मालवा-निमाड़ की हारी हुई 11 सीट पर बीजेपी के प्रत्याशी घोषित, राउ से फिर मधु, सोनकर गए सोनकच्छ, पांच सीटों पर बदले प्रत्याशी

author-image
Jitendra Shrivastava
एडिट
New Update
मालवा-निमाड़ की हारी हुई 11 सीट पर बीजेपी के प्रत्याशी घोषित, राउ से फिर मधु, सोनकर गए सोनकच्छ, पांच सीटों पर बदले प्रत्याशी

संजय गुप्ता, INDORE. बीजेपी ने नई चुनाव नीति से प्रदेश में राजनीतिक हलचल मचाते हुए विधानसभा चुनाव 2023 की आचार संहिता लगने के करीब 50 दिन पहले ही 39 प्रत्याशियों का पहली सूची जारी कर दी है। यह वह सूची है जिन सीटों पर बीजेपी को बीते चुनाव में हार मिली थी। इसमें मालवा-निमाड़ की 11 सीटें भी शामिल है, जिसमें पांच सीट अनुसूचित जनजाति (एसटी) और चार सीट अनुसूचित जाति (एससी) की है। दो सीट कसरवाद (खरगोन जिले) और राउ (इंदौर जिले) की सामान्य है। बीजेपी ने 11 में से पांच सीटों पर प्रत्याशी बदले हैं। हारे हुए प्रत्याशियों को फिर मौका मिला है चाहे वह राउ से मधु वर्मा हो, महेशवर से राजुमार मेव, झाबुआ से भानू भूरिया या फिर कसरावद से आत्माराम पटेल। बीजेपी ने अधिकांश जगह पर पुराने ही चेहरों को तवज्जो दी है। ऐसे में तय है कि हारे हुए दावेदारों को टिकट मिलेगा, पार्टी अपने अंदरूनी सर्वे के आधार पर ही टिकट दे रही है, भले ही वह हारा हुआ ही क्यों ना हो और हार भी कितने ही वोट से हुई हो।



इंदौर में राउ से मधु दोबारा, सोनकर सोनकच्छ जा रहे



राजेश सोनकर के लिए सोनकच्छः सिंधिया खेमे के बीजेपी में आने के बाद तुलसी सिलावट के लिए अपनी सीट छोड़ने वाले और लगातार जिलाध्यक्ष के तौर पर शांति से काम करने वाले डॉ. राजेश सोनकर से बीजेपी और संघ ने वादा निभाया है। उन्हें देवास जिले की सोनकच्छ से टिकट दिया गया है, जो एससी सीट है। यहां से कांग्रेस के सज्जन सिंह वर्मा लगातार जीत हासिल कर रहे हैं। बीते चुनाव में वह बीजेपी के राजेंद्र फूलचंद वर्मा से करीब 9800 वोट से जीते थे। सज्जन सिंह वर्मा को 85769 और बीजेपी के वर्मा को 76071 वोट हासिल हुए थे। 



राउ से मधु वर्माः मधु वर्मा पुराने नेता है। बीते 2018 के चुनाव में वह राउ से लड़े थे, कांग्रेस के जीतू पटवारी ने उन्हें 5700 वोट से हराया था। इस सीट पर उम्मीद की जा रही थी बीजेपी चेहरा बदलेगी और संभव है कि एक बार फिर खाती समाज के वोटर के लिए जीतू जिराती को मैदान में लाया जाए या फिर किसी युवा को मौका दिया जाए, इसमें एमआईसी सदस्य अभिषेक बबलू शर्मा का और मप्र युवा आयोग के अध्यक्ष डॉ. निशांत खरे के साथ ही सुमित्रा महाजन के बेटे मिलिंद महाजन तक के नाम थे। लेकिन पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ उनके संबंध और सीएम के साथ भी नजदीकी टिकट दिला गई। 



यह खबर भी पढ़ें



कांग्रेस ने बदला मध्य प्रदेश का चुनाव प्रभारी; राहुल गांधी ने सुरजेवाला को दी कमान, जेपी अग्रवाल पर भारी पड़े कमलनाथ से मतभेद



मालवा-निमाड़ में इस तरह रहेंगे दावेदार...



मालवा निमाड़ की इन सीटों के लिए प्रत्याशी घोषित हुए हैं



खरगोन जिलाः महेश्वर (एससी सीट) से फिर राजकुमार मेव लड़ेंगे, बीता चुनाव वह कांग्रेस की डॉ. विजयलक्ष्मी साधौ से 35 हजार से अधिक वोट से हारे थे। इसी जिले की कसरवाद सीट से फिर पूर्व प्रत्याशी आत्माराम पटेल ही लड़ेंगे, बीते चुनाव में वह सचिन यादव से 5539 वोट से हारे थे। 



अलीराजपुर जिलाः यहां की एसटी सीट अलीराजपुर से एक बार फिर नागर सिंह चौहान को टिकट मिला है जो बीते चुनाव में कांग्रेस के मुकेश रावत से 21962 वोट से चुनाव हारे थे। 



झाबुआ जिला- 




  • यहां की एसटी झाबुआ सीट पर भानू भूरिया चुनाव लड़ेंगे, साल 2018 मे बीजेपी के गुमानसिंह डामोर ने विक्रातं भूरिया को हराकर यह सीट जीती थी बाद में उनके लोकसभा में जाने पर सीट खाली हुई और युवा प्रत्याशी भानू भूरिया को बीजेपी ने 2019 के उपचुनाव में मैदान में उतारा लेकिन कांग्रेस के कांतिलाल भूरिया ने उन्हें 27 हजार वोट से हराया था। फिर भानू भूरिया को बीजेपी ने मौका दिया है।


  • इसी जिले की पेटलावद एसटी सीट से निर्मला भूरिया को फिर उम्मीदवार घोषित किया गया है, बीते चुनाव में वह कांग्रेस के मैदा वल सिंह से 5000 वोट से हार गई थी। 



  • धार जिला-




    • कुक्षी- एसटी सीट से जयदीप पटेल को टिकट मिला है, यह टिकट बदला गया है, यहां 2018 के चुनाव में बीजेपी के वीरेंद्र सिंह बघेल कांग्रेस के सुरेंद्र सिंह हनी बघेल से करीब 63 हजार वोट से हारे थे। 


  • धरमपुरी- एसटी सीट से बीजेपी से कालू सिंह ठाकुर को टिकट मिला है, बीते चुनाव में यहां से बीजेपी से गोपाल कन्नौज चुनाव लड़े थे और कांग्रेस के पांछीलाल मीडा से करीब 14 हजार वोट से हारे थे। 



  • उज्जैन जिला-




    • तराना- जिले की एससी सीट से प्रत्याशी ताराचंद गोयल होंगे, बीते चुनाव में अनिल फिरोजिया चुनाव लड़े थे और कांग्रेस के महेश परमार से वह 2209 वोट से हारे थे। 


  • घटिया- जिले की एससी सीट से सतीश मालवीय बीजेपी के प्रत्याशी होंगे। बीते चुनाव में यहां कांग्रेस से बीजेपी में आए प्रेमचंद गुड्‌डु के बेटे अजीत बौरासी चुनाव लड़े थे और कांग्रेस के रामलाल मालवीय से 4628 वोट से हारे थे। अब गुड्‌डु फिर से कांग्रेस में शामिल हो गए हैं और यहां से टिकट की चाह रख रहे हैं, वहीं उनकी बेटी रीना बौरासी सेतिया सांवेर (इंदौर) से चुनाव लड़ने की तैयारी में जुटी है। 



  • यह खबर भी पढ़ें



    प्रदेश में फिर उठा 50% भ्रष्टाचार का मुद्दा, अब रीवा के पेटी कांट्रेक्टर आए सामने, कांग्रेस की ताल पर बीजेपी का बंटाढार राग



    पंडोखर महाराज की राउ की भविष्यवाणी पर नजरें



    कुछ माह पहले पंडोखर महाराज का राउ विधानसभा में आयोजन हुआ था, यहां उन्होंने एक श्रृद्लु की चिट्‌ठी निकाली थी और इसमें जीतू पटवारी के इस बार दोगुने वोट से जीतने की भविष्यवाणी की थी। बीते चुनाव में पटवारी 5723 वोट से जीते थे, दोगुने वोट का मतलब है कि पटवारी मधु वर्मा से करीब 11400 वोट से जीतेंगे। ऐसी भविष्यवाणी पंड़ोखर महाराज ने की थी। अब चुनाव में सभी की नजरें इसी बात पर होंगी।



    सुदर्शन गुप्ता और मनोज पटेल को जागी उम्मीदें



    यह खबर भी पढ़ें



    भोपाल के राहुल नेमा पहुंचे ''कौन बनेगा करोड़पति'' की हॉट सीट पर, अमिताभ बच्चन ने की तारीफ, शो का प्रोमो हुआ लॉन्च



    इस लिस्ट के आने के बाद इंदौर की विधानसभा एक में साल 2018 का चुनाव हारे सुदर्शन गुप्ता और देपालपुर सीट से चुनाव हारे मनोज पटेल दोनों की ही बांछें खिल गई है। क्योंकि यह तय हो गया है कि बीता चुनाव हारने वाले को टिकट नहीं मिलेगा जैसी कोई नीति पार्टी ने नहीं बनाई है। सुदर्शन गुप्ता कांग्रेस के संजय शुक्ला से 8163 वोट से हार गए थे, इसी तरह मनोज पटेल कांग्रेस के विशाल पटेल से 9044 वोट से चुनाव हारे थे। दोनों ही सीएम शिवराज सिंह चौहान के काफी नजदीक है, वहीं गुप्ता सीएम के साथ ही नरेंद्र सिंह तोमर के खेमे के माने जाते हैं, जो चुनाव प्रबंध समिति के संयोजक है। ऐसे में दोनों को ही उम्मीद जागी है उन्हें टिकट मिलेंगे। वहीं जिताउ उम्मीदवारों की बात चलने के चलते रमेश मेंदोला विधानसभा दो से, आकाश विजयवर्गीय विधानसभा तीन से और मालिनी गौड़ विधानसभा चार से अपना टिकट पक्का होने की उम्मीद कर रही है। इस बार महू और विधानसभा पांच को लेकर सबसे ज्यादा असमंजस हैं।



    मधु वर्मा का दावा एक लाख वोट से हराएंगे कांग्रेस को



    मधु वर्मा ने टिकट घोषित होने के बाद दावा किया कि इस चुनाव में कांग्रेस और पटवारी को एक लाख वोट से हराएंगे। बीते चुनाव में राजस्थान, एमपी, छत्तीसगढ तीनों ही जगह बीजेपी के लिए विपरीत प्रभाव थे। लेकिन मैंने और साथ में सभी कार्यकर्ताओं ने मेहनत से चुनाव लड़ा औऱ् जो सीट 2013 के चुनाव में 18 हजार वोट से हारी थी, वह हार हमने घटाकर 2018 में केवल साढ़े पांच हजार वोट पर कर दी थी। चुनाव हारने के तीन दिन बाद ही मैं वापस काम में लग गया था, हमने विकास किया है और घर-घर हम गए हैं। कोरोना में भी काम किया है। इसलिए हमारी जीत तय है।



    इस बार 200 पारः सोनकर



    एक-एक सीट जीतने की प्लानिंग के हिसाब से आगे बढ़ रहे हैं, इस बार 200 पार के नारे और योजना के साथ यह घोषणा हुई है। यह पहला चरण है।


    Malwa-Nimar मालवा-निमाड़ BJP candidate declared on 11 seats lost Madhu again from Rau Sonkar went to Sonkutch candidates changed on five seats हारी हुई 11 सीट पर बीजेपी प्रत्याशी घोषित राउ से फिर मधु सोनकर गए सोनकच्छ पांच सीटों पर बदले प्रत्याशी