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देव श्रीमाली, GWALIOR. ग्वालियर-चम्बल अंचल में बीजेपी में सब कुछ अलग चल रहा है। कभी संगठन के मामले में एकजुट और सशक्त माने जाने वाला यह दल अब यहां आपसी कलह के दल दल में फंसा नजर आ रहा है। यह हालात ज्योतिरादित्य सिंधिया के अपने समर्थकों के बीजेपी में आने के बाद हुए हैं। लगातार डेढ़ दशक की पार्टी की सत्ता में सभी सूत्र अपने हाथ में रखने वाले बीजेपी के बड़े नेता से लेकर प्रमुख कार्यकर्ता तक इस नई सरकार में एकदम अलग-थलग महसूस कर रहे हैं, लेकिन अब यह मामला उनसे निकलकर उनके घरों तक पहुंच गया है। बड़े नेताओं के बेटे राजनीति में सक्रिय होने के बावजूद पार्टी की गाइडलाइन के चलते हाशिए पर हैं। यहां तक तो ठीक है लेकिन इस मामले में भी उनके साथ पार्टी असमान व्यवहार कर रही है। वजह है उन्हीं की पार्टी के नेता और केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया। पार्टी के नेता से लेकर मंत्री तक महान आर्यमन सिंधिया को राजनीति में स्थापित करने के लिए योजनाबद्ध ढंग से ब्रांडिंग करने में लगे हैं। हालात, ये है कि किसी संविधानिक पद पर न होते हुए भी उनसे एक शासकीय आयोजन में उद्घाटन तक करवा लिया गया।
ये नेता पुत्र है कतार में
ग्वालियर चम्बल में बीजेपी के अनेक बड़े नेताओं के बेटे सियासत में बीते एक दशक से खुलकर दस्तक दे रहे हैं। केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर के पुत्र देवेंद्र प्रताप सिंह रामू, बीजेपी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष प्रभात झा के बेटे तुषमुल झा, प्रदेश के गृहमंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा के बेटे डॉ. सुकर्ण मिश्रा और भतीजे विवेक मिश्रा बीते एक डेढ़ दशक से बीजेपी में सक्रिय है और अलग अलग जगह से टिकट की दावेदारी भी कर रहे हैं। पहले इनको भारतीय जनता युवा मोर्चा की प्रदेश कार्यकारिणी में सदस्य बनाकर आगे बढ़ाया भी गया, लेकिन फिर पार्टी ने वंशवाद की लाइन बताकर तीनों को अगली कार्यसमिति में जगह नहीं दी। फिलहाल, ये अपने जन्मदिन समारोहों के बहाने अपनी ब्रांडिंग करते रहते हैं और अपने पिताओं के राजनीतिक और सरकारी कामकाज में हाथ बंटाकर ही अपना मन मसोसकर बैठे थे, लेकिन महान आर्यमन की ब्रांडिंग से अब उनके समर्थकों में भी नाराजी, उदासीनता और बेबसी दिख रही है।
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महान आर्यमन को खूब बढ़ा रही है
एक तरफ बीजेपी के नेताओं के बेटे इसलिए ज्यादा सक्रियता नहीं दिखा पा रहे क्योंकि उनके पिता महत्वपूर्ण स्थानों पर है और उनकी पार्टी वंशवाद के खिलाफ है। वहीं, उनके समर्थकों की पीड़ा ये है कि केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के बेटे को राजनीति में स्थापित करने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगाया जा रहा है। उनके समर्थक मंत्री न केवल ग्वालियर चंबल संभाग में उन्हें स्थापित करने के लिए कार्यक्रमों का आयोजन कर रहे हैं और इनको सफल बनाने के लिए सरकारी अमले की तैनाती के साथ संसाधनों का भी भरपूर उपयोग कर रहे हैं। ग्वालियर में नगर निगम के खर्च पर मैराथन हो या गुना जिले में मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया और इंदौर में तुलसी राम सिलावट द्वारा किए गए आयोजन । महान आर्यमन को अघोषित रूप से न केवल पुलिस प्रोटेक्शन बल्कि प्रोटोकॉल भी दिया जाता है ।
सरकारी स्कूल में किया लोकार्पण
मजेदार बात तो ये है कि प्रदेश के ऊर्जा मंत्री प्रधुम्न सिंह तोमर ने तो महान आर्यमन को एक शासकीय आयोजन का अतिथि बनाकर बाकायदा उनके हाथों उद्घाटन ही करवा दिया। दरअसल, शनिवार, 25 मार्च को शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय डीआरपी लाइन में स्मार्ट क्लासरूम का लोकार्पण प्रदेश के ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर एवं जीडीसीए के उपाध्यक्ष महान आर्यमन सिंधिया की विशेष उपस्थिति में किया गया। इस अवसर पर अतिथियों ने छात्रों से संवाद भी किया।
बच्चों से संवाद भी किया
इस मौके पर महान आर्यमन सिंधिया ने छात्रों से विस्तार से संवाद किया। उन्होंने कहा कि डीआरपी लाइन स्कूल में स्मार्ट क्लासरूम की सौगात मिली है। यहां के विद्यार्थी आधुनिक तकनीक का उपयोग कर अपने अध्ययन को और बेहतर बनाएं। उन्होंने कहा कि विद्यार्थी जीवन में हर विद्यार्थी को अपना लक्ष्य निर्धारित कर कार्य करना चाहिए। छात्रों द्वारा पूछे गए प्रश्नों पर उन्होंने कहा कि हर व्यक्ति का कोई न कोई रोल मॉडल होता है। हर व्यक्ति का रोल मॉडल उसके परिवार में भी रहता है। मेरे लिए रोल मॉडल मेरे दादाजी स्व. माधवराव सिंधिया और मेरे पिता श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया हैं, जिन्होंने ग्वालियर के विकास के लिए हमेशा कार्य किया है।
अफसर रहे मौजूद
इस कार्यक्रम में पेनासोनिक कंपनी के एशिया हेड ग्वालियर निवासी मनीष शर्मा भी शामिल हुए। उन्होंने भी छात्रों को संबोधित किया। इस मौके पर पूर्व विधायक रमेश अग्रवाल, मंडल अध्यक्ष प्रयाग तोमर, पार्षद श्रीमती मंजू दिग्विजय सिंह, प्रदेश कार्यकारिणी समिति के सदस्य राजकुमार परमार, आशीष प्रताप सिंह राठौर, पीताम्बर सिंह, राजेन्द्र जैन, स्कूल प्राचार्य अशोक दीक्षित, सतेन्द्र शर्मा, संयुक्त संचालक शिक्षा श्री पाण्डेय, जिला शिक्षा अधिकारी कटियार सहित विभागीय अधिकारी एवं विद्यार्थी उपस्थित रहे थे।