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BHOPAL. मध्य प्रदेश कांग्रेस में चुनावी वर्ष में पीसीसी का पुनर्गठन किया गया है तो पार्टी के 64 जिलों के अध्यक्षों के नामों पर अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) ने मुहर लगाई है। प्रदेश कांग्रेस कमेटी की 155 उपाध्यक्ष और महासचिव की जंबो कार्यकारिणी एआईसीसी ने घोषित की है, जिसमें सिंधिया का साथ नहीं देने वाले नेताओं को भी जगह दी गई है तो कुछ समय से उपेक्षित जैसे चल रहे नेता भी महत्वपूर्ण जिम्मेदारी से नवाजे गए हैं। अब तक पीसीसी चीफ के बंगले पर बैठने वाली कोर कमेटी के आधा दर्जन नेता तमाम मामलों में विचार विमर्श करते थे, अब राजनीतिक मामलों की 21 नेताओं की कमेटी बनाई है। जिसमें कमलनाथ, दिग्विजय सिंह, नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह से लेकर पूर्व अध्यक्षों व अन्य वरिष्ठ नेताओं को शामिल किया गया है। पीसीसी की कार्यकारिणी में मौजूदा विधायकों में से करीब 90 विधायकों के नाम नहीं हैं।
64 जिला अध्यक्षों में 10 नए नाम
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी ने रविवार की रात को मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी की राजनीतिक मामलों की कमेटी सहित 155 उपाध्यक्ष और महासचिवों की सूची जारी की है। इसके साथ ही 64 जिला अध्यक्षों के नामों पर मुहर लगाई है जिनमें से ज्यादातर पहले से ही जिम्मेदारी संभाल रहे थे। 10 जिला अध्यक्षों के नए नाम शामिल हैं। भोपाल शहर व ग्रामीण दोनों के जिला अध्यक्षों के बारे में घोषित टीम में कोई उल्लेख नहीं होने से कयास लगाए जा रहे हैं कि इनके बारे में बाद में कोई फैसला होगा। एआईसीसी की सूची में पीसीसी के संगठन के प्रभारी की जिम्मेदारी के बारे में कोई स्पष्ट उल्लेख नहीं है।
10 जिलों में नहीं थे संगठन के मुखिया
कांग्रेस के करीब 10 जिले ऐसे थे जहां जिला अध्यक्ष नहीं थे। इनमें मुरैना ग्रामीण जिला अध्यक्ष, सागर शहर और ग्रामीण अध्यक्ष, अनूपपुर, रतलाम ग्रामीण और खरगोन में जिला अध्यक्ष के पद रिक्त थे। वहीं बुरहानपुर खंडवा दोनों जिलों में शहर और ग्रामीण इकाइयों में कार्यवाहक जिला अध्यक्ष से काम चल रहा था। शहडोल में सुभाष गुप्ता, कटनी शहर में विक्रम खमरिया बतौर कार्यवाहक जिला अध्यक्ष काम कर रहे थे। अब 10 जिलों में नए अध्यक्षों को नियुक्त किया गया है।
राजनीतिक मामलों की कमेटी में 21 नेता
मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी में राजनीतिक मामलों की 21 सदस्यों की एक कमेटी बनाई गई है। इसमें कमलनाथ सहित दिग्विजय सिंह, नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह, पूर्व पीसीसी अध्यक्ष कांतिलाल भूरिया, सुरेश पचौरी व अरुण यादव, पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह, राज्यसभा सदस्य विवेक तन्खा व राजमणि पटेल, लोकसभा सदस्य नकुल नाथ, अब तक कार्यकारी अध्यक्ष की भूमिका संभाल रहे बाला बच्चन, जीतू पटवारी, सुरेंद्र चौधरी व रामनिवास रावत, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष नर्मदाप्रसाद प्रजापति, विधायकगण सज्जन सिंह वर्मा, आरिफ अकील व कमलेश्वर पटेल, पूर्व सांसद रामेश्वर नीखरा, सेवादल के पूर्व राष्ट्रीय समन्वयक महेंद्र जोशी व महिला कांग्रेस की पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष शोभा ओझा को शामिल किया गया है। इसमें गुटीय संतुलन के हिसाब से कमलनाथ के समर्थक नकुलनाथ, बाला बच्चन, सुरेंद्र चौधरी, सज्जन सिंह वर्मा, कमलेश्वर पटेल हैं तो दिग्विजय सिंह समर्थकों में डॉ. गोविंद सिंह, कांतिलाल भूरिया, आरिफ अकील व रामेश्वर नीखरा हैं और सुरेश पचौरी समर्थकों में महेंद्र जोशी व शोभा ओझा माने जाते हैं। इनके अलावा ज्योतिरादित्य सिंधिया समर्थक रहे रामनिवास रावत को कमेटी में शामिल किया गया है।
इन्हें बनाया महासचिव
ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी के महासचिव केसी वेणुगोपाल ने 105 महासचिवों की लिस्ट जारी की है। इनमें अब्दुल नासिर, अब्दुल रहमान फारुकी, अजय रघुवंशी, अजय ओझा, अमित शर्मा, अंजू बघेल, अनुराधा शेंगे, अनुराग गढ़वाल, अशोक दांगी, आसिफ जकी, अवनीश भार्गव, भूपेंद्र सिंह मुहासा, ब्रिज भूषण शुक्ला, चंद्रिका प्रसाद द्विवेदी, चेतन यादव, दशरथ गुर्जर, दीप चंद यादव, देवदत्त सोनी, देवेंद्र टेकाम, देवेंद्र तोमर, धर्मेश घई, दिनेश यादव, कमलापत आर्य, महेंद्र सिंह चौहान, फरजाना खान, गंभीर सिंह, गोविंद मुजाल्दे, गुलाब उईके, गुरमीत सिंह मंगू, हेमंत पाल, हीरासन उईके, जगदीश सैनी, जय श्रीराम बघेल, जय सिंह ठाकुर, जयप्रकाश शास्त्री, जतिन उईके, जीवन पटेल, जेवियर मेडा, जितेंद्र सिंह, केदार सोनी, कैलाश कुंडल, कैलाश परमार, कमल वर्मा, कौशल्या गोटिया, किरण अहिरवार, केके यादव, कृष्ण मोहन मालवीय, कुलदीप बुंदेला, कुंदन मालवीय, मनीष गुप्ता, मनीष राय, महेंद्र सिंह कुर्मी, महेंद्र गुलवानी, मंगेश सिंघाई, मृणाल पंत, मुनव्वर कौशर, मुकुल पुरोहित, नारायण प्रजापति, नरेश सराफ, नव कृष्ण पाटिल, निर्मल मेहता, निशंक जैन, पंकज जैन, पवन पटेल, पारस सकलेचा, प्रभु राठौर, प्रभु सिंह ठाकुर, प्रवीण सक्सेना, प्रिदर्शन गौर, पुरुषोत्तम दांगी, पुष्पा बिसेन, राजेंद्र मिश्रा, राजेश बैरवा, राजेश रघुवंशी, राजेंद्र मिश्रा, राम सिया भारती, रमेश चौधरी, राम लखन दंडोतिया, रशीद सिद्दीकी, रामू टेकाम, सम्मति सैनी, संजय सिंह परिहार, संजीव सक्सेना, सरस्वती सिंह, सौरव शर्मा, नाती सविता दीवान शर्मा, शारदा खटीक, शशी राजपूत, शेखर चौधरी, शिवप्रसाद प्रधान, सुधीर सिंह तोमर, सुनील बोरसे, सुनील जैन, सुनील जायसवाल, ताराचंद साहू, उज्जवल सिंह चौहान, वसुदेव शर्मा, वीर सिंह यादव, विभा बिंदु डोंगरे, विजय कोल, विकास शर्मा, विनय बाकलीवाल, यासमीन शेरानी, युसूफ कडप्पा, योगेश शर्मा महामंत्री बनाए गए हैं।
मानक अग्रवाल और गोविंद गोयल चौंकने वाले नाम
एआईसीसी ने 50 उपाध्यक्षों के नामों को हरी झंडी दी है जिसमें अब तक महासचिव की भूमिका में रहे अशोक सिंह, राजीव सिंह, राजकुमार पटेल को इसमें शामिल किया गया है। उपाध्यक्षों में पूर्व आईएएस अजीता बाजपेयी पांडे और वीके बाथम के नाम भी चौंकाने वाले हैं। इसी तरह एआईसीसी की घोषित कमेटी में मानक अग्रवाल, गोविंद गोयल और अर्चना जायसवाल के नाम भी हैं जिनकी लंबे समय से उपेक्षा होती रही है। 105 महासचिवों की जारी सूची में कई वरिष्ठों के साथ नौजवानों को जगह दी गई है।
इधर... बीजेपी में सतना में जिला अध्यक्ष और प्रदेश कार्यसमिति सदस्य नियुक्त
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष व सांसद श्री विष्णुदत्त शर्मा ने सतना जिला अध्यक्ष और प्रदेश कार्यसमिति सदस्य की नियुक्ति की है। सतीश शर्मा को सतना जिला अध्यक्ष और नरेंद्र त्रिपाठी को प्रदेश कार्यसमिति सदस्य नियुक्त किया है।