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नीलेश कुमार, SAGAR. सागर के गढ़ाकोटा में मंत्री गोपाल भार्गव ने 21 हजार कन्याओं के विवाह का संकल्प पूरा कर लिया है। उन्होंने साल 2001 में चरारी गांव की एक गरीब कन्या का विवाह कराकर संकल्प लिया था कि वे अपने जीवन में 21 हजार कन्याओं का विवाह कराएंगे। 2023 में गोपाल भार्गव का ये संकल्प पूरा हुआ। कार्यक्रम में सीएम शिवराज सिंह चौहान और बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा भी शामिल हुए।
मेरी दृष्टि में सभी कन्याएं एक समान- गोपाल भार्गव
मंत्री गोपाल भार्गव ने कहा कि मेरी दृष्टि में सभी कन्याएं एक समान हैं। कोई भी बड़ी नहीं, कोई भी छोटी नहीं, कोई गरीब नहीं, कोई अमीर नहीं है। मैंने अपनी पुत्री डॉक्टर अवंतिका भार्गव और इकलौते पुत्र अभिषेक भार्गव का विवाह इसी सामूहिक कन्या विवाह समारोह के तहत समस्त जोड़ों के बीच कराया था।
मंत्री गोपाल भार्गव ने 2001 में लिया था संकल्प
मंत्री गोपाल भार्गव ने 2001 में रहली विधानसभा क्षेत्र के चरारी गांव में एक निर्धन कन्या का विवाह करवाकर संकल्प लिया था कि मैं अपने जीवन में 21 हजार कन्याओं का विवाह करूंगा। मंत्री भार्गव ने संकल्प निभाते हुए लगातार कन्या विवाह कार्यक्रम आयोजित किए। 2005 में मध्यप्रदेश शासन ने मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना एवं निकाह योजना प्रारंभ की। मंत्री गोपाल भार्गव मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के अंतर्गत दी जाने वाली राशि के साथ-साथ अपनी तरफ से निजी तौर पर उस राशि को दोगुना करके नव दंपति को गृहस्थी का सामान दे रहे हैं।
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बुंदेलखंडी रीति-रिवाज के साथ विवाह समारोह
मंत्री गोपाल भार्गव ने सहकारिता मंत्री के रूप में जब विवाह समारोह आयोजित किया, तब उस समय उन्होंने नव दंपतियों को ना केवल उनके घरों तक भेजा बल्कि प्रत्येक नव दंपति को देव दर्शन भी कराए। मंत्री गोपाल भार्गव विवाह समारोह में हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा कराते हैं। मंत्री गोपाल भार्गव घराती और बारातियों का सम्मान बुंदेलखंडी रीति-रिवाज के साथ करते हैं। विवाह भी बुंदेलखंडी रीति-रिवाज के साथ ही होता है। खाद्य पदार्थों में आम का पना, छाछ, चाय, रसना, आइसक्रीम सहित समस्त पदार्थ उपलब्ध कराए जाते हैं। घरातियों और बारातियों का स्वागत बुंदेलखंडी पेय पदार्थ मिर्चबानी से किया जाता है। मंत्री गोपाल भार्गव अपनी पत्नी, पुत्र और पुत्रवधू के साथ सभी कन्याओं के पैर पखारते हैं।