भोपाल में शराबबंदी पर धरने में कौन-कौन साथ हैं के सवाल पर उमा बोलीं- विधायक, मंत्री सब डरते हैं, आए तो डर-न आए तो डर

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Jitendra Shrivastava
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भोपाल में शराबबंदी पर धरने में कौन-कौन साथ हैं के सवाल पर उमा बोलीं- विधायक, मंत्री सब डरते हैं, आए तो डर-न आए तो डर

अजय छाबरिया, BHOPAL. बीजेपी की वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती सरकार की शराब नीति के खिलाफ रविवार 29 जनवरी से धरने पर बैठ गई हैं। उमा भारती ने अयोध्या बायपास पर शराब अहाते के सामने दुर्गा माता, पंचमुखी हनुमान मंदिर के अंदर 31 जनवरी तक के लिए अपना डेरा डाल लिया है। उमा शराब नीति को लेकर अपनी ही सरकार के खिलाफ हो गईं हैं। इससे पहले अक्टूबर में अमरकंटक से शराब नीति के खिलाफ मोर्चा खोला था और अब जनवरी में फिर से सक्रिय हो गई हैं।





प्रदेश में आपकी पार्टी की सरकार है और आप ही धरने पर बैठी हैं, क्या वजह है 



  



जब द सूत्र ने धरने पर बैठी वरिष्ठ भाजपा नेता उमा भारती से सवाल किया तो मध्यप्रदेश की शराब नीति में रावण राज का हवाला देते हुए उन्होंने कहा की ऐसा तो रावण के समय हुआ करता था, वही दिन आज देखने को मिला रहा है। उन्होंने आगे कहा की प्रदेश में जब शराब नीति को लेकर कार्यक्रम बनाया जा रहा था उसमें मुझे भी बुलाया गया था। साथ ही रामदेव बाबा और अन्य समाज सेवी भी शामिल हुए थे उस समय प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा था की शराब नीति में ये खामियां नहीं होंगी।





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आप वरिष्ठ नेता है फिर भी इतनी मशक्कत करनी पड़ रही है ?





अगर ये कांग्रेस की सरकार होती तो हम सब कितने गर्व के साथ बैठे होते, क्योंकि हमने 15 महीने की सरकार में भी विरोध किया था और मध्यप्रदेश ही नहीं हमने दिल्ली, छत्तीसगढ़ में भी विरोध किया है। मुझे तो विश्वास नहीं होता की राम का नाम लेने वाली हमारी सरकार मंदिर के सामने ही दुकान खोलें होगी और मुझे उसके विरोध में बैठना होगा।





मैं यहां हनुमान जी और दुर्गा जी की शरण में आकर बैठ गई हूं





उमा ने कहा- नियंत्रित शराब वितरण प्रणाली में मध्यप्रदेश ही मॉडल स्टेट बन सकता है। गैर भाजपाई सरकारों ने भी हमारी सरकार की कई चीजें कॉपी की हैं। वे नियंत्रित शराब वितरण प्रणाली पर भी हमें कॉपी करेंगे। मेरा भरोसा टूटा नहीं है, मैं आशान्वित हूं। शिवराज जी से मेरी बहुत रिलेक्स माइंड से बात हुई है। फिर भी मैं क्या करूं? मेरा दिल ही ऐसा है कि मैं थोड़ी सी आशंकित हो गई हूं, इसलिए मैं यहां हनुमान जी और दुर्गा जी की शरण में आकर बैठ गई हूं। उमा भारती ने कहा- मैं इस बात को लेकर चिंतित हूं कि हमारी सरकार के जो मूल तत्व थे, हमें उनका आधार नहीं छोड़ना चाहिए। हमें उन पर ही चलना है। मुझे भाजपा का ही प्रचार करना है। मुझे पता है कि मध्यप्रदेश में भाजपा की सरकार है। हमारे पास 8 महीने हैं। अभी हम इन चीजों को ठीक कर सकते हैं। 





आपके साथ कौन-कौन हैं  





बड़ी अजीब सी हालत हो गई है, सबसे लुकाछुपी के संबंध हो गए हैं। मैंने ही सबको मुक्त कर दिया और कह दिया कि मेरे शराब वाले कार्यक्रम में कोई पदाधिकारी, विधायक और मंत्री न आए। क्योंकि बिचारे डर जाते हैं, आए तो डर न आए तो डर। समर्थन में जुटी महिलाओं से बात की तो उन्होंने कहा की शराब से कई घर बर्बाद हो गए। दुर्घटनाओं के आंकड़ों में लगातार वृद्धि हो रही है। मजदूरी करने वाला व्यक्ति जो दिनभर काम करता है और शाम को शराब की दुकान पर अपनी दिहाड़ी खर्च कर देता है इससे परिवार को कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है। जब इस बात को लेकर सरकार को घेरा तो उन्होंने बस आश्वासन दिया और अभी तक कुछ नहीं किया।



 



MP News एमपी न्यूज Liquor ban in Madhya Pradesh Uma sat on dharna in Bhopal said – MLAs Ministers are all afraid मध्यप्रदेश में शराबबंदी भोपाल में उमा बैठीं धरने पर बोलीं- विधायक मंत्री सब डरते हैं