैं और उसका मैसेज मोबाइल में न आए तो पहले बच्चों या परिवार के सदस्यों से पूछें कि उन्होंने तो भुगतान नहीं किया है। इसके बाद नजदीकी पुलिस थाने में www.cybercrime.gov.in पर या टोल फ्री नंबर 155260 पर शिकायत करें।