BHOPAL. MPTET एग्जाम का पेपर लीक होने के बाद से मध्यप्रदेश प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड यानी PEB विवादों में है। जिसके बाद PEB ने ऑनलाइन परीक्षा कराने के लिए नई एजेंसी का टेंडर निकाला था। लेकिन अब उसे भी निरस्त कर दिया गया है। ऐसे में प्रदेश के हजारों युवाओं का भविष्य खतरे में आ गया है। क्योंकि जब तक वर्तमान एजेंसी को क्लीनचिट नहीं मिलती या नई एजेंसी हायर नहीं होती, तब तक परीक्षाएं टल सकती हैं। वहीं मई महीने में PEB के शेड्यूल में चार परीक्षाएं प्रस्तावित थीं। ऐसे में अब इन परीक्षाओं का कराना मुश्किल नजर आ रहा है।
सवालों के घेरे में हैं PEB
प्राथमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा MPTET में 25 मार्च को पहली शिफ्ट की परीक्षा के वायरल हुए स्क्रीनशॉट्स के बाद PEB के परीक्षा सिस्टम पर सवाल खड़े हो रहे हैं। इसमें आउटसोर्सिंग एजेंसी की भूमिका भी संदेह के घेरे में है। वहीं PEB के अधिकारी इस परीक्षा के वायरल स्क्रीन शॉट्स को लेकर निर्णायक स्थिति में नहीं पहुंचे हैं।
एक साल पहले भी PEB की कृषि विस्तार अधिकारी और वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी की परीक्षा में भी बड़ी गड़बड़ी सामने आई थी। इस परीक्षा के सभी 10 टॉपर्स के एक जैसे नंबर आए थे और गलती भी एक ही तरह की थी। उस समय की एजेंसी से परीक्षा नहीं कराई गई थी। कुछ ऐसी ही स्थिति अब MPTET मामले में भी खड़ी हो गई है। इसके चलते विभिन्न भर्ती परीक्षाओं की तैयारी कर रहे बेरोजगार युवाओं का भर्ती निकलने का इंतजार और बढ़ जाएगा।
GAD ने शुरू कर दी नई व्यवस्था
अभी कर्मचारी चयन बोर्ड जमीनी स्तर पर नहीं उतर सका है, लेकिन इसके नोडल डिपार्टमेंट GAD यानी सामान्य प्रशासन विभाग ने भर्ती परीक्षाओं को लेकर एक नई व्यवस्था शुरू कर दी है। इसके तहत अब कोई भी विभाग PEB को विभिन्न पदों पर भर्ती कराने के लिए सीधे डिमांड लेटर नहीं भेजेगा। इसकी शुरुआत समूह-3 उपयंत्री, मानचित्रकार और अन्य समकक्ष पदों के लिए होने वाली संयुक्त भर्ती परीक्षा-2022 से कर दी है। इस भर्ती परीक्षा के लिए रूल बुक जारी होने के बाद GAD ने PEB को पत्र लिखकर जानकारी दी कि अन्य विभागों ने भी भर्ती की मांग की है। साथ ही कहा है कि इससे पदों में बढ़ोतरी हो सकती है। इसलिए इस परीक्षा को आगे बढ़ा दिया है।
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