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फरीद शेख/ममताराम पाटूद, KHARGONE. खरगोन में खेल सामग्री और कंटिंजेंसी राशि में 9 करोड़ के घोटाले के मामले में द सूत्र की खबर का बड़ा असर हुआ है। सीएम शिवराज ने डीईओ केके डोंगरे को सस्पेंड कर दिया है। एक दूसरे मामले में भीकनगांव के नगर पालिका परिषद सीएमओ को भी सीएम ने निलंबित किया गया है, उन्होंने राशि निकालने में गड़बड़ी की है। द सूत्र ने स्कूलों में हुए भ्रष्टाचार के मुद्दे को प्रमुखता से उठाया था। आदिवासी बच्चों के लिए शासन की दी हुई खेल सामग्री, शिक्षण, स्कूल मेंटेनेंस, रंगाई-पुताई, स्टेशनरी और फर्नीचर जैसी सुविधाओं में 9 करोड़ का घोटाला किया गया है।
मुझे खरगोन जिला शिक्षा अधिकारी की कई शिकायतें मिली हैं। मैं उनको तत्काल सस्पेंड करता हूं। भीकनगांव नगर परिषद के सीएमओ को भी सस्पेंड करता हूं। गड़बड़ करने वाले नहीं बचेंगे: CM#मुख्यमंत्री_जन_सेवा_MPpic.twitter.com/CkcGNMzPyY
— Chief Minister, MP (@CMMadhyaPradesh) December 14, 2022
द सूत्र की खबर का बड़ा असर
खरगोन में भ्रष्टाचार का मुद्दा बीजेपी के पूर्व विधायक बाबूलाल महाजन ने उजागर किया है। द सूत्र ने इस घोटाले को प्रमुखता से दिखाया था। विधायक बाबूलाल महाजन ने आरोप लगाया कि साल 2021-22 में जिले में करीब 9 करोड़ रुपए का भ्रष्टाचार किया गया है, सही जांच होने पर ये राशि और भी बढ़ेगी।
केके डोंगरे के कार्यकाल में बंदरबांट
बाबूलाल महाजन ने शिकायत में बताया कि सालों से काबिज जिला शिक्षा अधिकारी केके डोंगरे के प्रभारी डीपीसी रहते हुए 2 हजार 463 प्राथमिक और 826 माध्यमिक स्कूलों में बीआरसी से सांठगांठ कर फर्जी बिल लगाकर इन मदों की राशि का आहरण कर बंदरबांट की है। जबकि इस राशि से खरीदी गई सामग्री को विद्यार्थियों के शारीरिक, मानसिक के साथ शैक्षणिक विकास में खर्च किया जाना था। प्रशासन ने स्कूलों में नवाचार के लिए करोड़ों रुपए की राशि आवंटित की लेकिन ये विद्यार्थियों तक नहीं पहुंच पाई।
फर्जी बिल लगाकर निकाली गई राशि
राज्य शिक्षा केंद्र से प्राथमिक और माध्यमिक विद्यालय में विभिन्न मदों में एसएमसी को राशि प्रदान की जाती रही। 2021 में ये राशि बंद कर दी गई। बिल बीआरसी स्तर पर प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। इस नई भुगतान प्रक्रिया के चलते सप्लायर्स ने अधिकारी के साथ मिलकर फर्जी बिल लगाकर राशि निकाली। खेल सामग्री कई स्कूलों में अभी तक नहीं पहुंची है। जो सामग्री दी गई उसकी गुणवत्ता भी घटिया है। प्लास्टिक के बैट-बॉल खरीदे गए थे।
केके डोंगरे पर एक साथ 4 पदों पर काबिज होने का आरोप
पूर्व विधायक बाबूलाल महाजन का ये भी आरोप है कि जिला शिक्षा अधिकारी केके डोंगरे एक साथ 4 पदों पर काबिज हैं। शिक्षा विभाग के जिला शिक्षा अधिकारी, डीपीसी (जिला परियोजना समन्वयक) रमसा और डाइट (शिक्षक प्रशिक्षण केंद्र प्रभारी) के महत्वपूर्ण पदों पर काबिज हैं। पदों पर रहते हुए उन पर भ्रष्टाचार करने के आरोप लगे हैं। विधायक बाबूलाल महाजन ने केके डोंगरे को राजनीतिक शह होने का शक जाहिर किया है। एसडीएम ओमनारायण सिंह ने कलेक्टर के निर्देश पर जांच करने की बात कही है। जल्द ही स्कूलों में जाकर जांच कर रिपोर्ट पेश करने के बाद कार्रवाई का आश्वासन दिया है।