देव श्रीमाली, GWALIOR. ग्वालियर संभाग के करीला माता के मेले में आई श्रद्धालु नृत्यांगनाओं का एचआईवी टेस्ट कराने के मामले में प्रशासन फंस गया है। सोशल मीडिया पर यह मामला उजागर होने के बाद ग्वालियर से लेकर भोपाल तक हड़कंप मच गया है। महिला आयोग द्वारा संज्ञान लेने के बाद सरकार ने अशोकनगर के सीएमएचओ को तत्काल प्रभाव से भोपाल अटैच कर दिया गया है और जांच के लिए एक उच्च स्तरीय समिति गठन किया कर दिया गया है।
रंगपंचमी पर लगता है यह मेला
अशोकनगर जिले में पहाड़ी पर स्थित माता जानकी के इस मंदिर की गुफा को वर्ष में सिर्फ एक बार रंगपंचमी पर ही दर्शनार्थ खोला जाता है। मान्यता है कि यही माता सीता ने लव और कुश को जन्म दिया था और तब यहां चौबीस घण्टे महिलाओं ने खुशी में राई नृत्य किया था यह परम्परा आज भी जारी है। इस बार भी यहां 11 से 13 मार्च के बीच भव्य मेले का आयोजन किया गया और इनमे 15 लाख से अधिक श्रद्धालु पहुंचे।
दरबार में आई महिलाओं के एचआईवी टेस्ट पर बवाल
इस आयोजन में अपनी प्रस्तुति देने देश भर से करील धाम पहुंची राई नृत्यांगना उस समय असमंजस में पड़ गईं जब स्वास्थ्य विभाग की टीम ने उनका एचआईवी टेस्ट करवाना शुरू कर दिया। यह खबर सोशल मीडिया पर आते ही हड़कंप मच गया। महिला आयोग ने इसे मानवाधिकारों का उल्लंघन मानते हुए सरकार को नोटिस जारी किया तो सरकार भी हरकत में आ गई।
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स्वास्थ्य विभाग बोला- स्वैच्छिक था
इस मामले के उजागर होने के बाद पहले तो प्रशासन और स्वास्थ्य अफसरों ने इसे लाइटली लिया। उन्होंने सफाई दी कि यह टेस्ट स्वैच्छिक था। जिसको कराना हो वह करा सकता था और न चाहे तो न कराए, लेकिन मामला थमा नहीं।
जांच कमेटी गठित
इसको लेकर रात को बाकायदा एक विज्ञप्ति जारी कर कहा गया कि “अशोकनगर जिले के ऐतिहासिक करीला मेले में प्रशासन द्वारा दरबार में आईं महिलाओं का कराया जा रहा है एचआईवी टेस्ट” शीर्षक से सोशल मीडिया पर समाचार चलाया गया। उस समाचार के संबंध में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी अशोकनगर द्वारा वक्तव्य भी दिया गया। जिसके कारण प्रशासन की छवि धूमिल हुई और राष्ट्रीय महिला आयोग ने मानव अधिकार का उल्लंघन मानते हुए आपत्ति दर्ज कराते हुए जवाब भी मांगा है। क्षेत्रीय संचालक स्वास्थ्य सेवाएं ग्वालियर डॉ. राकेश चतुर्वेदी ने उक्त प्रकरण की जांच के लिए तीन सदस्यीय समिति का गठन कर दिया है।
यह होंगे जांच दल में
क्षेत्रीय संचालक स्वास्थ्य सेवाएं डॉ. राकेश चतुर्वेदी की अध्यक्षता में जांच दल गठित किया गया है, जिसमें संयुक्त संचालक स्थानीय कार्यालय डॉ. पीके शर्मा, जिला महामारी नियंत्रण अधिकारी डॉ. एसएस भूषण तथा आईसीडीसी सुपरवाइजर कुलदीप भदौरिया को रखा गया है। यह दल पूरे प्रकरण की जांच कर दो दिवस में तथ्यात्मक जांच प्रतिवेदन प्रस्तुत करना सुनिश्चित करेगा।
सीएमएचओ भोपाल अटैच
आधिकारिक जानकारी में बताया गया है कि घटना पर अपर संचालक स्वास्थ्य सेवाएं भोपाल अजीजा सरशार जफर ने प्रशासनिक कार्य सुविधा की दृष्टि से प्रभारी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी अशोकनगर डॉ. नीरज कुमार छारी को आगामी आदेश तक संचालनालय स्वास्थ्य सेवाएं भोपाल में कार्य करने हेतु आदेशित किया है।