भोपाल. ग्वालियर- चंबल संभाग में बाढ़ आपदा का सर्वे (gwalior chambal flood servey) करने के बाद केंद्रीय दल ने मंगलवार को सीएम शिवराज (CM shivraj) के साथ बैठक की। देर शाम को हुई इस बैठक में केंद्रीय दल ने बाढ़ से नुकसान की सीएम को जानकारी दी। सीएम ने इस बैठक में कहा कि जिन लोगों का नुकसान हुआ है। उनकी मानवीय दृष्टिकोण से मदद (help) की जाएगी। इस बाढ़ से दो हजार 444 गांव प्रभावित हुए हैं।
बाढ़ में सबसे ज्यादा किसानों का नुकसान
सीएम ने बताया कि बाढ़ में सबसे ज्यादा किसानों का नुकसान हुआ है। किसानों ने बाजार में बेचने के लिए अपनी फसल रखी थी। लेकिन बाढ़ (flood) के कारण अब वो जानवरों के खाने लायक भी नहीं बची। प्रारंभिक अनुमान के मुताबिक एक लाख हेक्टेयर से ज्यादा क्षेत्र में फसलें प्रभावित हुई हैं। गोदामों में रखा 51 करोड़ रुपए से ज्यादा का अनाज और उचित मूल्य की राशन (ration) दुकानों में रखा ढाई करोड़ रुपये से अधिक का राशन खराब हुआ है। इसके अलावा 58 हजार निजी आवास क्षतिग्रस्त हुए हैं।
सरकारी संपत्ति को बड़े पैमाने पर नुकसान
राजस्व विभाग (Revenue Department) के प्रमुख सचिव मनीष रस्तोगी ने बताया कि एक हजार 131 गांवों के एक लाख 13 हजार 929 बिजली उपभोक्ता प्रभावित हुए हैं। आठ हजार 318 बिजली के खंभे गिरने और 66 सब स्टेशन तहस-महस हो गए। इसकी वजह से कई दिनों तक गांवों में बिजली नहीं रही।