भोपाल. साइबर फ्रॉड के लिए मध्यप्रदेश में बैंक अकाउंट बिकते हैं। इसका खुलासा भोपाल साइबर क्राइम ब्रांच की पड़ताल में 17 अगस्त को हुआ है। इस मामले में साइबर टीम (cyber team) ने MBAकी एक छात्रा को गिरफ्तार किया है। छात्रा पर आरोप है कि वह अपने जान पहचान के लोगों के बैंक खाते, एटीएम कार्ड (ATM) लेकर सायबर फ्रॉड (cyber fruad) करने वाले अपने दोस्तों को उपलब्ध करा रही थी। पुलिस ने बताया कि इन बैंक खातों (bank account fruad) में एक साल के अंदर करीब 50 से 60 लाख रुपए का लेन-देन हुआ है।
स्कॉलरशिप की रकम के लिए खाता लिया
ASP अंकित जायसवाल ने बताया ने कि भोपाल में रहने वाली नम्रता दुधानी ने सायबर क्राइम ब्रांच में शिकायत की थी कि बैतूल (Betul) की अंजलि उनके यहां किराएदार है। अंजलि ने स्कॉलरशिप (scholarship) की रकम खाते में डलवाने की बोलकर मेरे खाते का हैंड ओवर लिया। इसी बीच नम्रता को बैंक से सूचना मिली कि खाता में रोजाना अधिक राशि का ट्रांजेक्शन हो रहा है। जिसकी शिकायत के बाद अजंलि को पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
एक खाते के बदले 5 से 10 हजार
पुलिस ने बताया कि इसमें आरोपी का एक दोस्त भी शामिल है। जो अंजिल को एक बैंक खाता (bank account) उपलब्ध करवाने की एवज में 5 हजार से 10 हजार रुपए तक देता था। पुलिस ने छात्रा के पास से 3 बैंक पासबुक, 22 एटीएम कार्ड, 1 मोबाइल, 2 सिमकार्ड बरामद किए हैं।