संजय गुप्ता, INDORE. इंदौर में कांग्रेस शहर अध्यक्ष के लिए करीब तीन माह का लंबा इंतजार हो गया है और अब यह सवाल कौन बनेगा करोड़पति जैसा हो गया है। लेकिन अभी तक मिली जानकारी के अनुसार पूरा मामला देश की राजधानी दिल्ली और प्रदेश की राजधानी भोपाल में बैठे हाईकमान के बीच अटक गया है। जानकारी के अनुसार दिल्ली में बैठे कांग्रेस के पदाधिकारी इस पद के लिए अरविंद बागड़ी को लाने का मन बना चुके हैं। खासकर प्रदेश प्रभारी जेपी अग्रवाल का उन्हीं के समाज का होना सबसे बड़ा फैक्टर बन गया है। अग्रवाल समाज खुलकर बागड़ी के लिए उतर चुका है। उधर, बागड़ी के जिस तरह से लगातार बीजेपी के नेताओं के करीबी संबंधों खासकर- बीजेपी राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के फोटो, वीडियो लगातार भोपाल से लेकर दिल्ली तक पहुंचाए गए हैं, इसके बाद राजधानी भोपाल में बैठे पीसीसी चीफ कमलनाथ उनके लिए तैयार नहीं हो रहे हैं। इसी के चलते दोनों राजधानियों में इंदौर शहर अध्यक्ष अटक गया है।
कहने को दूर लेकिन पटवारी की पसंद बागड़ी
हाल ही में एक कार्यक्रम में राउ कांग्रेस विधायक जीतू पटवारी ने कहा था कि मेरा कोई भी कैंडीडेट शहर अध्यक्ष के लिए नहीं है और मैं पहले ही यह बात दिल्ली में लिखकर दे आया हूं। जो कमलनाथ तय करेंगे वहीं होगा। लेकन सूत्रों के अनुसार पटवारी का पूरा जोर इस पद के लिए अरविंद बागड़ी के साथ है और शायद यही बात कमलनाथ की नामंजूरी की भी एक वजह बन रही है, क्योंकि अंदरूनी तौर पर यह बात सामने आ चुकी है कि कमलनाथ और पटवारी के बीच सब कुछ बहुत अच्छा तो नहीं है। ऐसे में बागड़ी के शहर अध्यक्ष बनने से कमलनाथ की इंदौर में पकड़ ढीली हो सकती है।
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कमलनाथ को इस पद के लिए चाहिए अपना खास समर्थक
पहले विनय बाकलीवाल थे जो पूरी तरह से कमलनाथ के लिए समर्पित थे, लेकिन उनके हटने के बाद कमलनाथ अपने खास सिपेहसालार की तलाश में हैं। जिनके नाम पर दिल्ली भी रजामंद हो जाए, क्योंकि आखिर में एक पद के चक्कर में दिल्ली से भी ज्यादा पंगा नहीं लिया जा सकता है, कयोंकि छह माह बाद तो विधानसभा चुनाव है। इस पद के लिए गोलू अग्निहोत्री भी लगे हुए हैं। इसके लिए तो वह निगम नेता प्रतिपक्ष चिंटू चौकसे के साथ ही कई पार्षद लेकर भी दिल्ली लॉबिंग के लिए पहुंच गए थे। उधर, सुरजीत सिंह चड्ढा का भी नाम चल ही रहा है। लेकिन इन सभी के बीच कमलनाथ को ऐसा उम्मीदवार चाहिए जो दमदारी से उनके और कांग्रेस के लिए शहर में काम कर सके।
क्या बोल रहे हैं कमलनाथ
हाल ही में इंदौर दौरे पर आए कमलनाथ ने यही कहा था कि स्थानीय स्तर पर चर्चा चल रही है और जल्द फैसला कर लेंगे। गुटबाजी की बात पर उन्होंने कहा था कि कोई गुटबाजी नहीं है। यहां देखो सभी लोग साथ-साथ खड़े हुए हैं। समय आने पर शहर अध्यक्ष तय हो जाएगा7 इसमें कोई विशेष बात नहीं है।
कब से चल रही है शहर अध्यक्ष को लेकर खींचतान
जनवरी के अंतिम सप्ताह में विनय बाकलीवाल की जगह बागड़ी को शहराध्यक्ष बनाने की घोषणा की गई। इसके अगले दिन बागड़ी ने पद संभाला लेकिन इसी दौरान उनके पुतले कांग्रेस भवन के बाहर भी फूंके गए, नारेबाजी हुई और उन्हें फूलछाप कांग्रेसी कहा गया। बागड़ी को होल्ड कर बाकलीवाल को फिर प्रभारी शहराध्यक्ष बनाया गया, लेकिन अगले दिन ही फिर बाकलीवाल को हटाते हुए महेंद्र जोशी को प्रभार सौंप दिया गया। तभी से करीब 80 दिन बीत जाने के बाद भी शहराध्यक्ष का फैसला नहीं हो पाया है। जोशी भी कई मौके पर बोल चुके हैं कि मुझे इस पद के प्रभार से मुक्ति चाहिए। लेकिन अभी तक उन्हें मुक्ति नहीं मिली है।