CHHINDWARA. मध्यप्रदेश में लोकसभा की 29 सीटों में से 28 पर भाजपा काबिज है। अगले लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के कब्जे वाली एकमात्र छिंदवाड़ा सीट पर भाजपा अमेठी जैसा रिजल्ट लाने की प्लानिंग कर रही है। मध्यप्रदेश के कृषि मंत्री और छिंदवाड़ा जिले के प्रभारी मंत्री कमल पटेल ने दावा करते हुए कहा कि आने वाले समय में छिंदवाड़ा में नकुलनाथ और कमलनाथ वैसे ही चुनाव हारेंगे, जैसे अमेठी से राहुल गांधी हारे थे। अटकलें हैं कि भाजपा यहां से अपनी राज्यसभा सांसद कविता पाटीदार को टिकट दे सकती है।
लोकसभा सीट जीतकर कमलनाथ और कांग्रेस का सफाया करेंगे
छिंदवाड़ा के सातों विधानसभा क्षेत्र हम जीतेंगे और लोकसभा सीट जीतकर कमलनाथ और कांग्रेस का सफाया करेंगे। जब हमने पूछा कि आप कविता पाटीदार के साथ छिंदवाड़ा में मेहनत कर रहे हैं, रिजल्ट कैसे आएंगे? इस पर पटेल ने कहा कि रिजल्ट अच्छे आएंगे। क्या कविता पाटीदार अमेठी जैसा सीन दोहराएंगी? इसके जवाब में उन्होंने कहा- बिल्कुल।
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पार्टी कविता पाटीदार को बना सकती है लोकसभा में उम्मीदवार
दरअसल, भाजपा नेता और राज्यसभा सांसद कविता पाटीदार पिछले कुछ महीनों से लगातार छिंदवाड़ा जिले में एक्टिव हैं। पार्टी उन्हें यहां से लोकसभा चुनाव में उम्मीदवार बना सकती है। अमित शाह की सभा के पहले कविता पाटीदार ने छिंदवाड़ा जिले के गांव-गांव और शहरों के वार्डों में घूम-घूम कर सभा में लोगों को जुटाने के लिए पूरी ताकत लगा दी थी। बताया जाता है कि शाह की सभा में भीड़ जुटाने और सभा को कामयाब बनाने के लिए पाटीदार उस दौरान 24 घंटे में से महज तीन-चार घंटे सोती थीं। कविता मालवा में OBC का बड़ा चेहरा हैं। वे सुंदरलाल पटवा की सरकार में मंत्री रहे भेरूलाल पाटीदार की बेटी हैं और इंदौर जिला पंचायत की अध्यक्ष रह चुकी हैं।
कविता ने मंच पर शाह से आंचलकुंड जाने का अनुरोध किया
25 मार्च को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह छिंदवाड़ा के दौरे पर आए थे। शाह को नागपुर से सीधे छिंदवाड़ा के आदिवासी सिद्ध क्षेत्र आंचलकुंड धाम आना था। लेट होने के कारण उनका आंचलकुड दौरा रद्द कर दिया गया। जबकि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, BJP प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा आंचलकुड पहुंच चुके थे। उन्हें जब पता चला कि शाह नहीं आ रहे तो वे सीधा छिंदवाड़ा आ गए। यहां शाह ने SAF ग्राउंड में सभा की। शाह का आंचलकुंड का कार्यक्रम कैंसिल होने की खबर सामने आने के बाद BJP नेताओं में बैचेनी बढ़ी। शाह के सामने सीनियर नेता चुप रहे, लेकिन कविता पाटीदार ने मंच पर जाकर उन्हें आंचलकुंड जाने का अनुरोध किया। शाह ने पाटीदार की बात सुनकर फिर आंचलकुंड का कार्यक्रम बनाया और जनजातीय तीर्थ क्षेत्र पहुंचे।
2 सीट सौंसर और पांढुर्णा महाराष्ट्र की सीमा से लगी हैं
तकरीबन 25 लाख मतदाताओं वाली छिंदवाड़ा लोकसभा सीट में विधानसभा की 7 सीट हैं। 2 सीट सौंसर और पांढुर्णा महाराष्ट्र की सीमा से लगी हैं। परासिया, जुन्नारदेव, अमरवाड़ा, चौरई में आदिवासी समाज बहुतायत से है। छिंदवाड़ा विधानसभा सीट पर लगभग सभी वर्गों की उपस्थिति देखने को मिलती है। यहां की आबादी में 38% आदिवासी, 35% OBC, 12% SC, 10% सामान्य, 5% मुस्लिम और अन्य जाति के लोग हैं। पिछड़ा वर्ग के मतदाताओं की बड़ी संख्या और आधी आबादी के वोटों को देखते हुए पार्टी कविता पाटीदार को टिकट दे सकती है।
गांव को तो कांग्रेस ने नर्क बना दिया था
कमल पटेल ने कहा- 15 महीने की सरकार में इन्होंने किसानों के लिए कुछ नहीं किया। हर समय कहते थे कि पैसा नहीं है। किसानों के लिए एक रुपया नहीं, लेकिन आईफा में 700 करोड़ फोटो खिंचाने के लिए थे। इस चुनाव में हम तुलना करेंगे। कांग्रेस तुलना लायक भी नहीं बची। 60 साल में गरीब को पक्का मकान, शौचालय, गैस चूल्हा, पीने का पानी नहीं दिया। गांव में पक्की रोड तक नहीं बनाई। गांव को तो इन्होंने नर्क बना दिया था। अटल जी की भाजपा की सरकार आई तो प्रधानमंत्री ग्राम सड़क किसान क्रेडिट कार्ड, फसल बीमा योजना दी। मोदी जी ने तो आठ साल में वो कर दिया, जो कांग्रेस ने साठ साल में नहीं किया।
कांग्रेस ने कहा- लाख कोशिश कर लें, छिंदवाड़ा में हराना नामुमकिन है
कमल पटेल के बयान पर कांग्रेस मीडिया विभाग की उपाध्यक्ष संगीता शर्मा ने कहा, दीया बुझने के पहले की फड़फड़ाहट और हार के डर की बौखलाहट मंत्री के चेहरे पर देखी जा सकती है। मंत्री कमल पटेल मुंगेरीलाल के हसीन सपने देख रहे। पहले अपनी सीट बचाएं, फिर छिंदवाड़ा की तरफ मुंह उठाएं। कमल पटेल जी खुद मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठने का सपना देख रहे हैं। अपने नंबर बढ़ाने के लिए मोदी-शाह के सामने छिंदवाड़ा की बात कर रहे। लाख कोशिश कर लें, छिंदवाड़ा में हराना नामुमकिन है।