कमलेश सारडा, NEEMUCH. ग्वालटोली निवासी मंजुबाई पति भोलाराम ग्वाला ने एक लिखित शिकायत कलेक्टर सहित मुख्यमंत्री को की है। शिकायत में उन्होंने राजस्व निरीक्षक योगेश चौपड़ा और दर्शन शर्मा पर आरोप लगाया है।
राजस्व निरीक्षक योगेश चौपड़ा से मिलीभगत का आरोप
पीड़िता की ग्राम बरूखेड़ा स्थित कृषि भूमि जिसका सर्वे क्रमांक 650 है, जहां दो पतरा पोश के मकान के साथ ही मेड़ पर एक कुआं भी है। दर्शन शर्मा पीड़िता का पड़ोसी है जिनकी कृषिभूमि का सर्वे क्रमांक 651 है। पीड़िता का आरोप है कि दर्शन शर्मा उनका कुआं और दो पतरा मकान हड़पना चाहता है। इसी कारण राजस्व निरीक्षक योगेश चौपड़ा से मिलीभगत कर दर्शन शर्मा ने सीमांकन में फर्जीवाड़ा करवाया। सर्वे क्र. 650 की कृषिभूमि में दर्शाया गया कुआं दर्शन शर्मा ने खुद की कृषिभूमि जिसका सर्वे क्र. 651 पर अंकित करवा लिया।
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RI ने सीमांकन में न ही फिल्ड बुक बनाई, न ही स्थाई चिन्हों से सीमांकन किया
पीड़ित महिला ने शिकायत में यह भी बताया है कि योगेश चौपड़ा से मिलीभगत कर दर्शन शर्मा ने नियमों के विपरीत जाकर अवैध सीमांकन करवा लिया। जिसमें राजस्व निरीक्षक योगेश चौपड़ा ने सीमांकन में न ही फिल्ड बुक बनाई, न ही स्थाई चिन्हों से सीमांकन किया। मनमाने और योजनाबद्ध तरीके से सर्वे क्र. 650 की कृषिभूमि की मेड़ से कुआं उठाकर दर्शन शर्मा की कृषिभूमि में सीमांकीत कर दिया। जबकि पीड़िता ने इंजिनियर से अपनी भूमि का पुन: सीमांकन करवाया जिसमें स्पष्ट रूप से कुआं पीड़िता की सर्वे क्र. 650 की कृषिभूमि में दर्शाई दे रहा है।
पीड़िता ने आत्महत्या करने की चेतावनी दी है
पीड़िता ने अपनी शिकायत में यह भी बताया कि वर्ष 2009 में सीताराम माली से उन्होंने सर्वे क्र. 650 की भूमि खरीदी थी और उक्त कुआं विक्रयपत्र में शामिल है। जबकि दर्शन शर्मा ने सर्वे क्र. 651 की भूमि पीड़िता की ही सास रामप्यारी बाई से खरीदी थी, जिसके विक्रयपत्र में और राजस्व रिकार्ड में आज दिनांक तक कुआं शामिल नहीं है। पीड़िता ने शासन-प्रशासन से मय प्रमाणित दस्तावेजों सहित शिकायत करते हुए राजस्व निरीक्षक योगेश चौपड़ा और दर्शन शर्मा विरुद्ध प्रताड़ित करने और फर्जीवाड़ा करने के संबंध में कार्रवाई की मांग की है। यदि समय रहते पीड़िता को न्याय नहीं मिलता है तो ऐसी दशा में पीड़िता ने आत्महत्या करने की चेतावनी दी है।